Kashmiri Pandits
अबकी बार नवरेह की ललकार, अगली बार कश्मीरी पंडितों की घर वापसी का त्योहार
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, जहां की फिजा में 32 साल बाद रौनक लौटी है, वहां के हरि पर्वत पर कश्मीरी पंडितों ने अपने नववर्ष का त्योहार नवरेह पूरी आस्था और उमंग के साथ मनाया.
Apr 2,2022, 22:57 PM IST
cm yogi
योगी के राज में चरमपंथियों में घबराहट, बाबर की मौत ने खड़े किए कई सवाल
इस देश का टुकड़े गैंग, अवार्ड वापसी गैंग, मोमबत्ती गैंग, इनटॉलरेंट गैंग लिचिंग को लेकर कितना सेलेक्टिव है उसका सबसे घिनौना रूप सामने आ चुका है. यूपी के कुशीनगर के एक मुसलमान युवक ने विधानसभा चुनाव में अपनी जमात के खिलाफ जाकर योगी आदित्यनाथ का समर्थन किया.
Mar 28,2022, 23:56 PM IST
Shri Krishna Janmabhoomi
श्रीकृष्ण जन्मभूमि का ये है असली इतिहास, जानें कैसे साजिशन सच्चाई छिपाई गई
कृष्ण जन्मभूमि के नाम पर शुरू हुई सियासत के बीच उसके वास्तविक इतिहास को जानना बेहद जरूरी है.
Dec 2,2021, 15:29 PM IST
Marxist Historians
मार्क्सवादी इतिहासकारों का 'मिशन फॉल्सिफिकेशन', कैसे भारत का गलत इतिहास पढ़ाया?
इतिहास लेखन में सियासी फायदे की संभावनाओं को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने आजादी मिलने के पहले से ही भांप लिया था.
Nov 25,2021, 15:06 PM IST
leftists historians
भारत में मुगल शासन के प्रति इतनी उदारता क्यों दिखाते हैं वामपंथी इतिहासकार
विदेशी मानसिकता वाले वामपंथी इतिहासकारों ने अब तक भारत के प्राचीन गौरव और गरिमा का जमकर मजाक उड़ाया है.
Nov 18,2021, 14:46 PM IST
Mughal emperors
अकबर को महान बताने का वो वामपंथी फॉर्मूला, जिसने बिगाड़ा देश का इतिहास
वामपंथी इतिहासकार अकबर को ऐसे पेश करते हैं, जैसे उससे महान शासक हिन्दुस्तान की धरती पर पैदा ही ना हुआ हो.
Nov 15,2021, 21:30 PM IST
Rewrite history
Rewrite History: मनुवाद का भ्रम और ऐतिहासिक सच
मनुवाद, मनुवादी ये वो लफ्ज है जिसका इस्तेमाल औपनिवेशिक भारत में फिरंगियों ने और आजादी के बाद वामपंथी इतिहासकारों ने सियासी फायदे के लिए, भारतीय समाज को तोड़ने के लिए बखूबी किया.
Mar 9,2021, 15:38 PM IST
VD Savarkar
नेहरू का वो माफीनामा जो साबित करता है कि सावरकर वीर क्यों हैं?
साल 1923 में नाभा रियासत में गैर कानूनी ढंग से प्रवेश करने पर औपनिवेशिक शासन ने जवाहरलाल नेहरू को 2 साल की सजा सुनाई गई थी. तब नेहरू ने भी कभी भी नाभा रियासत में प्रवेश न करने का माफीनामा देकर दो हफ्ते में ही अपनी सजा माफ करवा ली थी.
Feb 25,2021, 8:10 AM IST
वीर सावरकर की लिखी किताब में ऐसा क्या था जिससे डर गए थे अंग्रेज?
लेफ्ट लिबरल गैंग को बेशक ये बात समझ में न आई हो कि सावरकर ब्रितानी हुकूमत के लिए कितनी बड़ी चुनौती थे लेकिन फिरंगी उसी समय समझ गए थे कि जिस शख्स का नाम विनायक दामोदर सावरकर है वो अकेले अपने दम पर ही ब्रितानी हुकूमत की चूलें हिलाने का माद्दा रखता है. सावरकर की पुण्य तिथि 26 फरवरी से पहले पढ़िए वीर क्यों हैं सावरकर.
Feb 24,2021, 8:36 AM IST
वीर सावरकरः जानिए, सावरकर के बारे में गांधी जी क्या कहते थे?
जिन सावरकर को अंग्रेजों ने अपनी हुकूतम के लिए इतना खतरनाक माना था कि डबल कालापानी की सजा दी थी वो लेफ्ट लिबरल गैंग की नजर में कायर थे और जो लोग औपनिवेशिक काल में फ्रेंडली जेल जाते थे उन्हें इस गैंग ने परमवीर स्वतंत्रता सेनानी घोषित कर दिया. 26 फरवरी को वीर सावरकर की पुण्यतिथि है. उन्हें याद करते हुए जानिए कि आखिर किस साजिश का शिकार हुए वीर सावरकर-
Feb 23,2021, 8:07 AM IST
Indian parliament house
लुटियन ने चुराया था संसद भवन का शिल्प?
हिन्दुस्तान के गौरवशाली इतिहास को औपनिवेशिक काल में अंग्रेज इतिहासकारों ने और आजादी के बाद वामपंथी इतिहासकारों ने एक मुहिम के तहत बदनाम किया. प्राचीन काल के विश्वगुरु रहे भारत को आत्महीनता के भाव से भर देने में आत्ममुग्ध अंग्रेजों और उनके वामपंथी पिट्ठुओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी.
Feb 10,2021, 20:22 PM IST
Kisan Andolan
Kisan Andolan: यहां सियासत चमकाने का सब बंदोबस्त है, जल्दी आइए
किसान आंदोलन के झूले की पींग का लुत्फ उठाने में कोई पार्टी पीछे रह जाना नहीं चाहती. राहुल गांधी ने तो ट्विटर को ही मशीनगन बना लिया है. अखिलेश यादव ने भी ट्विटर से काम चला लिया है. जयंत चौधरी पहुंच ही गए. कुल जमा मसला यही है कि चुनावी समर में जनता का भरोसा खो चुके नेताओं को किसान आंदोलन में उम्मीद की नई किरण दिखाई दे रही है.
Jan 30,2021, 10:54 AM IST
Parakram Diwas
Parakram Diwas: लाल किले पर तिरंगा लहराने वाले थे नेताजी सुभाष चंद्र बोस
जापान और जर्मनी का सरेंडर नेताजी की दिल्ली चलो की मुहिम पर सबसे बड़ा आघात साबित हुआ. जनरल टोजो ने सरेंडर कर दिया. हिटलर ने आत्महत्या कर ली, लेकिन भारत का महामानव सुभाष न तो झुकने वाला था और न ही टूटने वाला.
Jan 23,2021, 10:38 AM IST
Netaji Subhas Chandra Bose 125th anniversary
Parakram Diwas : नेहरू- नेताजी और निधन का रहस्य, क्या है तीनों का कनेक्शन?
पीएम रहे नेहरू के स्टेनोग्राफर श्यामलाल जैन ने खोसला आयोग के सामने गवाही दी थी कि 1945 में नेहरू ने उनसे ब्रिटेन के तत्कालीन पीएम क्लेमेंट एटली के नाम एक पत्र टाइप करवाया जिसमें लिखा था आपका वॉर क्रिमिनल रूस के कब्जे में है.
Jan 23,2021, 10:37 AM IST
Parakram Diwas: वह दिलचस्प वाकया जब नेताजी ने कहा- मैं लौटने के लिए नहीं आया
सारी चुनौतियों, सारी बाधाओं को हराकर कर 11 मई 1943 को ये महामानव जापान की राजधानी टोक्यो पहुंच गया. न किसी देश का राष्ट्राध्यक्ष, न किसी सेना का कमांडर, न किसी देश का राजदूत, लेकिन जापान पहुंचकर सुभाष ने साफ कह दिया कि वो सीधा प्रधानमंत्री जनरल टोजो से मिलेंगे.
Jan 23,2021, 10:19 AM IST
Parakram Diwas : एक बीमा एजेंट और आरलैंडो मैजोन्टा से क्या है नेताजी का कनेक्शन
जर्मनी में नेताजी ने उस हिटलर से सीधे मुलाकात की जिससे अंग्रेजों की रूह कांपती थी. हिटलर से नेताजी का मिलना फिरंगियों के लिए नाकाबिले बर्दाश्त हो गया. जर्मनी में सुभाष चंद्र बोस तकरीबन 2 साल रहे.
Jan 23,2021, 9:46 AM IST
क्या है सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी के मतभेद का सच, जानिए पूरी बात
1939 के Tripuri अधिवेशन में गांधीजी द्वारा समर्थित उम्मीदवार पट्टाभि सीतारमैया को 199 मतों से हराकर सुभाष चंद्र बोस कांग्रेस के अध्यक्ष बने, लेकिन गांधीजी के कड़े विरोध के कारण 30 अप्रैल 1939 को उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.
Jan 22,2021, 8:00 AM IST
Subhash Chand Bose
दफ्तर में सिगरेट पी रहा था अंग्रेज अफसर, सुभाष चंद्र बोस ने ऐसे सिखाया सबक
नेताजी (Netaji) का व्यक्तित्व इतना करिश्माई था कि अंग्रेज भांप गए थे कि अगर इस इंसान के अश्वमेध का पहिया नहीं रोका गया तो ये अकेले ही पूरे ब्रिटिश (British) साम्राज्य की चूलें हिला देगा.
Jan 21,2021, 10:36 AM IST
Subhash Chandra Bose, जिन्होंने 10 साल की उम्र में तय कर लिया था अपना जीना-मरना
10 साल के सुभाष ने अपने कमरे की दीवारों पर क्रांतिकारियों की तस्वीरें चिपकानी शुरू कर दी. वो नानासाहब, तात्या टोपे, रानी लक्ष्मीबाई, वासुदेव बलवंत फड़के, प्रफुल्ल चंद चाकी और खुदीराम बोस जैसे क्रांतिकारियों की तस्वीरें चिपकाते थे और नीचे लिखते थे मुझे ऐसे ही जीना है मुझे ऐसे ही मरना है.
Jan 20,2021, 8:38 AM IST
सुभाष चंद्र बोस: पराक्रम दिवस से पहले जानिए नेताजी के जीवन के अनछुए पहलू
देश इस साल नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Subhas Chandra Bose) की 125वीं जयंती (125th Birth Anniversary) मना रहा है. निर्भीक, निडर, मातृभूमि का प्रेमी, आजादी का मतवाला इन विशेषणों के साथ नेताजी के नाम के आगे जुड़ गया रहस्यमयी. नेताजी का नाम आते ही एक साथ गुलामी-आजादी और कई तरह के राजनीतिक षड्यंत्रों की थ्योरी भी जेहन में घूम जाती है.
Jan 20,2021, 8:00 AM IST
Rahul Gandhi
बैल लड़े या किसान 'राहुल गांधी का देख तमाशा अभियान'
राहुल गांधी को तमाशा अच्छा लगता है, क्योंकि उन्हें तो सिर्फ सियासी मजे से मतलब है. राहुल गांधी को किसानों से कितना मतलब है उनकी हरकतों से मालूम पड़ ही जाता है. ऐसी ही एक और करतूत सामने आई है..
Jan 15,2021, 6:02 AM IST
foreign funding
Farmer Protest: विदेशी फंडिंग के दम पर हिन्दुस्तान को दहलाने का षड्यंत्र
ये बात साफ हो गई है कि इतने लंबे वक्त से चल रहे किसान आंदोलन में अन्नदाता तो सिर्फ मुखड़ा हैं, उनके कंधे पर बंदूक रखकर देश के खिलाफ निशाना कोई और लगा रहा है. किसान आंदोलन में हो रही विदेशी फंडिंग के एक-एक सबूत को इस रिपोर्ट के जरिए आपके सामने रखते हैं..
Jan 12,2021, 20:47 PM IST
NCRT Books
NCERT की किताबों के जरिए सनातन संस्कृति के प्रति छात्रों में भरा जा रहा जहर!
वामपंथी इतिहासकारों ने हमारे महान ग्रंथों में लिखी अनमोल और आप्त बातों पर भरसक पर्दा डालने की कोशिश की और अपनी कुत्सित विचारधारा की कालिख पोतकर मनगढ़ंत बातों को भोले-भाले लोगों के बीच परोसा.
Jan 9,2021, 12:41 PM IST
Balochistan
बलूचिस्तान में बेगुनाह हजारा शिया मजदूरों का कत्लेआम
बलूचिस्तान के माछ में काम पर जा रहे खनिकों को चरमपंथियों ने पकड़ा, उनसे उनकी नस्ल पूछी. बाकी मजदूरों को छोड़ दिया गया लेकिन 11 हजारा शिया खनिकों को बंधक बनाकर पास की पहाड़ी पर ले गया और फिर उन्हें गोलियों से भून दिया गया.
Jan 4,2021, 21:00 PM IST
Nalanda University's history
नालंदा विश्वविद्यालय के इतिहास का वामपंथी सत्यानाश
वामपंथी इतिहासकारों ने भारत की सभ्यता और संस्कृति को अपनी कलम से तहस नहस करने की पूरी कोशिश की है. देश को गुमराह करने वालों की एक और सच्चाई सामने आ चुकी है, जो नालंदा विश्वविद्यालय से जुड़ी है. इस खास रिपोर्ट में पढ़िए करतूत..
Dec 26,2020, 5:00 AM IST
Corona vaccine
Vaccine Controversy: कोरोना पर 'हराम-हलाल' का मनहूस साया
साल 2020 पर काल बनकर मंडराने वाले कोरोना वायरस का अंत निकट है. हिन्दुस्तान के लोगों को नए साल के आगाज के साथ ही वैक्सीन की सौगात मिल सकती है. पर अफसोस ये है कि कोरोना वैक्सीन पर जहालत का खतरा मंडराने लगा है.
Dec 25,2020, 6:30 AM IST
distorted history
मैकाले के चश्मे को उतार फेंकने का वक्त
इतिहास के आधार पर ही किसी देश के भूत, वर्तमान और भविष्य की धारणा तैयार होती है. लेकिन भारत का इतिहास सनातन संस्कृति विरोधी मानसिकता से लिखा गया है. जिसमें अपनी ही गौरवशाली विरासत को कलंकित करने की साजिश हुई है.
Dec 16,2020, 7:00 AM IST
Swami Vivekananda
मुसीबतों के जरिए परामात्मा ने ली विवेकानंद की परीक्षा
ईश्वर तो अपने भक्तों की पग-पग पर परीक्षा लेता है. इसी तरह स्वामी विवेकानंद के जीवन के भी कई इम्तिहान बाकी थे जब तक वे अपने गुरू से नहीं मिले थे..
Nov 25,2020, 15:38 PM IST
मां काली के अनन्य उपासक थे विवेकानंद के गुरू रामकृष्ण परमहंस
गुरू ने अपनी आंखें बन्द करके पहचान लिया था अपने पहुंचे हुए शिष्य को किन्तु शिष्य के मन में थी प्रारंभ में कुछ शंका जो गुरू से दूसरी बार मिलने पर ऐसी तिरोहित हुई मानो थी ही नहीं..
Nov 24,2020, 19:08 PM IST
Swami vivekanand
महान शिष्य विवेकानंद का गुरु रामकृष्ण परमहंस से भेंट का अलौकिक संयोग
जैसे अद्वितीय गुरूदेव थे वैसे ही अद्वितीय उनके शिष्य भी थे.. और ठीक ऐसा ही अलौकिक संयोग भी बना था जब दोनो महापुरुषों की हुई थी प्रथम भेंट..
Nov 23,2020, 12:00 PM IST
तर्क की कसौटी पर अध्यात्म को कसते थे विवेकानंद
स्वामी विवेकानंद अंधविश्वास के समर्थक नहीं थे और अध्यात्म के विषयों को तर्क की कसौटी पर कसने के बाद ही उसे स्वीकारते थे..
Nov 20,2020, 23:34 PM IST
आकाशगंगा के सप्त ऋषियों में से एक थे स्वामी विवेकानंद
जो सनातनधर्मी हैं वे जानते हैं कि पिछले जन्मों के संस्कार जन्म-जन्मांतर तक साथ चलते हैं और सुप्त स्मृतियाँ प्रत्येक जन्म में आत्मा के साथ ही शरीर में अस्तित्वमान होती हैं..
Nov 18,2020, 5:46 AM IST
स्वामी विवेकानंद के स्कूली जीवन की दो अद्भुत घटनायें
स्वामी विवेकानंद का संपूर्ण जीवन अद्भुत घटनाओं का कोलाज है क्योंकि यह सिद्ध पुरुष लीलाधारी द्वारा जिम्मेदारी दे कर भेजा गया था..
Nov 16,2020, 21:58 PM IST
आर्यावर्त भूमि पर विवेकानंद का प्राकट्य था दैवीय प्रयोजन
भारतवर्ष है आर्यावर्त और आर्यावर्त है देवभूमि, इस देवधरा पर बहुत से देवपुरुषों का पदार्पण हुआ है और स्वामी विवेकानंद भी उन्हीं में से एक थे जिनके आगमन का था विशेष प्रयोजन..
Nov 15,2020, 5:22 AM IST
निराला था स्वामी विवेकानंद का बचपन
स्वामी विवेकानंद को बचपन में ही होने लगा अद्भुत अलौकिक गुणों का साक्षात्कार..
Nov 14,2020, 3:34 AM IST
अद्भुत और अविस्मरणीय था स्वामी जी का शिकागो धर्म सम्मेलन
जिन स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर जेएनयू परिसर में लेफ्टिस्ट पार्टियों के छात्रों ने हमला किया था, उन्हीं स्वामी विवेकानंद ने 126 साल पहले अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म संसद में अपने भाषण की जो शुरुआत की थी, उस पर देर तक बजती रही तालियों की गूंज आज भी इतिहास की स्मृतियों में अमर है.
Nov 12,2020, 22:09 PM IST
Distorted History: सनातन धर्म से बैर रखने वालों को पहचानिए
सनातन संस्कृति के धर्म ग्रंथों वेद, पुराण, उपनिषद, स्मृति और शास्त्र के संदेशों और हिन्दुस्तान के प्राचीन मनीषियों की आप्त वाणी को सुनते ही हृदय में त्याग, वैराग्य, दया, करुणा का भाव पैदा होगा. लेकिन इन संदेशों को समझने की शक्ति जिनके अंदर सिरे से नहीं है, उन वामपंथियों ने एक खास विचारधारा की घटिया चाशनी में इन अनमोल धरोहरों को ऐसे डुबोया कि अर्थ का अनर्थ हो गया.
Nov 11,2020, 12:41 PM IST
caste system
रवांडा का दर्दनाक इतिहास सनातन भारत के लिए सबक है
अफ्रीकी देश रवांडा में तीन दशक पहले जमकर खून की होली खेली गई थी. क्योंकि पश्चिमी देशों ने वहां की जमजातियों में जन्म आधारित भेद भाव के बीज रोपित किए थे. कुछ ऐसी ही कोशिश अंग्रेजों ने भारत में की. सौभाग्य से यहां वैसा खून खराबा नहीं हुआ. लेकिन साजिश रचने वाले अंग्रेजों ने अपनी तरफ से कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी.
Nov 7,2020, 12:10 PM IST
पुण्य सलिला सरस्वती के अस्तित्व से खतरे में वामपंथी वजूद
मानवीय सभ्यता का सूर्य सबसे पहले हिन्दुस्तान के क्षितिज पर ही उदित हुआ. हालांकि इसकी प्राचीनता और कालखंड को लेकर निश्चित रूप से इतिहासकारों में मतभेद है. इस मतभेद की सबसे बड़ी वजह औपनिवेशिक काल के यूरोपीय इतिहासकारों की साजिश है.
Oct 29,2020, 7:35 AM IST
Castism in india
Distorted History: भारत में जातिवाद का विष-वृक्ष भी फिरंगियों और वामपंथियों की साजिश
जातिवाद को आधार बनाकर भारत को हमेशा से नीचा दिखाने की कोशिश की जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मानव को मानव से अलग करने वाले इस जातिवाद का प्राचीन भारत में कोई अस्तित्व नहीं था. यह भ्रम भी अंग्रेजी शासन और वामपंथी साजिश के तहत फैलाया गया. जो वर्तमान काल में भी बड़े सामाजिक विभाजन का कारण बना हुआ है.
Oct 22,2020, 7:33 AM IST
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