आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गया है. लोग खाने-पीने से लेकर सोने और यहां तक कि टॉयलेट में भी फोन का इस्तेमाल करते हैं.
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आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन गया है. लोग खाने-पीने से लेकर सोने और यहां तक कि टॉयलेट में भी फोन का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि, यह आदत न केवल समय की बर्बादी है, बल्कि आपकी सेहत के लिए गंभीर खतरा भी बन सकती है. डॉक्टरों का मानना है कि टॉयलेट में फोन चलाने की आदत पाइल्स (बवासीर) जैसी समस्याओं को जन्म दे सकती है.
टॉयलेट में फोन लेकर बैठने से लोग लंबे समय तक कमोड पर बैठे रहते हैं. लंबे समय तक टॉयलेट में बैठने से पेल्विक पार्ट पर दबाव बढ़ता है, जिससे रेक्टम में खून के फ्लो में रुकावट आती है. यह स्थिति बवासीर का कारण बन सकती है. साथ ही, इस आदत के कारण कब्ज और अन्य पेट संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं.
डॉक्टरों की चेतावनी
विशेषज्ञों का कहना है कि टॉयलेट में फोन का उपयोग करना न केवल आपके पाचन तंत्र को प्रभावित करता है, बल्कि यह मानसिक सेहत पर भी गलत प्रभाव डाल सकता है. लगातार स्क्रीन देखने से मानसिक तनाव बढ़ता है, जिससे शरीर पर और अधिक दबाव पड़ता है.
क्यों बदलनी चाहिए यह आदत?
* सेहत संबंधी खतरे: लंबे समय तक टॉयलेट पर बैठने से पाइल्स, फिशर और एनो-रेक्टल डिसऑर्डर जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
* इंफेक्शन का खतरा: टॉयलेट में फोन का उपयोग करने से उसमें हानिकारक बैक्टीरिया लग सकते हैं, जो आपके सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
* समय की बर्बादी: टॉयलेट में फोन चलाने से अनावश्यक समय बर्बाद होता है, जिससे आपकी दिनचर्या पर भी असर पड़ता है.
क्या करें?
* फोन को टॉयलेट के बाहर रखें: टॉयलेट में जाने से पहले फोन को बाहर छोड़ दें.
* पढ़ने की आदत डालें: फोन की बजाय छोटी किताबें या मैगजीन पढ़ें.
* समय सीमित करें: टॉयलेट में ज्यादा समय न बिताएं. 5-10 मिनट का समय पर्याप्त है.
* हाइजीन का ध्यान रखें: हाथों और फोन की साफ-सफाई का ध्यान रखें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.