इस देश में समलैंगिक संबंध बनाने पर मिल सकती है मौत की सजा, सबसे कठोर कानून को मिली मंजूरी, US ने दी ये धमकी
Advertisement

इस देश में समलैंगिक संबंध बनाने पर मिल सकती है मौत की सजा, सबसे कठोर कानून को मिली मंजूरी, US ने दी ये धमकी

Anti LGBTQ Law Uganda: अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस कानून तत्काल निरस्त करने की मांग की है. बाइडेन ने कहा कि किसी को भी जीवन भर डर के साए में नहीं रहना चाहिए या हिंसा और भेदभाव का शिकार होना नहीं चाहिए.

इस देश में समलैंगिक संबंध बनाने पर मिल सकती है मौत की सजा, सबसे कठोर कानून को मिली मंजूरी, US ने दी ये धमकी

Uganda Anti Homosexuality Law: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को नए समलैंगिकता विरोधी कानून पर हस्ताक्षर करने के लिए युगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी की आलोचना की. बाइडेन ने इस कानून को ‘सार्वभौमिक मानवाधिकारों का दुखद उल्लंघन’ करार दिया. उन्होंने ने इसे तत्काल निरस्त करने की मांग की है. 

बाइडेन ने कहा कि किसी को भी जीवन भर डर के साए में नहीं रहना चाहिए या हिंसा और भेदभाव का शिकार होना नहीं चाहिए.

युगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी ने दुनिया के सबसे LGBTQ  विरोधी और कठोर कानूनों में से एक पर हस्ताक्षर किए हैं, उनके प्रवक्ता ने सोमवार को यह बयान दिया.

क्या है इस कानून में?
बता दें युगांडा में समलैंगिक संबंध पहले से ही अवैध थे, लेकिन नया कानून गे,लेस्बियन, बायसेक्सुअल, ट्रांसजेंडर और क्वीर लोगों को कहीं अधिक टारगेट करता है.

नए कानून में तथाकथित उत्तेजित समलैंगिकता के लिए मौत की सजा का प्रावधान है, जिसमें एचआईवी पॉजिटिव होने पर समलैंगिक यौन संबंध बनाना शामिल है. इसके साथ समलैंगिकता को ‘बढ़ावा देने’ के लिए 20 साल की सजा का प्रावधान रखा गया है.

कानून की वजह से युगांडा पर लग सकता है प्रतिबंध
कानून की मंजूरी पश्चिमी सरकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के विरोध के बावजूद दी गई है. अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि इस कानून की वजह से युगांडा प्रतिबंधों का सामना कर सकता है. बता दें युगांडा,  हर साल अरबों डॉलर की विदेशी सहायता प्राप्त करता है.

मुसेवेनी ने जब 2014 में एक कम प्रतिबंधात्मक LGBTQ विरोधी कानून पर हस्ताक्षर किए थे तब पश्चिमी सरकारों ने कुछ सहायता निलंबित की थी, वीजा प्रतिबंध लगा लगाए थे और सुरक्षा सहयोग को कम कर दिया था.

यूरोपीय संघ, संयुक्त राष्ट्र और दर्जनों अंतरराष्ट्रीय निगमों ने भी कानून की निंदा की है. वहीं मुसेवेनी और अन्य राजनीतिक नेताओं ने सांसदों से बाहरी दबाव का विरोध करने का आग्रह किया है.

संसद अध्यक्ष अनिता अमंग ने अपने बयान में कहा, ‘बहुत विनम्रता के साथ, मैं अपने सहयोगी संसद सदस्यों को हमारे देश के हित में धमकियों और प्रलय के दिन की साजिश रचने वालों के सभी दबावों को सहन करने के लिए धन्यवाद देती हूं.‘

अमेरिका राष्ट्रपति ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि यह शर्मनाक अधिनियम युगांडा के खतरनाक मानवाधिकारों के हनन और भ्रष्टाचार की प्रवृत्ति में नवीनतम डेवलपमेंट है.

बाइडेन ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन युगांडा पर प्रतिबंध लगाने और मानवाधिकारों के हनन या भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के संयुक्त राज्य में प्रवेश को प्रतिबंधित करने पर भी विचार करेगा.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद से यह आकलन करने के लिए कहा है कि ‘युगांडा के साथ अमेरिकी जुड़ाव के सभी पहलुओं’ को लेकर यह कानून क्या मायने रखता है, जिसमें एड्स राहत प्रदान करने वाली सेवाएं, अन्य सहायता और निवेश शामिल हैं.

Trending news