Israel-Iran War: पूरी दुनिया में यह फेमस है कि इजरायल ने जो ठाना उसे करके ही माना है, तभी तो इजरायल की जिद तो देखो, 25 दिन बाद इजरायल ने ईरान से बदला लिया और उसी जगह टारगेट किया, जहां से उसपर हमला किया गया था. जानें पूरा मामला.
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Israel strikes Iran: इजरायल ने ईरान पर बड़ा सैन्य हमला बोला है. इजरायली सेना (IDF) का कहना है कि उसने ईरान में सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में 'ईरान और उसके प्राक्सी' महीने से हमले कर रहे हैं. ईरान की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है. इजरायली सेना ने एक बयान में कहा, 'ईरानी शासन और क्षेत्र में उसके प्रतिनिधि 7 अक्तूबर से लगातार इजरायल पर हमला कर रहे हैं, जिसमें ईरानी धरती से सीधे हमले भी शामिल हैं.'
इजरायल ने लिया बदला
बयान में आगे कहा गया है कि 'दुनिया के हर संप्रभु देश की तरह इजरायल राज्य को भी जवाब देने का अधिकारी और कर्तव्य है.' इजरायली हमलों के बीच अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने अपने इजरायली समकक्ष यॉव गैलंट से बात की है. इजरायल पर इसके पहले बीती 1 अक्तूबर को ईरान ने बड़ा हमला किया था. ईरान ने करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइलें इजरायल के ऊपर दागी थीं, जिसमें से कई इजरायली क्षेत्र में गिरी थीं. कुछ मिसाइलें इजरायली हवाई बेस पर भी गिरी थीं. इजरायल के प्रधानमंत्री ने इन हमलों के बाद ईरान पर जवाबी हमले की कसम खाई थी.
25 दिन किया इंतजार, कौन सी जिद इजरायल ने पूरी की
इसके बाद इजरायल की जिद तो देखो, 25 दिन बाद इजरायल ने ईरान से ऐसा बदला लिया की पूरा ईरान हैरान रह गया. वहीं पर इजरायल ने टारगेट किया, जहां से उसपर हमला किया गया था. आईडीएफ ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर वायुसेना ने ईरान में उन मैन्युफैक्चरिंग साइट्स को निशाना बनाया, जहां पिछले वर्ष इजरायल पर दागी गई मिसाइलों का निर्माण किया गया था. आईडीएफ ने कहा कि ये मिसाइलें इजरायली नागरिकों के लिए 'प्रत्यक्ष और तत्काल खतरा' हैं. इसके अलावा, इस अभियान में सतह से हवा में मार करने वाली ईरानी मिसाइलों को भी निशाना बनाया गया, जिसका उद्देश्य ईरानी एयर स्पेस में इजरायल की ऑपरेशनल फ्रीडम को सीमित करना था.
ईरान ने दो बार किया सीधा हमला
बता दें ईरान ने अप्रैल और अक्टूबर में दो हमलों के दौरान इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें दागी थीं. आईडीएफ ने ईरान पर इजरायल को निशाना बनाने और क्षेत्र को अस्थिर करने के लिए मध्य पूर्व में प्रॉक्सी के जरिए 'आतंकवादी गतिविधियों को फंड करने और निर्देशित करने' का आरोप लगाया. यह हमला अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के मध्य पूर्व दौरे से लौटने के बाद हुआ. उन्होंने इजरायली अधिकारियों से संघर्ष को बढ़ाने से बचने की अपील की थी.