Historical Discovery: नील नदी की गहराई में मिली तूतनखामेन के दादा की नक्काशी, खोज से आर्कियोलॉजिस्ट भी दंग
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Historical Discovery: नील नदी की गहराई में मिली तूतनखामेन के दादा की नक्काशी, खोज से आर्कियोलॉजिस्ट भी दंग

Historical Discovery in the Nile River: खोज टीम के मेंबर्स ने चट्टान पर बनी नक्काशी की अच्छी हालत पर हैरान जाहिर की. उन्होंने भविष्य में और अधिक कलाकृतियां मिलने की उम्मीद जताई.

Historical Discovery: नील नदी की गहराई में मिली तूतनखामेन के दादा की नक्काशी, खोज से आर्कियोलॉजिस्ट भी दंग

Egypt Nile River: आर्कियोलॉजिस्ट ने नील नदी के तल पर कई महत्वपूर्ण फराओ की चित्रलिपि-अंकित चट्टान पर बनी नक्काशी खोजी है. इसमें राजा तूतनखामुन के पूर्वज भी शामिल हैं. मिस्र के पर्यटन और पुरावशेष मंत्रालय के अनुसार, यह खोज कई युगों के बारे में 'नई ऐतिहासिक जानकारी' प्रदान करती है.

खोज टीम के मेंबर्स ने नक्काशी की अच्छी हालत पर हैरान जाहिर की. उन्होंने भविष्य में और अधिक कलाकृतियां मिलने की उम्मीद जताई.

न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक एसेक्स यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर विलियम कैरथर्स ने लाइवसाइंस को बताया कि इस खोज से पता चलता है कि नील नदी के तल में और भी प्राचीन अवशेष बचे हुए हैं.

क्या-क्या मिला नील की गहराई में
स्मिथसोनियन मैगजीन के अनुसार, चित्रों में राजा अमेनहोटेप तृतीय का चित्र भी शामिल था, जो राजा टुट के दादा थे, जिन्होंने 1390 से 1353 ई.पू. तक शासन किया था. सामटिक द्वितीय (595 से 589 ई.पू.) और अप्रीस, जिन्होंने 589 से 570 ई.पू. तक शासन किया, के चित्र भी खोजे गए.

असवान क्षेत्र में हुई खोज
इस खोज के लिए स्कूबा गियर पहने शोधकर्ताओं ने असवान में प्रसिद्ध नदी की गहराई में गोता लगाया. गीजा के महान पिरामिडों से लगभग 10 घंटे दक्षिण में और नील नदी के पश्चिमी तट पर ऐतिहासिक 'रईसों की कब्रों' के करीब ये खोज हुई है.

इस क्षेत्र की मिस्र को दक्षिण में प्रतिद्वंद्वी राज्य नूबिया के आक्रमणों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है. यहां कई महत्वपूर्ण स्मारक भी हैं जिसमें एक पहाड़ी पर बनी 33 नई कब्रें शामिल हैं.

असवान के आसपास के अधिकांश आधुनिक शोध 1960 के दशक से ही रुके हुए थे, जब इस क्षेत्र में नील नदी से आने वाली बाढ़ को रोकने के लिए एक बांध परियोजना शुरू की गई थी.

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) के विशेषज्ञों ने इस ऐतिहासिक क्षेत्र के ज्यादा से ज्यादा हिस्से को संरक्षित करने का प्रयास किया, लेकिन कई कलाकृतियां छूट गई हैं.

अब, मंत्रालय के अनुसार, 'पहली बार' असवान के आसपास के जलाशय की और खोज की जा रही है.

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