अफसर की अंधेरगर्दी! बांध में गिरा महंगा मोबाइल तो बहा दिया 21 लाख लीटर पानी; सस्पेंड
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अफसर की अंधेरगर्दी! बांध में गिरा महंगा मोबाइल तो बहा दिया 21 लाख लीटर पानी; सस्पेंड

Samsung 23S Ultra In Water: अब तक लोगों की जान बचाने के लिए कई ऑपरेशन आपने देखे होंगे लेकिन पखांजूर के परलकोट जलाशय में एक फोन के लिए चार दिन तक ऑपरेशन चलते हुए पहली बार देखा गया. यह अब चर्चा का विषय बना हुआ है.

 

फाइल फोटो

Trending News: अब तक लोगों की जान बचाने के लिए कई ऑपरेशन आपने देखे होंगे लेकिन पखांजूर के परलकोट जलाशय में एक फोन के लिए चार दिन तक ऑपरेशन चलते हुए पहली बार देखा गया. यह अब चर्चा का विषय बना हुआ है. फोन को पानी से निकालने के लिए सोमवार से ऑपरेशन 'सर्च मोबाइल' शुरू किया गया जो गुरूवार को फोन निकाल कर ही समाप्त किया गया. बताना लाजमी होगा कि रविवार को पखांजूर निवासी और वतर्मान में पखांजूर में ही खाद्य निरिक्षक पद में पदस्थ राजेश विश्वास अपने दोस्तों के साथ परलकोट जलाशय में पार्टी मनाने गऐ थे.

पानी में गया फोन तो शुरू कर दिया सर्च मोबाइल ऑपरेशन

इसी दौरान परलकोट जलाशय के स्कैलवाय के पास उनका 1.54 लाख का मंहगा सेल फोन सैमसंग एस 23 अल्ट्रा पानी में गिर गया, जिसके बाद वे परेशान हो गए और सोमवार की सुबह ही परलकोट जलाशय पहुंच गए. इस दौरान वे आस-पास के दुकानदारों को भी लगा दिया और गांव में रहने वाले गोताखोरों को बुलाकर पहले पानी में फोन खोजने का अभियान 'सर्च मोबाइल' शुरू हुआ. इस दौरान गोताखोरों की भी मदद ली गई, लेकिन जब गोताखोर असफल रहे तब पानी निकालने के लिए पंप लगाऐ गए और तीन दिनों तक इन पंपों से पानी निकालकर इस महंगे फोन को निकाला गया.

हालांकि, इस दौरान लगभग 21 लाख लीटर पानी बर्बाद कर दिया गया. जितना पानी बर्बाद हुआ,उतने पानी से लगभग एक हजार एकड़ में लगे फसलों को किसान सिंचाई हो सकती थी. ऐसे में क्षेत्र के सैकड़ों किसान परेशान हैं. गौरतलब है कि पखांजूर में पदस्थ खाद्य निरीक्षक राजेश विस्वास स्थानीय है लेकिन अपने कारनामों के कारण हमेशा ही विवादों और चर्चा में रहते है. खुद के राशन कार्ड के चावल में गड़बड़ी के मामले में वे एक बार सस्पेंड भी हो चुके हैं. अब अपने मंहगे फोन के लिए चार दिन का ऑपरेशन चला. इस वजह से वह फिर से चर्चा में आ गए.

जिस दौरान खाद्य निरीक्षक द्वारा यह आपरेशन चल रहा था, उस दौरान भी स्कैल वाय से लगातार चार दिनों तक पानी निकालने को लेकर विवाद हो गया. शिकायत के बाद जल संसाधन विभाग के एसडीओ मौके में पहुंचे और पानी निकालने का काम बंद कराया, लेकिन तब तक 21 लाख लीटर पानी बर्बाद हो चुका था. उक्त मामले में अब छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री ने भी ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है. अफसर को उसके पद से सस्पेंड कर दिया गया है.

रिपोर्ट: कुलदीप नागेश्वर पवार

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