Tata Group की एयरलाइन कंपनियों- एयर इंडिया से 12.37 लाख और एयरएशिया इंडिया (अब एआईएक्स कनेक्ट) से 10.4 लोगों ने जून में यात्रा की. एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 9.7 प्रतिशत तो एयरएशिया इंडिया की हिस्सेदारी आठ प्रतिशत रही.
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Fligh Fare: देश में घरेलू उड़ानों के हवाई यात्रियों की संख्या जून में सालाना आधार पर 18.78 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.25 करोड़ पर पहुंच गई. आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, किफायती सेवाएं देने वाली सेवा गो फर्स्ट का परिचालन ‘बंद’ होने के बीच जून में इंडिगो, एयर इंडिया, विस्तार, एयरएशिया इंडिया और अकासा एयर की बाजार हिस्सेदारी बढ़ गई.
स्पाइसजेट
हालांकि, स्पाइसजेट की बाजार हिस्सेदारी में गिरावट जारी है. जून में स्पाइसजेट की बाजार हिस्सेदारी गिरकर 4.4 प्रतिशत रह गई, जो इस साल जनवरी में 7.3 प्रतिशत थी. आंकड़ों के अनुसार, जून में घरेलू उड़ानों से 124.87 लाख लोगों ने यात्रा की, जबकि 2022 में समान अवधि में यह आंकड़ा 105.12 लाख का रहा था. इंडिगो से जून में 79 लाख लोगों ने यात्रा की, जिसके बाद इसकी बाजार हिस्सेदारी मई के 61.4 प्रतिशत से बढ़कर 63.2 प्रतिशत हो गई.
एयर इंडिया
टाटा समूह की एयरलाइन कंपनियों- एयर इंडिया से 12.37 लाख और एयरएशिया इंडिया (अब एआईएक्स कनेक्ट) से 10.4 लोगों ने जून में यात्रा की. एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 9.7 प्रतिशत तो एयरएशिया इंडिया की हिस्सेदारी आठ प्रतिशत रही. टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस के संयुक्त उद्यम विस्तार की बाजार हिस्सेदारी जून में 8.1 प्रतिशत रही. विस्तार से यात्रा करने वाले लोगों की संख्या 10.11 लाख रही.
अकासा एयर
पिछले साल अगस्त में शुरू हुई अकासा एयर की बाजार हिस्सेदारी जून में 4.9 प्रतिशत रही और इससे 6.18 लाख लोगों ने यात्रा की. डीजीसीए की निगरानी में चल रही स्पाइसजेट से जून में 5.55 लोगों ने यात्रा की और इसकी बाजार हिस्सेदारी 4.4 प्रतिशत रही. समय पर परिचालन प्रदर्शन (ओटीपी) के मामले में जून में 88.3 प्रतिशत के साथ सबसे आगे विस्तार रही, जिसके बाद 87.6 प्रतिशत के साथ इंडिगो और अकासा एयर रहीं.
गो फर्स्ट
ओटीपी चार प्रमुख हवाई अड्डों- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद के लिए निकाला जाता है. नकदी संकट में फंसी गो फर्स्ट की उड़ानें तीन मई से निलंबित हैं. अप्रैल में उसकी बाजार हिस्सेदारी 6.4 प्रतिशत रही थी. (इनपुट: भाषा)
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