Piles in Winters: पाइल्स एक ऐसी परेशानी है तो काफी तकलीफदेह होती है, सर्दियों के मौसम में डाइजेशन अगर दुरुस्त न रखा जाए तो ये पेट की कई परेशानियां पैदा कर सकता है, जो बवासीर का कारण बनता है.
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Can Piles Problem Increase in Winter Season: सर्दी के मौसम में काफी लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामा करना पड़ता है. इन में से पाइल्स भी एक परेशानी है जो विंटर सीजन में आपको परेशान कर सकती है, इसे हेमोरॉयड्स (Hemorrhoids) भी कहा जाता है. ठंड में कब्ज का खतरा बढ़ जाता है और जब इस दौरान डिहाइड्रेशन हावी हो जाता है तो ये पाइलस का कारण बन सकता है, जिसके बाद मल त्याग के दौरान ब्लीडिंग हमो लगता है. सीके बिड़ला अस्पताल के डायरेक्टर (मिनिमल एक्सेस, जीआई एंड बेरियाट्रिक सर्जरी) डॉ. सुखविंदर सिंह सग्गू (Dr. Sukhvinder Singh Saggu) ने बताया है कि सर्दियों के मौसम में बवासीर से बचने के लिए हमें क्या-क्या कदम उठाने चाहिए.
विंटर्स में पाइल्स से बचने के लिए क्या करें
1. पानी पीते रहें
सर्दी के मौसम में हमें प्यास की शिद्दत कम महसूस होती है, जिसकी वजह से हम कम पानी पेते हैं, ये स्थिति कब्ज को बढ़ा देती है. बॉडी में डिहाइड्रेशन की दिक्कत बढ़ती है जिसके कारण मल सख्त हो जाता है, ऐसे में बाउल मूवमेंट में मुश्किलें आती है जो पाइल्स को बढ़ावा देती है. इससे बचने के लिए आपको एक दिन में कम से कम 8 ग्लास पानी पीना चाहिए.
2. हाई फाइबर वाले फूड्स खाएं
बाउल मूवमेंट को बेहतर बनाए रखने के लिए ऐसी चीजें खानी जरूरी है जिसमें फाइबर की मात्रा काफी अधिक हो, जैसे- ताजे फल, ताजी सब्जियां, होल ग्रेन, दालें वगैरा. इससे कब्ज से राहत मिलेगी और तकलीफ भी कम होगी. कुछ लोग सर्दियों में हेवी और प्रोसेस्ड मील खाना पसंद करते हैं, लेकिन आपका इससे हर हाल में बचना चाहिए.
3. गुनगुने पानी से नहाएं
गुनगुने पानी से नहाने से बाउल मूमेंट बेहतर होता है जिससे पाइल्स से जुड़ी परेशानियां खत्म होने लगती है. पानी की गर्म स्ट्रेस को कम कर देती है जिसे मलत्याग करना आसान हो जाता है क्योंकि एनल मसल्स आराम मिलता है. यही वजह है कि ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट वॉर्म बाथ की सलाह देते हैं.
4. एक्सरसाइज करें
रेग्युलर बेसिस पर एक्सरसाइज करना ओवरऑल हेल्थ के लिए अच्छा होता है, साथ ही ये कब्ज और पाइल्स को भी रोकने में मददगार साबित हो सकता है. जह आप फिजिकल एक्टिविटीज बढ़ाते हैं तब पेट की परेशानी तो कम होती है क्योंकि इससे पेल्विक मसल्स मजबूत होते हैं जिससे बाउल मूवमेंट को बढ़ावा मिलता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमें इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.