Kashmir News: कश्मीर भले ही तीन दशकों तक फिल्मों और सिनेमा हाल से वंचित रहा हो, इसके बावजूद कश्मीरी लोगों और सिनेमा का रिश्ता अबतक टूटा नहीं है. पिछले 6 महीनों में यहां तीन-तीन फिल्में हाउसफुल हो चुकी हैं.
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Cinema Multiplex & Kashmir: कश्मीर और सिनेमा का पुराना साथ है. कश्मीर में बीते कुछ सालों में हालात सामान्य होने के बाद अब लोगों का रुझान फिल्मों और सिनेमाघरों की ओर हुआ है. तीन दशकों से अधिक का समय बीते के बाद, कश्मीर घाटी में आखिरकार इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के चेहरों की मुस्कान लौटी है, वहीं सिनेमा का भी पुनरुद्धार हुआ है. अब बड़े पर्दे पर फिल्में देखने के लिए कश्मीरी लोगों की कतार लगने लगी हैं.
6 महीने में 3 हाउसफुल
कश्मीर घाटी में फिल्म संस्कृति वापस लौट रही है. इस बीच धर्मा प्रोडक्शन की 'रानी और रॉकी की प्रेम कहानी'पिछले छह महीनों में घाटी के एकमात्र मल्टीप्लेक्स में हाउसफुल शो चलाने वाली तीसरी फिल्म है. दरअसल करण जौहर की 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' (Rocky Aur Rani Ki Prem Kahani) को कश्मीर के इकलौते सिनेमाघर में बंपर ओपनिंग मिली है. प्री बुकिंग से पता चलता है कि ये काफी समय तक हाउसफुल रहेगी.
पिछले हफ्ते 'ओपेनहाइमर' को भी श्रीनगर में तगड़ा रेस्पांस मिला था. वो भी हाउसफुल चल रही थी. इस तरह 'ओपेनहाइमर' कश्मीर में शानदार रेस्पांस देने वाली पहली हॉलीवुड मूवी बन गई.
कश्मीरी राइटर्स को बॉलीवुड में एंट्री
कश्मीर के एकलौते मल्टीप्लेक्स के मालिक विकास धर के मुताबिक, 'रॉकी और रानी' का पहला और दूसरा शो पूरी तरह बुक है. हाल ही में करण जौहर ने कश्मीर के लोगों का शुक्रिया अदा किया था. दरअसल इस फिल्म की शूटिंग गुलमर्ग में हुई है. ऐसे में कश्मीरी लोग इस मूवी को बड़े पर्दे पर देखने के लिए उत्साहित हैं. कश्मीर सेंट्रिक फिल्मों को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. फिल्मों की शूटिंग बढ़ी है. कश्मीर लेखकों को बॉलीवुड में एंट्री करते देखा जा रहा है. बहुत जल्द कश्मीर में और भी सिनेमा हाल खुलेंगे.
श्रीनगर के लोन सिनेमा में हाउसफुल जाने वाली पहली फिल्म शाहरुख खान अभिनीत 'पठान' थी. इसे घाटी में जनता से भारी प्रतिक्रिया मिली और यह कई हफ्तों तक हाउसफुल चली. न केवल श्रीनगर बल्कि कश्मीर क्षेत्र के अन्य दूर-दराज के जिलों से भी फिल्म दर्शक उनकी फिल्म को बड़े पर्दे पर देखने के लिए सिनेमाघर आ रहे हैं. घाटी की युवा पीढ़ी ने अपने जीवन में कभी सिनेमा नहीं देखा है. 1990 की शुरुआत तक कश्मीर में दर्जनों सिनेमा हाल थे, लेकिन आतंकवाद की शुरुआत के साथ, घाटी के सभी सिनेमा हाल आतंकों ने बंद कर दिए गए थे.
श्रीनगर के शिवपुर इलाके में स्थित मल्टीप्लेक्स में तीन स्क्रीन हैं और कुल मिलाकर लगभग 520 लोगों के बैठने की क्षमता है. और घाटी में दोबारा सिनेमा खुलने के बाद यह तीसरा मौका है, जब मल्टीप्लेक्स के बाहर हाउसफुल के बोर्ड लगे हैं. पिछले 6 महीने से कश्मीर के एक मात्र सिनेमा में जिस तरह कश्मीर के लोग बड़े पर्दे पर फ़िल्म देखना पसंद कर रहे हैं उसे लगता हैं कश्मीर और सिनेमा का रिश्ता अटूट हैं.