PFI: जांच में पता चला की मोहम्मद आसिफ उर्फ आसिफ, सादिक सर्राफ और मोहम्मद सोहेल PFI के ट्रेंड आतंकी है जो इस प्रतिबधिंत आतंकी संगठन की आतंकी साजिशों में शामिल रहे हैं. ये तीनों ट्रेंड आतंकी PFI के लिये भर्ती करने में लगे थे.
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NIA: एनआईए ने राजस्थान के कोटा से PFI के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आतंकियों के नाम वाजिद अली और मुबारक अली है. दोनों गिरफ्तार आतंकी कोटा के रहने वाले है और PFI के लिये आतंकी वारदात की योजना बना रहे थे. दरअसल, एजेंसी की जांच में पता चला की मोहम्मद आसिफ उर्फ आसिफ, सादिक सर्राफ और मोहम्मद सोहेल PFI के ट्रेंड आतंकी है जो इस प्रतिबधिंत आतंकी संगठन की आतंकी साजिशों में शामिल रहे हैं. ये तीनों ट्रेंड आतंकी है जो PFI के लिये भर्ती करने में लगे थे और साथ ही उन्हें हथियार चलाने और आतंकी वारदातों को अंजाम देने की ट्रेनिंग दे रहे थे.
भड़काने की साजिश
असल में ये तीनों मुस्लिम युवकों को अपने संगठन में भर्ती, लोगों को बीच धार्मिक भेदभाव पैदा कर दंगे भड़काने की साजिश में भी लगे थे और ये खास तौर से राजस्थान में आतंकी वारदातों के लिये ट्रेनिंग दे रहे थे. इन तीनों के साथ गिरफ्तार आतंकी वाजिद अली और मुबारक अली भी शामिल थे और राजस्थान के जयपुर और कोटा में ट्रेनिंग देने में लगे थे. ये लोग PFI के भारत में 2047 तक इस्लामिक शासन के एजेंडा के तहत काम कर रहे थे ताकी लोगों में डर और भय का माहौल पैदा किया जा सके और इसी के लिये मुस्लिम युवको को भड़का कर अपने संगठन में शामिल कर आतंकी वारदातों की योजना बना रहे थे.
कंप्यूटर की हार्ड डिस्क बरामद
यह बात भी सामने आई है कि मुबारक अली और वाजिद दोनों के मोबाइल, कई दस्तावेज और कंप्यूटर की हार्ड डिस्क बरामद की गई है. वाजिद युवाओं को जूडो कराटे का प्रशिक्षण देता है. मुबारक अली का कोटा में सैलून है. प्रारंभिक पूछताछ के बाद दोनों को हिरासत में लिया गया. जानकारी के अनुसार मुबारक पीएफआई के साथ ही एसडीपीआई से भी जुड़ा है.
जकात के नाम पर पैसा जमा
ये लोग अपनी मसूंबो को पूरा करने के लिये मुस्लिम धर्म के लोगों से जकात के नाम पर पैसा जमा कर रहे थे और इस पैसे का इस्तेमाल भर्ती किये गये लोगों को ट्रेनिंग- देने में इस्तेमाल कर रहे थे. इनके इसी इरादों के बाद भारत सरकार ने सितंबर 2022 में PFI को प्रतिबधिंत संगठन घोषित कर दिया था ताकी इनके खतरनाक इरादों पर रोक लगायी जा सके. इससे पहले जनवरी में भी एनआईए ने कोटा के विज्ञान नगर में छापेमारी की थी.