Manipur: मणिपुर के बिगड़ते हालात को लेकर आए दिन खबरें सामने आती रहती हैं. साथ विपक्ष भी लगातार केंद्र सरकार को घेर रही है, इसी बाच केंद्रीय मंत्री ने मणिपुर और पूर्वोत्तर के राज्यों को लेकर बड़ा बयान दे दिया है.
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Jyotiraditya Schindia on Manipur: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक इंटरव्यू में मणिपुर के हालात बात करते हुए कहा कि यह हाल के वर्षों में पैदा नहीं हुआ है और कहा कि यह हालात 25-40 वर्षों से बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि कोई ऐसी चीज नहीं है जो इस सरकार ने बनाई हो. हम सभी गुटों से बात कर रहे हैं और हम सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ मिलकर समाधान निकालने के लिए प्रतिबद्ध है.
केंद्रीय संचार मंत्री ने कहा कि पिछले 10 सालों में इस क्षेत्र में संघर्ष की घटनाओं की तादाद में पहले की तुलना में लगभग 80 फीसद की कमी आई है. उन्होंने कहा,'यह कहना अनुचित और गलत है कि यह क्षेत्र संघर्ष में घिरा हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर कभी इतना शांतिपूर्ण नहीं रहा. पिछले 10 वर्षों में हुई घटनाओं की तादाद में पहले की तुलना में लगभग 80 फीसद की कमी आई है. इस क्षेत्र में हथियार डालने वाले और भारत में विकास की मुख्यधारा में शामिल होने वाले उग्रवादियों की संख्या में लगभग 70 से 75 फीसद का इजाफा हुआ है.'
#WATCH | "...The central government is seized of the matter...Manipur is not a situation that has occurred in the last year, the last five years or the last ten years. Manipur is a situation that has been there for the last 25 to 40 years. So it's not something that has been… pic.twitter.com/xK78JantHV
— ANI (@ANI) December 18, 2024
सिंधिया ने कहा,'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में जितने समझौते हुए हैं, वे अभूतपूर्व हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस इलाके में जितना विकास और तरक्की हुई है, वह हैरान कर देने वाली है.' उन्होंने बताया कि 16,000 किलोमीटर से ज्यादा राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण, रेलवे, हवाई अड्डों और जलमार्गों का विस्तार शामिल है. उन्होंने कहा,'मैंने हाल ही में पूर्वोत्तर निवेशक शिखर सम्मेलन के लिए मुंबई में एक रोड शो किया, जहां मेरे साथ मंच पर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री और मेघालय के मुख्यमंत्री भी थे और उन्होंने अपने-अपने राज्यों में अपने नेतृत्व में हुए विकास के संदर्भ में जो प्रभावशाली भाषण दिए, वह किसी मिसाल से कम नहीं है. पिछले 10 वर्षों में हमने लगभग साढ़े पांच हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग बनाए हैं. जिस इलाके में सिर्फ 10,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग हैं, आज वहां 16,000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग हैं.'
सिंधिया ने कहा,'60 साल में क्या बनाया गया? इसका 60 प्रतिशत 10 साल में बनाया गया है. पिछले 10 साल में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 50000 करोड़ रुपये की लागत से 45,000 किलोमीटर का निर्माण किया गया है. यह राजमार्गों के मामले में है. अगर आप रेलवे को देखें, तो रेलवे ट्रैक बनाने की रफ्तार मोटे तौर पर 6.5 किलोमीटर प्रति माह थी. यह अब बढ़कर 19 किलोमीटर प्रति माह हो गई है. पिछले 10 साल में 2,000 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बनाए गए हैं.'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में उनके पिछले पोर्टफोलियो में पूर्वोत्तर राज्यों में नौ हवाई अड्डे थे और आज इस क्षेत्र में 17 हवाई अड्डे हैं. उन्होंने कहा,'पूर्वोत्तर में तीन से चार राज्य पहले से ही रेलवे से जुड़े हुए हैं और हम अगले दो से तीन वर्षों में बाकी इलाकों को भी जोड़ देंगे. रेलवे की 19 परियोजनाएं चल रही हैं, जिनकी लागत करीब 88,000 करोड़ रुपये है. उन्होंने कहा कि हमारे पास पूर्वोत्तर में परिवहन के लिए एक ही जलमार्ग था. आज हमारे पास पूर्वोत्तर में परिवहन के लिए 20 जलमार्ग हैं.' सिंधिया ने यह भी ऐलान किया कि भारत में दूसरा सेमीकंडक्टर कारखाना असम में बनाया जाएगा, जो इस इलाके के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
(इनपुट-एएनआई)