US Consulate in Bengaluru: तेजस्वी सूर्या द्वारा डीके शिवकुमार का वीडियो शेयर करने के बाद से सोशल मीडिया पर रिएक्शंस का दौर जारी है. लोग इसे सकारात्मक पहल बता रहे हैं. कुछ यूजर्स का कहना है कि काउंसलेट पार्टी का नहीं देश का होता है इसलिए डीके शिवकुमार और तेजस्वी सूर्या दोनों की तारीफ होनी चाहिए.
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DK Shivakumar louds PM Modi: भारतीय राजनीति में पनप चुके एक बेतुके चलन की बात करें तो जनता से जुड़े मुद्दों पर भी एकजुट होने के बजाए अक्सर विरोधी दलों के नेता सार्वजनिक मंच पर एक दूसरे का विरोध करने लग जाते हैं. बहुत कम ऐसा होता है कि दो विरोधी दलों के नेता किसी एक मुद्दे पर एक राय हो जाएं. कुछ ऐसा ही रेयर मामला सामने आया कर्नाटक में जहां अमेरिकी वाणिज्यिक दूतावास काउंसलेट खुलने को लेकर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और विदेश मंत्री एस जयशंकर की तारीफ की तो खुद बीजेपी नेता उनका वीडियो शेयर करने लगे.
आइये सबसे पहले आपको बताते हैं कि डीके शिवकुमार ने पीएम मोदी को लेकर क्या कह दिया कि भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बेंगलुरु साउथ के सांसद तेजस्वी सूर्या उनका वीडियो अपने अकाउंट से शेयर करने लगे.
DCM @DKShivakumar reflects on how the US Consulate in Bengaluru, inaugurated today, was a cherished dream of the Late Shri SM Krishna Ji, Former CM & Foreign Minister.
The Site Dedication marks the coming together of great minds to strengthen Bengaluru's global connections and… pic.twitter.com/2NW0EZsTu6
— Tejasvi Surya (@Tejasvi_Surya) January 17, 2025
तो देखा-सुना आपने, कैसे आज बेंगलुरु के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि शहर में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास कार्यालय का उद्घाटन किया गया है. दुनिया के लिए भारत की इस नई विंडो बना बेंगलुरु इस कदम का स्वागत करता है. पीएम मोदी की सरकार में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और अमेरिकी राजदूत श्री एरिक गार्सेटी के साथ मिलकर हम साझा प्रगति की ओर कदम बढ़ा रहे हैं.
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सोशल मीडिया पर हो रही तारीफ
तेजस्वी सूर्या के द्वारा डीके शिवकुमार का वीडियो शेयर करने के बाद से सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शंस का दौर जारी है. लोग इसे एक साकारात्मक पहल बता रहे हैं. कुछ यूजर्स का कहना है कि काउंसलेट किसी पार्टी का नहीं पूरे देश का होता है इसलिए डीके शिवकुमार के इनीशिएटिव और एक्साइटमेंट और तेजस्वी सूर्या के उनकी बात को अपने अकाउंट से शेयर करने के लिए दोनों नेताओं की तारीफ होनी चाहिए.
गीता गौड़ा/@GowdaGeetha नाम की यूजर ने कहा- 'शहर और राज्य दोनों की बेहतरी से जुड़े मुद्दे को लेकर दोनों नेताओं को एक साथ आते देखकर मैं अभिभूत हूं. उम्मीद है कि वाणिज्य दूतावास और वीज़ा प्रक्रिया के लिए जल्द ही एक स्थायी साइट/भवन/परिसर तैयार हो जाएगा.'
Citizens Movement/@east_bengaluru नाम के हैंडल से लिखा गया- 'ये देखकर अच्छा लगा कि माननीय उपमुख्यमंत्री ने इस मामले पर अपने दिल की बात कही. , आप चाहे किसी भी पार्टी से जुड़े हों, कर्नाटक और देश के हित सबसे पहले आते हैं. ऐसा करना सराहनीय है.'
सुधीर @sudhir नाम के यूजर ने लिखा - 'जब भी स्थायी भवन बनकर तैयार हो जाए, उस सड़क का नाम श्री एस.एम. कृष्णा के नाम पर रखा जाना चाहिए.'
vasistalpride hindu @Pridehindu18151 नाम के यूजर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए X पर लिखा- 'इस उपलब्धि के पीछे प्रधानमंत्री और जय शंकर का हाथ है. @Tejasvi_Surya को बधाई. @DKShivakumar को उनके अच्छे शब्दों के लिए देखकर अच्छा लगा.'
देश मंत्री एस जयशंकर ने लंबी प्रतीक्षा के बाद यहां अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के खुलने को द्विपक्षीय संबंधों में मील का पत्थर बताते हुए शुक्रवार को अमेरिकी प्रशासन से अपील की कि वह यह सुनिश्चित करे कि मिशन में वीजा सेवा जल्द से जल्द शुरू हो. उन्होंने कहा, ‘जब मैं (अगले) विदेश मंत्री (मार्को) रुबियो से मिलने जाऊंगा तो मेरे लिए चर्चा का यह पहला विषय होगा. हम इसे जितनी जल्दी पूरा कर लेंगे, उतना ही बेहतर होगा.’ वह भारत में पांचवें अमेरिकी वाणिज्य दूतावास खोले जाने से जुड़े एक समारोह में भाग लेने के लिए शुक्रवार को यहां थे. यहां यह वाणिज्य दूतावास जल्द ही काम करना शुरू कर देगा.
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने अपने संबोधन में कहा कि बेंगलुरु स्थित वाणिज्य दूतावास फिलहाल वीजा सेवाएं प्रदान नहीं करेगा. अपने संबोधन में जयशंकर ने आंकड़ों का हवाला देते हुए अमेरिका से अपील की कि वह यथाशीघ्र बेंगलुरु से वीजा सेवा शुरू करे. उन्होंने कहा, ‘मैं आंकड़े देख रहा था और यह देखकर बहुत खुश हुआ कि पिछले साल, आरपीओ (क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय) बेंगलुरु ने 8,83,000 पासपोर्ट जारी किए. यह सिर्फ एक साल का आंकड़ा है. हिसाब लगाकर देखिए और आप पाएंगे कि यात्रा को सुचारू बनाना कितना महत्वपूर्ण है.’ उन्होंने यह भी कहा कि यहां से हर हफ्ते सैन फ्रांसिस्को के लिए तीन उड़ानें हैं.
जयशंकर ने कहा, ‘उम्मीद है कि अगर बोइंग और एयरबस अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो और भी बहुत कुछ होगा.’ जयशंकर ने कहा कि बेंगलुरु में ‘लंबे समय से’ अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की प्रतीक्षा की जा रही थी. उन्होंने कहा, ‘पहला, मेरा मानना है कि बेंगलुरू इसका हकदार था और इसकी उम्मीद भी थी.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि बेंगलुरु का इतना महत्वपूर्ण स्थान है कि मेरे लिए यह जरूरी है कि यहां अमेरिकी राजनयिकों की स्थायी उपस्थिति हो.’ विदेश मंत्री ने यS भी कहा कि पिछले 5 सालों में जब भी वह इस शहर में आए, हर बार यहां हमेशा कोई न कोई उनसे पूछा करता था कि वाणिज्य दूतावास कब खुल रहा है?’
उन्होंने कहा, ‘मैं कहूंगा कि यह (मांग) वास्तव में समाज के हर वर्ग से थी. यह व्यावसायियों की ओर से थी, यह प्रौद्योगिकी जगत की ओर से थी, यह शिक्षाविदों की ओर से थी. यह उन लोगों की ओर से भी थी जिनसे आप किसी रेस्तरां में मिलते हैं.’ विदेश मंत्री के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सितंबर 2023 में अमेरिका की यात्रा के दौरान बेंगलुरु में वाणिज्य दूतावास खोलने का मुद्दा उठाया था.
अब भारत की बारी
उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने वादा किया है कि यदि अमेरिका ‘बेंगलुरु में वाणिज्य दूतावास खोल’ लेता है तो वह (भारत) लॉस एंजिल्स में एक वाणिज्य दूतावास खोलेगा. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि इस वाणिज्य दूतावास का औपचारिक उद्घाटन एक और संकेत है कि हम इतिहास की झिझक पर काबू पा रहे हैं. अब यह हमारी पहुंच में है, संभावना के दायरे में है, कि हम भारत-अमेरिका संबंधों की क्षमता को पूरी तरह से महसूस कर सकें. मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि बेंगलुरु भी संबंधों में अपनी क्षमता को महसूस करे.’ गार्सेटी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि बेंगलुरू में वाणिज्य दूतावास स्थापित करवाना एवं उन्हें चालू करवाना भारत में उनका अंतिम कार्य होगा. गार्सेटी जल्द ही भारत में अपना कार्यभार छोड़ देंगे. गार्सेटी ने कहा, ‘आप जानते हैं, भारत के साथ हमारा रिश्ता नया नहीं है.' (भाषा)