Chirag Paswan: बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा, ‘‘हम उन सभी दलों को एनडीए का सहयोगी मानते हैं, जिन्होंने हमारे साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा है और राष्ट्रपति चुनाव में हमारा समर्थन किया है.’’
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Bihar By-Elections: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की बिहार इकाई के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने शुक्रवार को दावा किया कि चिराग पासवान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगी हैं. उन्होंने कहा कि राज्य के मोकामा एवं गोपालगंज विधानसभा क्षेत्रों में हो रहे उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे.
जायसवाल ने कहा कि एलजेपी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान 31 अक्टूबर को मोकामा जबकि एक नवंबर को गोपालगंज में चुनाव प्रचार में भाग लेंगे. उन्होंने कहा, ‘‘हम उन सभी दलों को एनडीए का सहयोगी मानते हैं, जिन्होंने हमारे साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा है और राष्ट्रपति चुनाव में हमारा समर्थन किया है.’’
पिछले साल टूट गई थी एलजेपी
दलित समुदाय से आने वाले कद्दावर नेता रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने अपने पिता द्वारा स्थापित लोक जनशक्ति पार्टी का नेतृत्व किया, जो पिछले साल चाचा पशुपति कुमार पारस की बगावत के कारण टूट गई थी.
चिराग पासवान ने 2020 के विधानसभा चुनाव में उस समय खलबली मचा दी थी जब उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बगावत कर दी थी. उस समय कुमार एनडीए का हिस्सा थे.
आरजेडी उम्मीदवार का नामांकर रद्द करने की मांग करेगी बीजेपी
जायसवाल ने यह भी घोषणा की कि बीजेपी उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर गोपालगंज से आरजेडी उम्मीदवार मोहन प्रकाश गुप्ता का नामांकन रद्द करने की मांग करेगी.
बीजेपी नेता ने दावा किया, ‘‘हमने हाल ही में निर्वाचन आयोग को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें कहा गया है कि गुप्ता ने झारखंड में अपने खिलाफ दर्ज शराब तस्करी के एक मामले से संबंधित जानकारी छुपाई है. अब तक चुनाव अधिकारी द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसलिए हम एक नवंबर को अदालत का रुख करेंगे.’’
जायसवाल ने आरोप लगाया कि मोकामा में बाहुबली से नेता बने अनंत कुमार सिंह द्वारा मतदाताओं को डराने का प्रयास किया जा रहा है. अनंत सिंह की पत्नी आरजेडी उम्मीदवार के तौर पर अपने पति को अयोग्य ठहराए जाने के कारण खाली हुई इस सीट को बरकरार रखना चाहती हैं.
बीजेपी नेता ने आरोप लगाया, ‘‘कल मोकामा के मुख्य बाजार में डकैती हुई थी. डकैत अनंत सिंह के गुर्गे थे जिनका मुख्य उद्देश्य लोगों को अपने नेता का समर्थन नहीं करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी देना था.’’
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