Kasganj Ramleela Suicide Case: सपा मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश ने कहा है कि योगी सरकार पीडीए समाज के साथ अत्याचार कर रही है.
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Akhilesh Yadav on Kasganj Ramleela Suicide Case: उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में रामलीला मंच के पास से हटाए जाने पर आहत हुए एक दलित दर्शक ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली. इस कथित घटना के बाद सक्रिय हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. अखिलेश ने कहा कि पीडीए समाज का शारीरिक अपमान दरअसल पीडीए के लोगों को मानसिक रूप से कमजोर करने के एक बड़े मनोवैज्ञानिक षड्यंत्र का हिस्सा है. उन्होंने योगी सरकार को प्रभुत्ववादी मानसिकता का प्रतीक बताया है.
दलित की आत्महत्या का समाचार बेहद दुखद- अखिलेश यादव
वहीं अखिलेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, 'उप्र के कासगंज में रामलीला देखते समय मंच के करीब कुर्सी पर बैठने के लिए पुलिस की ओर से पीटे जाने के बाद एक दलित की आत्महत्या का समाचार बेहद दुखद और सामाजिक रूप से चिंताजनक है.
सपा प्रमुख ने कहा, 'आजादी का तथाकथित अमृतकाल मना रही भाजपा सरकार के समय में प्रभुत्ववादी सोच को जो बढ़ावा दिया जा रहा है, ये उसका ही परिणाम है कि PDA (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) के साथ ऐसा अपमानजनक व्यवहार करने का दुस्साहस किया जा रहा है.'
'ऐसी घटनाओं पर लीपापोती बीजेपी सरकार की आदत'
अखिलेश ने दावा किया, 'पीडीए समाज का शारीरिक अपमान दरअसल पीडीए के लोगों को मानसिक रूप से कमजोर करने के एक बड़े मनोवैज्ञानिक षड्यंत्र का हिस्सा है. ऐसी घटनाओं पर लीपापोती करना भाजपा सरकार की आदत बन गयी है. घोर निंदनीय, इंसाफ हो.'
वहीं कासगंज पुलिस ने अखिलेश यादव के आरोपों को गलत बताया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आयोजकों ने शराब के नशे में धुत्त एक व्यक्ति को मंच के पास से हटाया था, जिसने बाद में कथित रूप से आत्महत्या कर ली. पुलिस की ओर से जारी बयान के मुताबिक, सोरों थाना क्षेत्र के सलेमपुर बीबी इलाके में सोमवार सुबह रमेश चंद्र (45) अपने घर में फंदे से लटका हुआ पाया गया.
शराब पीकर 3 दिनों से रामलीला आ रहा थी व्यक्ति
पुलिस के अनुसार, 'रामलीला आयोजन समिति के सभी सदस्यों ने सोरों थाना के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) को एक प्रार्थना पत्र देकर कहा कि रमेश नशे की हालत में कार्यक्रम के दौरान मंच पर आया और बैठ गया. जिसके बाद आयोजकों और ग्रामीणों ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से उसे हटाने के लिए कहा. इसके तुरंत बाद उसके दोनों भांजे धारा सिंह और मुनेंद्र उसे घर लेकर चले गए.'
पोस्टमार्टम में नहीं मिले चोट के निशान
पुलिस ने बताया कि आयोजकों ने बताया कि वह पिछले दो-तीन दिनों से शराब पीकर रामलीला कार्यक्रम में आ रहा था. मृतक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी तरह की चोट के निशान नहीं हैं. इसके साथ ही निष्पक्षता बरतते हुए घटना में शामिल दोनों पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से पुलिस लाइन भेज दिया गया है. पुलिस ने बताया कि मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार भारतीय कर रहे हैं, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
(एजेंसी भाषा)