Kartam Bhugtam Movie Review: श्रेयस तलपड़े और विजय राज की फिल्म 'कर्तम भुगतम' आज यानी 17 मई को सिनेमाघरों में दस्तक दे गई है. फिल्म की कहानी कर्म, विश्वास और धोखा के इर्द-गिर्द घूमती है. आइए, यहां पढ़ते हैं श्रेयस तलपड़े और विजय राज की नई फिल्म का रिव्यू...
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Shreyas Talpade and Vijay Raj Kartam Bhugtam: हार्ट अटैक के बाद श्रेयस तलपड़े फिल्म 'कर्तम भुगतम' में पहली बार नजर आए हैं. श्रेयस तलपड़े और विजय राज स्टारर 'कर्तम भुगतम' की कहानी खूब सारे सस्पेंस, थ्रिल और ट्विस्ट से भरपूर है. फिल्म की कहानी विश्वास, कर्म और धोखे के इर्द-गिर्द बुनी गई है. 'कर्तम भुगतम' की कहानी इंटरवल तक बहुत ही सीधी दिखाई देती है, लेकिन फिर जिस तरह से ट्विस्ट लेती है वह कमाल है.
फिल्म: कर्तम भुगतम
डायरेक्टर: सोहम पी. शाह
कास्ट: श्रेयस तलपड़े, विजय राज, मधु, अक्ष परदासनी
रेटिंग: 3
ड्यूरेशन: 2 घंटे 11 मिनट
क्या है कर्तम भुगतम की कहानी?
'कर्तम भुगतम' की कहानी देव जोशी (श्रेयस तलपड़े) पर बेस्ड है, जो न्यूजीलैंड में नौकरी छोड़कर अपने पिता के निधन के बाद भोपाल आया है. देव जोशी भोपाल की सभी प्रॉपर्टी जल्द से जल्द बेचकर वापस न्यूजीलैंड लौटना चाहता है. लेकिन यहां पेपर वर्क और कानूनी दांवपेच में फंस जाता है. देव जोशी का एक दोस्त गौरव दिखाया गया है, जो एक अन्ना नाम के ज्योतिष के पास जाता है. देव पहले तो इन सब बातों में विश्वास नहीं करता है, लेकिन जब उसकी प्रॉपर्टी और पैसों का काम नहीं सुलझता तो वह भी अन्ना (विजय राज) के पास जाता है.
देव जोशी को अन्ना पर विश्वास होने लगता है और उसके सारे काम भी बनने लगते हैं. इसी के बाद एक बड़ा ट्विस्ट और टर्न आता है. अचानक ही देव जोशी की गर्लफ्रेंड जिया जो न्यूजीलैंड में इंतजार कर रही होती है, वह इंडिया आ जाती है. जिया आकर देव की तलाश करती है लेकिन वह उसे ऐसी हालत में मिलता है, जिसे देख उसे अपनी आंखों पर यकीन नहीं होता...'कर्तम भुगतम' की कहानी यहां से पूरी तरह बदल जाती है. फिल्म की कहानी कैसे बदलती है, उसके लिए फिल्म देखना दिलचस्प है.
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श्रेयस तलपड़े और विजय राज की एक्टिंग है कमाल
'कर्तम भुगतम' में श्रेयस तलपड़े का किरदार बहुत ही सेंसेटिव तरह से पेश किया गया है. उसे एक आम और साधारण शख्स की तरह दिखाया गया है, जो परेशान हो जाता है तो ज्योतिष पर विश्वास कर बैठता है. वहीं दूसरी तरफ विजय राज ने हमेशा की तरह अपने किरदार में दमदार आवाज और एक्सप्रेशन्स से जान भरी है.
आखिरी तक बना रहता है सस्पेंस
'कर्तम भुगतम' फिल्म की कहानी इंटरवल के बाद दर परत दर खुलती है. जहां एक साथ बहुत सारे सरप्राइज और इमोशन्स देखने को मिलते हैं. यही फिल्म में आखिरी तक दिलचस्पी को भी बनाए रखती है. बता दें, 'कर्तम भुगतम' फिल्म का डायरेक्शन सोहम.पी शाह ने किया है.
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