Radhika Madan: सोशल मीडिया ने लोगों को हर किसी पर टिप्पणी करने की छूट दे दी है. लेकिन समस्या यह है कि हरेक बात पर लोग आलोचना करते हैं. राधिका मदान ने बताया है कि जब उन्होंने वजन बढ़ाया तब आलोचना हुई और जब कम किया, तब भी लोगों ने सुनाने में कसर नहीं छोड़ी. ऐसे में क्या है बीच का रास्ता...ॽ
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Radhika Madan Films: 2014 में टीवी सीरियल मेरी आशिकी तुम से ही के साथ अपना एक्टिंग करियर शुरू करने और 2018 में फिल्म पटाखा के साथ बॉलीवुड (Bollywood) में कदम रखने वाली राधिका मदान ने बॉडी शेमिंग (Body Shaming) को लेकर अपने अनुभव लोगों के साथ शेयर किए हैं. शिद्दत, अंग्रेजी मीडियम, मर्द को दर्द नहीं होता और कुत्ते जैसी फिल्मों में आ चुकीं राधिका की फिल्म सजिनी शिंदे का वायरल वीडियो (Sajani Shinde Ka Viral Video) बीते शुक्रवार को रिलीज हुई है. इसी फिल्म के प्रमोशन के दौरान मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में राधिका मदान (Radhika Madan Interview) ने बॉडी शेमिंग को लेकर अपने अनुभवों पर खुलकर चर्चा की. उन्होंने बताया कि उन्हें वजन बढ़ाने और घटाने दोनों के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा.
शर्मिंदगी का एहसास
उल्लेखनीय है कि पटाखा में अपनी भूमिका के लिए राधिका को 12 किलो वजन बढ़ाना पड़ा और उस दौरान उन्हें बॉडी शेमिंग का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि इसी तरह जब उन्हें एक अन्य फिल्म के लिए वजन कम करने की जरूरत पड़ी, तो उन्हें लोगों ने फिर से उन्हें निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि आप वजन बढ़ाएं या कम करें, हर कोई कभी खुश नहीं हो सकता. जब मैंने पटाखा के लिए लगभग 12 किलो बढ़या, तो मेरी आलोचना हुई. इसे लेकर मुझे उस वक्त शर्मिंदगी भी हुई. लेकिन खास बात यह कि जब मैंने अंग्रेजी मीडियम के लिए वजन कम किया तो तब भी लोगों ने मेरी आलोचना हुई. वास्तव में हर किसी को खुश करना असंभव है. हमें किसी की खुशी की खातिर काम नहीं करना चाहिए.
कभी खुश नहीं
राधिका मदान ने कहा कि वह अब महसूस करती हैं कि अपने शरीर से संतुष्ट हैं और स्वस्थ महसूस करती हैं, तो इतना काफी है. उन्होंने कहा कि बॉडी शेमिंग करने वाले वे लोग होते हैं, जो अपनी कमजोरियों और असुरक्षा को दूसरों पर थोपते हैं. ये ऐसे लोग हैं, जो आपके वजन कम करने पर भी आपको शर्मिंदा महसूस कराते हैं और वजन बढ़ाने पर भी वही काम करते हैं. मुझे ऐसा लगता है कि वो लोग कभी खुश नहीं हो सकते. वास्तव में, वे लोग आपमें वही देखते हैं जो वे खुद में देखते हैं. और अगर मैं फिट महसूस कर रही हूं तो मुझे खुश होना चाहिए. किसी पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. ऐसा करके मैं चैन की नींद सो सकती हूं.