कौन है आशना चौधरी, जिसका 2.5 मार्क्स के कारण नहीं क्रैक हुआ Prelims, पर अगले प्रयास में क्लियर कर डाले UPSC के तीनों स्टेज
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कौन है आशना चौधरी, जिसका 2.5 मार्क्स के कारण नहीं क्रैक हुआ Prelims, पर अगले प्रयास में क्लियर कर डाले UPSC के तीनों स्टेज

Aashna Chaudhary UPSC Success Story: आशना अपने पहले दो प्रयासों में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास नहीं कर पाईं थी, लेकिन उन्होंने अपनी रणनीति में ऐसा बदलाव किया कि अगले ही प्रयास में उन्होंने यह परीक्षा क्रैक कर डाली.

कौन है आशना चौधरी, जिसका 2.5 मार्क्स के कारण नहीं क्रैक हुआ Prelims, पर अगले प्रयास में क्लियर कर डाले UPSC के तीनों स्टेज

Aashna Chaudhary UPSC Success Story: यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा को भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है. यूपीएससी सीएसई 2023 में शामिल होने वाले कई उम्मीदवारों ने भी कहा है कि इस साल यूपीएससी प्रीलिम्स को क्रैक करना काफी मुश्किल था. इससे पहले जून में, संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने नतीजे घोषित किए थे, जिसमें कुल 14,624 उम्मीदवारों ने सिविल सेवा प्रीलिम्स परीक्षा पास की थी. हालांकि, इनमें से केवल कुछ उम्मीदवार ही तीनों चरणों को पास कर पाएंगे. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ऐसे कई अभ्यर्थी हैं जिन्होंने अपने दूसरे या तीसरे प्रयास में परीक्षा पास की है.

इस लेख में, हम आपको एक ऐसी उम्मीदवार के बारे में बताएंगे, जो अपने दो प्रयासों में यूपीएससी की प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाई, लेकिन उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में ऑल इंडिया 116वीं रैंक हालिस की है. दरअसल, इनका नाम आशना चौधरी है.

आशना चौधरी ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 में सफलता हासिल की है. उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में ऑल इंडिया 116वीं रैंक हासिल की है. उन्होंने एक साल की तैयारी के बाद साल 2020 में अपना पहला प्रयास दिया था, लेकिन वह प्रीलिम्स परीक्षा भी क्रैक नहीं कर पाईं. इसके अगले प्रयास में भी, वह प्रीलिम्स क्रैक करने में असफल रहीं और केवल 2.5 अंकों के कारण उनका प्रीलिम्स क्रैक नहीं हुआ. आशना ने तब अपनी तैयारी की रणनीति में बदलाव किया और यूपीएससी परीक्षा के सभी चरणों को 992 अंकों के साथ उत्तीर्ण किया.

आशना ने दिल्ली के लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन में अंग्रेजी साहित्य में बीए ऑनर्स के साथ ग्रेजुएशन किया है. आशना ने ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद साल 2019 में यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी. उन्होंने दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में मास्टर डिग्री की पढ़ाई भी शुरू की थी. उन्होंने एक NGO के साथ भी काम किया है, जो वंचित बच्चों को शिक्षित करने में मदद करता है.

वह उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा की रहने वाली हैं. उनके पिता डॉ अजीत चौधरी एक सरकारी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं. उनकी मां का नाम इंदु सिंह है. आशना सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं. वह अक्सर इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीरें शेयर करती हैं जिसमें उनके 63.6K फॉलोअर्स हैं.

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