Rajnath Singh Profile: राजनाथ सिंह को बीजेपी के कद्दावर नेताओं में गिना जाता है. एक साधारण कार्यकर्ता से शुरुआत करने वाले राजनाथ सिंह ने गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री जैसे पद संभाले हैं. वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं.
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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के दो चरण हो चुके हैं और 7 मई को तीसरे चरण के लिए वोट डाले जाएंगे. भीषण गर्मी के प्रकोप के कारण ही कई जगहों पर कम वोटिंग भी देखने को मिल रही है. इसलिए नेताओं के लिए सोशल मीडिया किसी वरदान से कम नहीं है. वह इसके जरिए आसानी से अपनी बात लोगों तक ले जा सकते हैं. इस बीच ZEE NEWS ने नेताओं का सोशल मीडिया स्कोर निकाला है, जिसे लीडर सोशल स्कोर (LSS) कहा जाता है. आज हम आपको रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के स्कोर के बारे में बताएंगे.
बीजेपी के कद्दावर नेता हैं राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह को बीजेपी के कद्दावर नेताओं में गिना जाता है. एक साधारण कार्यकर्ता से शुरुआत करने वाले राजनाथ सिंह ने गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री जैसे पद संभाले हैं. वह सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहते हैं.
यूपी के वाराणसी जिले (अब चंदौली जिले) की चकिया तहसील के बभोरा गांव में 10 जुलाई 1951 को रामबदन सिंह और गुजराती देवी के घर जन्मे राजनाथ सिंह. उनकी शुरुआती शिक्षा तो स्कूल में ही हुई. बचपन से मेधावी थे तो आगे चलकर गोरखपुर यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. वह मिर्जापुर के केबी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में टीचर भी रहे.
छात्र जीवन में RSS से जुड़े
स्टूडेंट लाइफ में ही वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे. 1972 में वह मिर्जापुर शहर के संघ कार्यवाह बनाए गए. एबीवीपी गोरखपुर मंडल के 1969 से 1971 तक संगठन मंत्री भी रहे.
1974 में उन्होंने सियासत में एंट्री ली और भारतीय जनसंघ के मिर्जापुर सचिव बनाए गए. 1977 में वह पहली बार विधायक बने.
1983 में वह प्रदेश सचिव और 1984 में उनको बीजेपी युवा इकाई (भाजयुमो) के प्रांतीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई. 1986 में वह भाजयुमो के महामंत्री और दो साल बाद 1988 में राष्ट्रीय अध्यक्ष बने.
1991 में संभाला शिक्षा मंत्री का पद
1988 में यूपी विधान परिषद के सदस्य बनाए गए और 1991 में यूपी के शिक्षा मंत्री का पद संभाला. उस समय में उनके लाए नकल विरोधी कानून के कारण हलचल मच गई थी. 1994 में उनको पार्टी ने राज्यसभा भेजा. 1997 में यूपी बीजेपी के चीफ बने. संगठन को और मजबूत करने के साथ-साथ दो बार बीजेपी की अगुआई वाली सरकार को बचाने में अहम भूमिका अदा की.
साल 1999 में अटल सरकार में वह केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री बनाए गए. उन्होंने इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग विकास कार्यक्रम (एनएचडीपी) को शुरू किया, जो अटल बिहारी वाजपेयी का ड्रीम प्रोजेक्ट था.
साल 2000 में वह यूपी के मुख्यमंत्री बनाए गए और बाराबंकी के हैदरगढ़ क्षेत्र से दो बार विधायक बने. 2002 में उनको बीजेपी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया. 2003 में वह केंद्रीय कृषि मंत्री बने और उसके बाद खाद्य प्रसंस्करण मंत्री का कार्यभार सौंपा गया.
2004 में बने बीजेपी के महासचिव
2004 में वह दोबारा बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बने और छत्तीसगढ़ और झारखंड का प्रभार संभाला. उनकी संगठन क्षमता के कारण ही बीजेपी ने दोनों राज्यों में जीत दर्ज की. 2005 में राजनाथ सिंह बीजेपी के अध्यक्ष बने और 2009 तक इस पद पर रहे. 2009 में वह गाजियाबाद से सांसद चुने गए और जनवरी 2013 में उनको फिर से बीजेपी अध्यक्ष बनाया गया.
साल 2014 के चुनावों में राजनाथ सिंह लखनऊ से उतरे और उन्होंने रीता बहुगुणा जोशी को शिकस्त दी. राजनाथ सिंह को 5,61, 106 वोट मिले तो वहीं जोशी को 2,88,357 वोट. उनको मोदी 1.0 में गृह मंत्री बनाया गया.
2019 के चुनावों में फिर राजनाथ सिंह लखनऊ से उतरे और उन्होंने पूनम सिन्हा को शिकस्त दी. मोदी 2.0 में उनको रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई. 2024 के चुनावों में राजनाथ सिंह को लखनऊ से टिकट दिया गया है.