Raebareli History: वो एक वजह, जो नेहरू-गांधी परिवार को इलाहाबाद से रायबरेली खींच ले गई?
Advertisement
trendingNow12232514

Raebareli History: वो एक वजह, जो नेहरू-गांधी परिवार को इलाहाबाद से रायबरेली खींच ले गई?

Rahul Gandhi Raebareli Lok Sabha candidate: रायबरेली से राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं. पिछली बार वह अमेठी से हार गए और वायनाड सीट से सांसद रहे. रायबरेली से उतरने के बाद लोगों को अब इस लोकसभा सीट का पूरा इतिहास याद आ रहा है. इलाहाबाद से जुड़ा नेहरू-गांधी परिवार आखिर रायबरेली क्यों चला गया?

Raebareli History: वो एक वजह, जो नेहरू-गांधी परिवार को इलाहाबाद से रायबरेली खींच ले गई?

Raebareli Lok Sabha Chunav: आज से करीब दो महीने पहले जब सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने की खबर आई तो कैमरे के सामने रायबरेली के एक शख्स ने कहा था कि यहां से कोई भी आए जीतेगा कांग्रेस कैंडिडेट ही. आज कांग्रेस ने राहुल गांधी के नाम की घोषणा कर दी है. स्मृति ईरानी ने पिछली बार अमेठी से राहुल को हराया था. इस बार वह मां की सीट रायबरेली से लड़ने गए हैं. सुबह से रायबरेली की काफी चर्चा है. आखिर इलाहाबाद का नेहरू-गांधी परिवार चुनाव लड़ने रायबरेली क्यों चला गया? वैसे, पंडित जवाहरलाल नेहरू इलाहाबाद (प्रयागराज) की फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते रहे लेकिन उनके दामाद फिरोज गांधी ने सबसे पहले रायबरेली का रुख किया था. वो किस्सा दिलचस्प है. 

फिरोज गांधी ने लड़ा था चुनाव

जी हां, वो पहला आम चुनाव था. 1952 में फिरोज गांधी यहां से जीते थे. दिलचस्प बात यह है कि फिरोज भी इलाहाबाद से ही चुनाव लड़ना चाहते थे क्योंकि वहां की गलियों को ज्यादा करीब से जानते थे. खूब घूमे थे. लेकिन उस दौर में प्रयागराज में एक से बढ़कर एक कांग्रेस नेता मैदान में आ चुके थे. नेहरू, मसुरिया दीन, लाल बहादुर शास्त्री... इनमें से किसी की जगह या खिलाफ में फिरोज के लड़ने का सवाल ही नहीं था. ऐसे में कांग्रेस के एक मुस्लिम नेता रफी अहमद किदवई ने उन्हें सलाह दी. 

वो थे किदवई साहब

देश के बड़े नेताओं में शुमार किदवई साहब ने फिरोज से कहा कि आओ रायबरेली चलते हैं. रफी के सिद्धांतों पर चलने वाले उस दौर के नेताओं के समूह को 'रफीयन' कहा जाता था. उन्होंने रायबरेली में आजादी के आंदोलन में काफी काम किया था. लोग उन्हें काफी सम्मान देते थे. रफी ने फिरोज का परिचय एक कार्यक्रम में रायबरेली की जनता से कराया. लोगों को जब नेहरू परिवार से कनेक्शन का पता चला तो वे काफी खुश हुए. उन्हें महसूस हुआ कि फिरोज गांधी जीतकर संसद जाएंगे तो उनके लिए अच्छा होगा. 

पढ़ें: राजीव गांधी का वो पुराना साथी कौन है, जिसे कांग्रेस ने अमेठी से बनाया उम्मीदवार

उम्मीदवारी घोषित होने के बाद फिरोज गांधी का प्रचार करने के लिए इंदिरा गांधी भी रायबरेली आती जाती रहती थीं. नेहरू ने भी कई रैलियां की थीं. एक बार इंदिरा की तबीयत खराब हो गई तो नेहरू ने फिरोज से पूछ लिया था कि एक दिन में कितनी रैलियां कर रहे हो, इंदिरा की तबीयत ही खराब हो गई? फिरोज चुप रहे और इंदिरा ने कहा था कि मैं ठीक तो हूं. पति-पत्नी अलग-अलग इलाकों में जनसंपर्क करते थे. 

LIVE अपडेट: लोकसभा चुनाव की हलचल यहां पढ़िए

फिरोज बहुत अच्छी हिंदी बोलते थे. नेहरू की बेटी होने के कारण लोग इंदिरा को काफी सम्मान देते थे. उस दौर में यह काफी पिछड़ा इलाका था. फिरोज ने जीतने के बाद रायबरेली में सर्वे कराया था कि यहां कौन सी इंडस्ट्री लगाई जा सकती है. आगे यहां से इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी ने भी चुनाव लड़ा. दो बार 1996 और 1998 में ही भाजपा रायबरेली से जीत सकी. 

रायबरेली से नेहरू का रिश्ता

आजादी से पहले की बात है. 1921 में रायबरेली के मुंशीगंज इलाके में अंग्रेजों के खिलाफ काफी बवाल हुआ. सभा करने वाले किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया. अफवाह फैली की उनकी हत्या हो गई. सई नदी के किनारे भीड़ लग गई. कांग्रेस ने एक नौजवान नेता नेहरू को भेजा. अंग्रेजों ने किसानों पर फायरिंग शुरू कर दी. प्रशासन ने नेहरू को रोक लिया लेकिन वह नहीं माने और किसानों के बीच पहुंच गए. इस घटना से उनकी जननेता की छवि बनी और अंग्रेजों का जालिम चेहरा भी सामने आ गया. नेहरू का हमेशा के लिए रायबरेली से अलग रिश्ता बन गया. 

रायबरेली से कांग्रेस का प्रदर्शन
साल  सांसद  पार्टी
1952  फिरोज गांधी  कांग्रेस
1957  फिरोज गांधी  कांग्रेस
1960  आरपी सिंह  कांग्रेस
1962  बैजनाथ  कांग्रेस
1967  इंदिरा गांधी  कांग्रेस
1971  इंदिरा गांधी  कांग्रेस
1977  इंदिरा गांधी  राजनारायण से हारीं
1980  इंदिरा गांधी  कांग्रेस
1984  अरुण नेहरू  कांग्रेस
1989  शीला कौल  कांग्रेस
1991  शीला कौल  कांग्रेस
1996  विक्रम कौल  चौथे स्थान पर, भाजपा जीती
1998  दीपा कौल  चौथे स्थान पर, भाजपा जीती
1999  सतीश शर्मा  कांग्रेस
2004  सोनिया गांधी  कांग्रेस
2009  सोनिया गांधी  कांग्रेस
2014  सोनिया गांधी  कांग्रेस
2019  सोनिया गांधी  कांग्रेस
2024  राहुल गांधी  चुनाव लड़ रहे

 

Trending news