Specialized Upskilling for Indian Doctors: स्किल डेवलपमेंट की इच्छा सभी करियर स्टेज में दिखी. इसमें 5 साल से लेकर 20 साल तक के एक्सपीरिएंस वाले डॉक्टर शामिल थे.
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Medical Education in India Challenges: तेजी से हो रही मेडिकल प्रोग्रेस और हेल्थ सर्विस चुनौतियों के दौर में एक रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि भारत में 94 फीसदी डॉक्टर स्पेशलाइज्ड अपस्किलिंग ऑपोर्ट्यूनिटीज (अवसरों) की तलाश में हैं. रिपोर्ट में ट्रेडिशनल कंटिन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन (सीएमई) से परे विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम की तत्काल जरूरतों का पता चलता है. जिसमें एडवांस्ड सिलेबस और अन्य एकेडमिक अवसर शामिल हैं.
ओसी एकेडमी के सह-संस्थापक और सीईओ बालू रामचंद्रन ने कहा, "हमारा सर्वे भारत में मेडिकल एजुकेशन में एक अहम बदलाव को दर्शाता है. 93.58 प्रतिशत डॉक्टरों ने ट्रेडिशनल कंटिन्यूइंग मेडिकल एजुकेशन से परे विशेष स्किल डेवलपमेंट की जरूरत पर जोर दिया है, जिससे हम मेडिकल प्रोफेशनल्स के सीखने को लेकर बदली सोच से रूबरू हो रहे हैं. यह मांग न केवल एक अंतर को दर्शाती है, बल्कि मेडिकल एजुकेशन में क्रांति लाने का मौके भी मुहैया करा रही है."
रिपोर्ट देश में खास एक्सपर्ट्स और 400 मेडिकल प्रोफेशनल्स की प्रतिक्रियाओं के आधार पर तैयार की गई है. यह कई प्रमुख रुझानों को उजागर करती है जो ट्रेडिशनल मेडिकल एजुकेशन अप्रोच से अलग है.
रिपोर्ट से पता चला कि डॉक्टरों का एक बड़ा हिस्सा (61.35 प्रतिशत) ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड को मिला हाइब्रिड मोड से सीखने की इच्छा जताता है.
खास अपस्किलिंग प्रोग्राम में नामांकन पर विचार करते समय, लगभग एक चौथाई (23.84 फीसदी) मेडिकल ने प्रक्टिकल एक्सपीरिएंस और अनुकरण को प्राथमिकता दी. इसमें खुद से कुछ सीखने की ललक भी देखने को मिली, जिसमें आधे से ज्यादा उत्तरदाताओं (55.09 प्रतिशत) ने एक्टिव रूप से ऑनलाइन संसाधनों की खोज की, जो मेडिकल प्रोफेशनल्स के बीच सेल्फ-डायरेक्टेड कंटिन्यूइंग लर्निंग की ओर बदलाव का संकेत है.
दिलचस्प बात यह है कि स्किल डेवलपमेंट की इच्छा सभी करियर स्टेज में दिखी, जिसमें 38.89 प्रतिशत उत्तरदाताओं के पास 20 साल से ज्यादा का एक्सपीरिएंस है और 24.77 प्रतिशत के पास 5 साल से कम का एक्सपीरिएंस है, जो मेडिकल फील्ड में लगातार प्रोफेशनल डेवलपमेंट की सार्वभौमिक आवश्यकता को उजागर करता है.
रिपोर्ट ने स्किल डेवलपमेंट की चुनौतियों की भी पहचान की. समय की कमी (31.02 प्रतिशत) और उपयुक्त सिलेबस की कमी (33.56 प्रतिशत) डॉक्टरों के सामने आने वाली परेशानियों के रूप में सामने आई है, जिसमें स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम की जरूरत पर जोर दिया गया है.
इनपुट एजेंसी से