Char Dham Yatra Online Registration: हिंदू धर्म में चार धाम की यात्रा का विशेष महत्व है, पुराणों में इनकी विशेषताओं का उल्लेख देखने को मिलता है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पोर्टल खुलने के बाद 24 फरवरी से अबतक सिर्फ केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए 81,000 से ज्यादा पंजीकरण हो चुके हैं.
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चार धाम यात्रा 2023 : हिंदू धर्म में चार धाम की यात्रा का विशेष महत्व है, पुराणों में इनकी विशेषताओं का उल्लेख देखने को मिलता है. जिनके पट खुलने पर यहां हजारों लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है. कोविड के बाद अब इन धामों में भक्तों का भरपूर जोश वापस मिल रहा है. पिछले साल केदरानाथ में भगवान शिव के दर्शन में इतनी भीड़ उमड़ी की पैर रखने की भी जगह नसीब नहीं हुई और व्यवस्थाओं का अभाव देखने को मिला. इसलिए साल 2023 में मंदिरों के कपट खुलने से पहले ही Online Registration शुरु हो गए हैं.
आपको बता दें कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पोर्टल खुलने के बाद 24 फरवरी से अबतक सिर्फ केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए 81,000 से ज्यादा पंजीकरण हो चुके हैं. इस साल तीर्थयात्रियों के लिए प्रवेश की प्रक्रिया को आसान करने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण को प्राथमिकता दी गई है. पिछले कई सालों में भक्तों को दर्शन के लिए लोगों को ठंड के मौसम में घंटों खड़े रहना पड़ता था.
ऑनलाइन पंजीकरण कैसे करें?
- ऑफिशियलि वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाएं.
- रजिस्टर बटन पर क्लिक करें और यात्रा के लिए लॉगिन फॉर्म का खुलने पर उसका उपयोग करें.
- आवश्यक सभी व्यक्तिगत विवरण भरकर फॉर्म को पूरा करें.
- इसे ओटीपी के जरिए वेरिफाई किया जाएगा.
- रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद, मोबाइल नंबर और पासवर्ड के साथ फिर से लॉगिन करें।
एक बार पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, तीर्थयात्री को अद्वितीय पंजीकरण संख्या वाला एक SMS प्राप्त होगा और फिर यात्रा के लिए पत्र डाउनलोड किया जाएगा.
चार धाम यात्रा शुरू करने के लिए श्रद्धालुओं का फोटोमेट्रिक/बायोमेट्रिक पंजीकरण अनिवार्य है.
ऑनलाइन/ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद श्रद्धालुओं को यात्रा पंजीकरण पत्र दिया जाएगा.
तीर्थयात्री आधिकारिक वेबसाइट - uk.gov.in पर हेलीकॉप्टर के माध्यम से केदारनाथ पहुंचने के लिए अपना टिकट बुक कर सकते हैं.
चार धाम यात्रा 2023 के नियम
- पंजीकरण के बाद श्रद्धालु के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक QR Code भेजा जाएगा.
- इसके बाद सभी को दर्शन के समय प्रवेश पर QR Code को दिखाना होगा.
- स्लॉट के साथ एक टोकन भी प्रदान किया जाएगा.
- ऑनलाइन पंजीकरण से अपेक्षित तीर्थयात्रियों की संख्या का अनुमान लगाने और उसी के लिए बेहतर सुविधाओं की व्यवस्था करने में मदद मिलेगी.
- केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए पंजीकरण उपलब्ध है जो क्रमशः 25 अप्रैल और 27 अप्रैल को खुलेंगे.
- ऑनलाइन बुकिंग के समय यात्रियों के आईडी प्रूफ जमा करने होंगे.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)