2023 में नहीं 2015 में जी रहे हैं इस देश के लोग, क्यों आठ साल पीछे चल रहा है ये देश
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2023 में नहीं 2015 में जी रहे हैं इस देश के लोग, क्यों आठ साल पीछे चल रहा है ये देश

Julian Calendar: अफ्रीकी महाद्वीप में बसा यह एक ऐसा देश है जिसमें एक साल 12 महीनों का नहीं बल्कि 13 महीने का होता है. आखिर क्या वजह है कि यह देश बाकी दुनिया से अलग चल रहा है. 

2023 में नहीं 2015 में जी रहे हैं इस देश के लोग, क्यों आठ साल पीछे चल रहा है ये देश

Gregorian Calendar: अगर आपको लगता है कि पूरी दुनिया में 12 महीनों का 1 साल होता है तो आप गलत हैं. जी हां इस  दुनिया में एक ऐसा देश भी हैं जहां एक साल 12 महीनों का नहीं बल्कि 13 महीनों का होता है. यही वजह है कि जहां बाकी पूरी दुनिया में 2022 चल रहा है, इस देश में अभी भी 2015 ही चल रहा है.

यह देश है इथोपिया. यहां हर 13 महीनों के बाद नया साल आता है. लेकिन ऐसा क्या है कि इस अफ्रीकी देश में 13 महीने का एक साल आता है. लेकिन आखिर इसका कारण क्या है.

दुनिया से अलग है इथोपिया का कैलेंडर
इसका कारण है कि यह देश जुलियस सीजर द्वारा बनाए गए जूलियन कैलेंडर को मानता है जबकि बाकी पूरी दुनिया ने ग्रेगोरियन कैलेंडर को स्वीकार किया है.

पूरी दुनिया में लागू होता है एक कैलेंडर
ग्रेगोरियन कैलेंडर की शुरुआत पोप ग्रेगोरी 13वें ने साल 1582 में की थी. इन्होंने यह कैलेंडर जूलियन कैलेंडर में सुधार करके बनाया था और 1 जनवरी को नए साल का पहला दिन करार दिया था. पूरी दुनिया में यही कैलेंडर लागू होता है. लेकिन इथोपिया ने इसे मानने से इनकार कर दिया था और अपने यहां वह पुराने जूलियन कैलेंडर को ही लागू किया.

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