Gulnara: इस देश की खूबसूरत 'राजकुमारी' फिर चर्चा में, इस बार लगे हैं गंभीर आरोप
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Gulnara: इस देश की खूबसूरत 'राजकुमारी' फिर चर्चा में, इस बार लगे हैं गंभीर आरोप

Ujbekistan: गुलनारा ने किस तरह से लंदन से लेकर हांगकांग तक करीब 2000 करोड़ रुपए (24 करोड़ अमेरिकी डॉलर) की संपत्ति अर्जित की हैं. उनके ऊपर ब्रिटिश कंपनियों पर भी भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप हैं.

Gulnara: इस देश की खूबसूरत 'राजकुमारी' फिर चर्चा में, इस बार लगे हैं गंभीर आरोप

Gulnara Karimova: आए दिन सुर्ख़ियों में रहने वालीं उज्बेकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति इस्लाम करीमोव की बेटी गुलनारा करीमोव फिर चर्चा में हैं. इस बार उनके ऊपर गंभीर आरोप लगे हैं. उज्बेकिस्तान में प्रिंसेज यानी कि राजकुमारी के नाम से मशहूर और पॉप स्टार गुलनारा का एक नया गोरखधंधा सामने आया है. आरोप हैं कि गुलनारा ने सैकड़ों मिलियन डॉलर की रकम रिश्वत के तौर पर ली है. इतना ही ये भी आरोप है कि वे क्राइम गिरोह चलाती हैं. यह आरोप तब लगे हैं जब वे कई मामलों में दोषी हैं और पहले से ही जेल में हैं.

दरअसल, अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुलनारा लंबे समय तक उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति रहे इस्लाम करिमोव की बेटी हैं. वे पॉप स्टार भी हैं, उन्हें उज्बेकिस्तान की पेरिस हिल्टन के रूप में जाना जाता है. जब तक पिता शासन में था गुलनारा भी राजकुमारी की तरह अपनी जिंदगी बिता रही थीं. मॉडलिंग से लेकर पॉप की दुनिया में वो एक बड़ा नाम थीं. लेकिन एक के बाद एक आरोपों के चलते वे घिर गईं हैं. गुलनारा ने रिश्वत और भ्रष्टाचार के जरिए हासिल किए फंड से कई घर और एक जेट विमान खरीदने के लिए ब्रिटिश कंपनियों का इस्तेमाल किया है. 

रिपोर्ट्स के मुताबिक गुलनारा करिमोव ने किस तरह से लंदन से लेकर हांगकांग तक करीब 2000 करोड़ रुपए (24 करोड़ अमेरिकी डॉलर) की संपत्ति अर्जित की हैं. उनके ऊपर ब्रिटिश कंपनियों पर भी भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोप हैं. 2018 में 41 साल की गुलनार को पब्लिक फंड के गलत इस्तेमाल को लेकर 14 साल की सजा सुनाई गई और उन्हें घर पर नजरबंद किया गया. लेकिन मार्च 2019 में उन्होंने नियमों को तोड़ दिया जिसकी वजह से वह फिलहाल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रही हैं.

इस समय उनके ऊपर फिर आरोप लगे हैं. गुलनारा पर सैकड़ों मिलियन डॉलर की रकम रिश्वत के तौर पर लेने का आरोप लगे है. उन्होंने ये रकम उज़्बेकिस्तान के टेलीकॉम सेक्टर में कारोबारी फायदा पहुंचाने के एवज में ली है. स्विट्ज़रलैंड के अटॉर्नी जनरल ने कहा है कि इस रकम की स्विस बैंक खातों के जरिए हेराफेरी की गई थी. अब इस मामले में भी जांच शुरू होगी. अगर जांच में वो दोषी पाई जाती हैं तो उनकी सजा आगे और बढ़ सकती है.

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