Houthi Rebels Attacks: US से बिल्‍कुल नहीं डर रहे हूती, अमेरिकी जहाज पर दागी तीन बैलिस्टिक मिसाइलें
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Houthi Rebels Attacks: US से बिल्‍कुल नहीं डर रहे हूती, अमेरिकी जहाज पर दागी तीन बैलिस्टिक मिसाइलें

Houthi Rebels News: हूतियों का यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब दो दिन पहले ही अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन के हूती ठिकानों को निशाना बनाया है.

Houthi Rebels Attacks: US से बिल्‍कुल नहीं डर रहे हूती, अमेरिकी जहाज पर दागी तीन बैलिस्टिक मिसाइलें

Houthi Rebels Fire Missiles At US Shipअमेरिका और ब्रिटेन की सैन्य कार्रवाई और तमाम दावों के बावजूद ईरान समर्थित यमन के हूती विद्रोहियों के हमले बंद नहीं हुए हैं. हूती विद्रोहियों ने बुधवार को अदन की खाड़ी से गुजर रहे अमेरिकी जहाज मेर्स्क डेट्रॉइट पर तीन एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं.

यूएस सेंट्रल कमांड (CENTOM) ने एक्स पर पोस्ट किया, '24 जनवरी को दोपहर लगभग 2 बजे (सना समय), ईरानी समर्थित हूती आतंकवादियों ने यमन के हूती-नियंत्रित क्षेत्रों से , अदन की खाड़ी को पार करते हुए अमेरिकी ध्वज वाले, स्वामित्व वाले और संचालित कंटेनर जहाज एम/वी मेर्स्क डेट्रॉइट की ओर तीन एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं.'

CENTOM ने आगे कहा, 'एक मिसाइल समुद्र में गिरी। दो अन्य मिसाइलों को यूएसएस ग्रेवली (डीडीजी 107) ने सफलतापूर्वक मार गिराया. जहाज को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.'

दो दिन पहले ही यूएस-यूके ने किया था हमला
हूतियों का यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब दो दिन पहले ही अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन के हूती ठिकानों को निशाना बनाया है.

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और ब्रिटेन के एक संयुक्त बयान के अनुसार, सोमवार को विद्रोहियों के बुनियादी ढांचे पर हमला किया और आठ जगहों को निशाना बनाया गया.  दोनों देशों की इस कार्रवाई को कनाडा, नीदरलैंड, बहरीन और ऑस्ट्रेलिया ने अपना समर्थन दिया.

एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने कहा कि हूती ठिकानों पर हालिया हमले 'सफल' रहे और मिसाइलों, हथियार भंडारण स्थलों और ड्रोन प्रणालियों को नष्ट कर दिया गया.

हूतियों पर यूएस-यूके के हमले जारी
बता दें यूएस-यूके ने 11 जनवरी से यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमला कर रहे हैं. दरहअसल हूती विद्रोही पिछले कई हफ्तों से लाल सागर में नागरिक जहाजों को निशाना बना रहे थे. इन हमलों के खिलाफ ही दोनों देशों ने यह कदम उठाया है.

हूती विद्रोदी यमन के अधिकांश हिस्से को नियंत्रित करते हैं. इनका कहना है कि लाल सागर में शिपिंग मार्गों पर उनके हमले गाजा को नियंत्रित करने वाले फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास के समर्थन में हैं.

(इनपुट - एजेंसी)

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