Australia: खालिस्तान समर्थकों का हंगामा, भारतीय वाणिज्य दूतावास को जबरन बंद करवाया
Advertisement

Australia: खालिस्तान समर्थकों का हंगामा, भारतीय वाणिज्य दूतावास को जबरन बंद करवाया

Australia News: ब्रिस्बेन में स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के पास खालिस्तान समर्थक इक्ट्ठा हुए. खालिस्तान समर्थक अपने साथ पोस्टर बैनर लेकर आए थे और उन्होंने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए. क्वींसलैंड पुलिस ने बताया कि ये लोग अनधिकृत रूप से इक्ट्ठा हुए थे.

Australia: खालिस्तान समर्थकों का हंगामा, भारतीय वाणिज्य दूतावास को जबरन बंद करवाया

Brisbane Indian Consulate:   ऑस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन में खालिस्तानी समर्थकों ने जबरन भारत के मानद वाणिज्य दूतावास को बुधवार को बंद करवा दिया. यह ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के खिलाफ हो रही कट्टरपंथी गतिविधियों की श्रृंखलाओं में एक और घटना है.

ब्रिस्बेन के तारिंगा उपनगर में स्वान रोड पर स्थित वाणिज्य दूतावास के पास खालिस्तान समर्थक इक्ट्ठा हुए और उन्होंने कार्यालय में एंट्री को जबरन रोक दिया जिसके कारण दूतावास को सुरक्षा कारणों से बंद करना पड़ा.

बताया जा रहा है कि खालिस्तान समर्थक अपने साथ पोस्टर बैनर लेकर आए थे और उन्होंने खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए.  क्वींसलैंड पुलिस ने बताया कि ये लोग अनधिकृत रूप से इक्ट्ठा हुए थे.

नहीं थम रही खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियां
बता दें आस्ट्रेलिया में खालिस्तान समर्थकों की गतिविधियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पीटीआई भाषा के मुताबिक पिछले दो महीनों में मंदिर पर हमले की चार घटनाएं सामने आ चुकी हैं.

ब्रिस्बेन में चार मार्च को हुआ मंदिर पर हमला
आस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में एक प्रमुख हिंदू मंदिर में खालिस्तान समर्थकों ने चार मार्च को तोड़फोड़ की. यह घटना ब्रिस्बेन के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में हुई. पीटीआई भाषा के मुताबिक इस घटना को लेकर हिंदू ह्यूमन राइट्स’ की निदेशक सारा गेट्स ने कहा कि नवीनतम तोड़फोड़ ऑस्ट्रेलियाई हिंदुओं को आतंकित करने का एक प्रयास है.

गेट्स ने ने कहा, 'यह नवीनतम घटना विश्व स्तर पर 'सिख फॉर जस्टिस' का एक पैटर्न है, जो स्पष्ट रूप से ऑस्ट्रेलियाई हिंदुओं को आतंकित करने का प्रयास है. यह संगठन (खालिस्तानी समर्थक) दुष्प्रचार, साइबर बुलिंग करने के साथ-साथ डराने-धमकाने में लिप्त है.'

मेलबर्न, कैरम डाउन्स में भी हुई ऐसी ही घटनाएं
पीटीआई भाषा के मुताबिक इससे पहले 23 जनवरी को मेलबर्न के अल्बर्ट पार्क में प्रतिष्ठित इस्कॉन मंदिर की दीवारों पर ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ लिखा हुआ था.

16 जनवरी को विक्टोरिया के कैरम डाउन्स में ऐतिहासिक श्री शिव विष्णु मंदिर में भी इसी तरह तोड़फोड़ की गई थी.

12 जनवरी को मेलबर्न के स्वामीनारायण मंदिर को ‘असामाजिक तत्वों’ ने भारत विरोधी नारों से विरूपित कर दिया था.

पीएम मोदी ने आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री के सामने उठाया मुद्दा
कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमलों की हालिया घटनाओं और वहां खालिस्तानी समर्थक गतिविधियों का मुद्दा ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज के सामने उठाया था. 

ऑस्ट्रेलियाई पीएम के भारत दौरे के दौरान 10 मार्च को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी ने अल्बनीज की मौजूदगी में मीडिया को दिए बयान में ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के योगदान का जिक्र किया और पिछले कुछ हफ्तों में ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमलों की खबरों को ‘खेद का विषय’ बताया.

पीएम मोदी ने कहा, ‘भारतीय प्रवासी अब आस्ट्रेलिया में दूसरा सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है. यह भारतीय समुदाय ऑस्ट्रेलिया के समाज और अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है, लेकिन यह खेद का विषय है कि पिछले कुछ सप्ताह से ऑस्ट्रेलिया में मंदिरों पर हमलों की खबरें नियमित रूप से आ रही हैं.’ उन्होंने कहा, ‘स्वाभाविक है कि ऐसे समाचार भारत में सभी लोगों को चिंतित करते हैं, हमारे मन को व्यथित करते हैं.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘उन्होंने (ऑस्ट्रेलियाई पीएम) मुझे आश्वस्त किया है कि भारतीय समुदाय की सुरक्षा उनके लिए विशेष प्राथमिकता है और इस विषय पर हमारे दल नियमित संपर्क में रहेंगे और यथासंभव सहयोग करेंगे.’

(इनपुट - एजेंसी)

हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com- सबसे पहले, सबसे आगे

 

Trending news