डरा रहा Chat GPT ! 2 महीने में 100 करोड़ यूजर्स पार, तेजी से हर सेक्टर पर बना रहा पकड़
Advertisement
trendingNow11557305

डरा रहा Chat GPT ! 2 महीने में 100 करोड़ यूजर्स पार, तेजी से हर सेक्टर पर बना रहा पकड़

Chat GPT: महज 2 महीने में किसी भी प्लेटफॉर्म ने आज तक इतनी तेज ग्रोथ नहीं दिखाई है इसीलिए लोग इससे डरे हुए हैं, क्योंकि इस AI टूल ने हर सेक्टर पर अपनी पकड़ बना ली है. 

डरा रहा Chat GPT ! 2 महीने में 100 करोड़ यूजर्स पार, तेजी से हर सेक्टर पर बना रहा पकड़

Chat GPT Active Users: Chat GPT जिस तरह से दुनियाभर के यूजर्स की पहली पसंद बन रहा है उसकी वजह से आप लोगों को डर लगने लगा है. लॉन्चिंग के सिर्फ 2 महीने बीतने के बावजूद अब चैट जीपीटी के एक्टिव यूजर्स की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि अब लोगों को हैरानी तो हो ही रही है साथ में डर भी लग रहा है. डर भी ऐसा है जिसके बारे में लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं क्योंकि चैट जीपीटी कई सेक्टर्स के लिए खतरा बन रहा है जिन में करोड़ों की संख्या में कर्मचारी काम करते हैं और ऐसा ही चलता रहा तो लोगों की नौकरियां जा सकती है. ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि एक्सपोर्ट्स कह रहे हैं. 

क्यों लोगों को डरा रहा है चैट जीपीटी

चाहे कोई भी प्लेटफार्म हो इंस्टाग्राम या टिक टॉक, सभी पर यूजर्स की संख्या 2 महीने में इतनी नहीं पहुंची थी. सभी प्लेटफार्म धीरे-धीरे पॉपुलर हुए और तब जाकर उनकी संख्या में बढ़ोतरी हुई लेकिन यहां पर मामला कुछ और है और लोकप्रियता के साथ-साथ इस एआई टूल की एक्टिव यूजर्स की संख्या ऐसे बढ़ाई है मानो इसके अलावा कोई प्लेटफार्म ही नहीं है. आपको बता दें कि चैट जीपीटी पर यूजर्स की संख्या लॉन्चिंग के 2 महीने में ही तकरीबन 100 मिलियन पहुंच चुकी है और यह आंकड़ा कोई छोटा मोटा नहीं है बल्कि इसने सभी टेक कंपनियों को हिला कर रख दिया है.

क्या है तेजी से यूजर्स बढ़ने की वजह

आपको बता दे कि चैट जीपीटी कोई मामूली एआई टूल नहीं है बल्कि यह किसी इंसान की तरह अपने यूजर्स से बातचीत कर सकता है क्योंकि यह सवाल पूछने पर आपको लिंक नहीं प्रोवाइड करवा था बल्कि उस सवाल का सही जवाब देता है और ज्यादातर समय में यह जवाब बिल्कुल सही होते हैं. यह किसी चैट बॉट की तरह कम बल्कि इंसानों की तरह ज्यादा बातचीत करता है. इसकी इन्हीं काबिलियत की बदौलत बहुत सारे यूजर्स डरे हुए हैं क्योंकि कई सेक्टर से ऐसे हैं जिनकी नौकरियां चैट जीपीटी की वजह से खतरे में पड़ सकती हैं. इनमें कंटेंट राइटिंग से लेकर वीडियो मेंकिंग और कंसल्टेशन सेक्टर शामिल है.

Trending news