Irani Cup: ईरानी कप में मुंबई और रेस्ट ऑफ इंडिया के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. मैच ड्रॉ साबित हुआ लेकिन खिताब मुंबई के खाते आया. अंजिक्य रहाणे की कप्तानी वाली मुंबई को पहली पारी में बढ़त का फायदा मिला.
Trending Photos
Irani Cup 2024: ईरानी कप में मुंबई और रेस्ट ऑफ इंडिया के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. मैच ड्रॉ साबित हुआ लेकिन खिताब मुंबई के खाते आया. अंजिक्य रहाणे की कप्तानी वाली मुंबई को पहली पारी में बढ़त का फायदा मिला. टीम की तरफ से बेहतरीन बैटिंग देखने को मिली. मैच के हीरो रहे सरफराज खान, जिन्होंने डबल सेंचुरी ठोक पहली पारी में टीम का कॉन्फिडेंस सातवें आसमान पर पहुंचा दिया था.
सरफराज ने गेंदबाजों की उड़ाई धज्जियां
मुंबई की टीम को पहली पारी में बढ़त के चलते विजेता घोषित किया गया. पहली पारी में मुंबई की तरफ से बेहतरीन बल्लेबाजी देखने को मिली. शुरुआती 3 बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सके, लेकिन कप्तान रहाणे ने 97 रन की पारी खेल टीम को पटरी पर ला दिया. दूसरी ओर सरफराज ने खूंटा गाड़ रेस्ट ऑफ इंडिया को नाको चने चबवा दिए. सरफराज खान ने 222 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें 25 चौके और 4 छक्के शामिल थे. सरफराज की पारी की बदौलत टीम ने स्कोरबोर्ड पर 537 रन का पहाड़नुमा स्कोर टांग दिया.
ये भी पढ़ें.. सरफराज को टक्कर देने उतरा बल्लेबाज, डंके की चोट पर दिया डबल संचुरी का जवाब, तराजू पर रखा मैच
अभिमन्यु ने अटका दी थी सांसे
मुंबई की पारी खत्म होने के बाद रेस्ट ऑफ इंडिया मुश्किल में नजर आई. लेकिन टीम के बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन वन मैन आर्मी साबित हुए. अभिमन्यु ने खूंटा गाड़ा और सरफराज की डबल सेंचुरी का जवाब डंके की चोट पर दिया. उन्हें ध्रुव जुरेल का साथ मिला, लेकिन दोनों ही बदकिस्मती से नर्वस नाइंटीज का शिकार हो गए. जुरेल 93 रन पर अपना विकेट गंवा बैठे जबकि अभिमन्यु 191 रन पर आउट हुए. इन दोनों के विकेट के बाद टीम पत्तों की तरह बिखरती नजर आई और 416 रन का स्कोर किया. जिसके चलते मुंबई को 121 रन की बढ़त हासिल हुई.
बढ़त के चलते मुंबई हुई विजेता
आखिरी दिन मुंबई की तरफ से पृथ्वी शॉ और मोहित अवस्थी की तरफ से अर्धशतक देखने को मिला. वहीं, तनुश कोटियन ने शानदार शतकीय पारी खेल मैच ड्रॉ पर रोक दिया. पहली पारी में बढ़त के चलते मुंबई को विजेता घोषित किया गया. मुंबई ने अपनी 15वीं ईरानी कप ट्रॉफी जीती. रहाणे की कप्तानी में रणजी ट्रॉफी में भी मुंबई की टीम चैंपियन बनी थी.