दो बार 300+ रन... पर 8 मैचों में ही सिमटा इस भारतीय का करियर, अंग्रेजों की अकेले रगड़ दी थी नाक
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दो बार 300+ रन... पर 8 मैचों में ही सिमटा इस भारतीय का करियर, अंग्रेजों की अकेले रगड़ दी थी नाक

भारतीय क्रिकेट को कई ऐसे धाकड़ खिलाड़ी मिले, जिनमें अकेले दम पर मैच जिताने की काबिलियत थी, लेकिन किस्मत के आगे ये क्रिकेटर हार गए. चंद मैच खेलकर ही इन क्रिकेटर्स के करियर पर विराम लग गया. आज हम एक ऐसे ही टॉप क्लास बल्लेबाज की कहानी लेकर आए हैं, जिसने इंग्लैंड जैसी दमदार टीम की अकेले ही नाक रगड़ दी थी.

दो बार 300+ रन... पर 8 मैचों में ही सिमटा इस भारतीय का करियर, अंग्रेजों की अकेले रगड़ दी थी नाक

भारतीय क्रिकेट को कई ऐसे धाकड़ खिलाड़ी मिले, जिनमें अकेले दम पर मैच जिताने की काबिलियत थी, लेकिन किस्मत के आगे ये क्रिकेटर हार गए. चंद मैच खेलकर ही इन क्रिकेटर्स के करियर पर विराम लग गया. आज हम एक ऐसे ही टॉप क्लास बल्लेबाज की कहानी लेकर आए हैं, जिसने इंग्लैंड जैसी दमदार टीम की अकेले दम पर नाक रगड़ दी थी, लेकिन इस क्रिकेटर का सिर्फ 8 इंटरनेशनल मैच खेलकर ही करियर खत्म हो गया. 2016 में टीम इंडिया के लिए पहला मैच खेलने वाले इस क्रिकेटर ने अगले ही साल यानी 2017 में आखिरी इंटरनेशनल मैच भी खेल लिया. इसके बाद से उन्हें भारतीय टीम में कभी जगह नहीं मिली.

इंग्लैंड की रगड़ दी थी नाक

हम यहां जिस क्रिकेटर की बात कर रहे हैं उसका नाम है करुण नायर. 2016 में भारत दौरे पर आई इंग्लैंड की टीम को इस बल्लेबाज ने सीरीज के आखिरी टेस्ट मैच गहरा जख्म दिया था. मैच की दूसरी पारी में नंबर-5 पर बल्लेबाजी करने उतरे नायर ने क्रीज पर खूंटा गाढ़ दिया और 303 रन की पारी खेली. उनकी इस पारी में 32 चौके और 4 छक्के शामिल रहे. नायर ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों को मैदान के चारों तरफ इतना भगाया कि वह पस्त हो चुके थे. उनकी इस पारी के दम पर भारत ने 759 रन का विशाल स्कोर बनाकर पारी घोषित की. दिलचस्प यह था कि कोई भी अंग्रेजी गेंदबाज नायर को आउट नहीं कर सका. वह नाबाद लौटे थे. इस मुकाबले को भारत ने पारी और 75 रन से जीता था.

फर्स्ट क्लास में भी ठोका था तिहरा शतक

करुण नायर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी तिहरा शतक जमा चुके हैं. 2015 में हुए कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में नायर के बल्ले से 328 रन की मैच विनिंग पारी देखने को मिली थी. कर्नाटक के इस बल्लेबाज ने तब अपनी इस पारी से ही टीम को खिताब जिताया था. 46 चौके और 1 छक्के की अपनी इस तिहरे शतक वाली पारी के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया. बता दें कि नायर के नाम फर्स्ट क्लास में 7000 से ज्यादा रन दर्ज हैं, जिसमें 19 शतक और 34 अर्धशतक शामिल हैं.

8 मैचों में खत्म हुआ करियर

करुण नायर ने 2016 में इंटरनेशनल क्रिकेट में वनडे फॉर्मेट से कदम रखा. जिम्बाब्वे के खिलाफ उन्होंने वनडे मैच खेलते हुए भारत की पहली बार जर्सी पहनी. इसी साल नवंबर में उन्हें टेस्ट टीम से भी बुलावा आ गया, जब इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी और नायर आखिरी टेस्ट मैच में तिहरा शतक जमकर हीरो बने थे. 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भी उन्हें मौका मिला, लेकिन उन्होंने कभी सोचा नहीं होगा कि यह उनकी आखिरी इंटरनेशनल सीरीज होगी. 25 से 28 मार्च 2017 के बीच खेला गया भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच नायर के इंटरनेशनल करियर का आखिरी मुकाबला बन गया. इसके बाद से उन्हें टीम इंडिया के किसी भी फॉर्मेट में जगह नहीं मिली. लगभग सालभर के अपने इंटरनेशनल करियर में नायर ने 8 मुकाबले (6 टेस्ट, 2 वनडे) खेले और करीब-करीब 400 रन बनाए. 

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