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Shardiya Navratri 2023: हिंदू धर्म के अनुसार पूरे नौ दिनों तक चलने वाले शारदीय नवरात्रि का 23 अक्टूबर यानी आज समापन होगा. नवरात्र के शुरूआत में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करने के साथ ही उनके सामने बड़े ही श्रद्धा भाव से कलश पर नारियल और चावल को भी स्थापित किया जाता है. जिसे पूरे नौ दिनों तक श्रद्धा के साथ पूजा जाता है. पर जिस श्रद्धा के साथ कलश को स्थापित किया जाता है क्या उसी तरह से उसे हटाया भी जाता है. मतलब कि नौ दिनों की पूजा के बाद नवरात्र खत्म होने पर उस कलश में स्थापित सभी सामग्रियों का क्या करना चाहिए इसके बारे में जानते हैं!
बता दें कि अगर इन सामग्रियों को सही तरह से इस्तेमाल नहीं किया जाए तो भक्तों को पूजा का पूरा फल नहीं मिल पाता. दरअसल कलश पर चढ़े नारियल पर मां दुर्गा का विशेष आशीर्वाद होता है. चलिए विस्तार में जानते हैं कि नौ दिनों के नवरात्र के बाद कलश के अलग अलग सामग्रियों को कैसे इस्तेमान करना चाहिए या हटाना चाहिए!
लाल कपड़े में रखें नारियल
नवरात्रि में कलश पर स्थापित नारियल पर मां दुर्गा की विशेष कपा होती है. इसलिए इस नारियल को नवरात्रि के आखिरी दिन के बाद हटा कर लाल कपड़े में लपेट कर इसे मंदिर में मां दुर्गा की प्रतिमा या तस्वीर के पास रख दें. इससे मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं.
प्रसाद के रूप में करें वितरित
कलश पर चढ़ें नारियल को नवरात्रि के समाप्ति के बाद विधि विधान से हटाएं. जिसके बाद नारियल को चाहे तो छोटी कन्याओं में प्रसाद के रूप में वितरित भी कर सकते हैं.
नदी में करें प्रवाहित
शारदिय नवरात्रि के समापन के बाद कलश पर चढ़े नारियल को विधि विधान से पूजा करने के बाद बहते जल या नदी में प्रवाहित भी कर सकते हैं.
चावल और जल को करें प्रवाहित
नवरात्रि के दौरान कलश में चढ़े जल और चावल को पूजा के समापन के बाद उसे जरूर से बहते जल या फिर नदी में प्रवाहित करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)