Kharmas 2024: 48 घंटे बाद शुरू होगा खरमास, लग जाएगी शुभ कार्यों पर रोक; सूर्य को मजबूत करने के लिए रोज करें ये काम
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Kharmas 2024: 48 घंटे बाद शुरू होगा खरमास, लग जाएगी शुभ कार्यों पर रोक; सूर्य को मजबूत करने के लिए रोज करें ये काम

Kharmas Starts date 2024: 14 मार्च से खरमास का महीना शुरू होने वाला है. ऐसे में शुभ और मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है. इस दौरान खरमास में खुद को शांत रखना चाहिए और तामसिक भोजन करने से बचना चाहिए. जानें खरमास में किन कार्यों पर लग जाती है रोक. 

 

kharmas 2024

Kharmas 2024 Niyam: सनातन धर्म में खरमास का संबंध भगवान सूर्य देव से बताया जाता है. इस दौरान शुभ और मांगलिक कार्यों की रोक लग जाती है. बता दें कि सूर्य के धनु और मीन राशि में प्रवेश करने के दौरान खरमास की शुरुआत होती है. धनु और मीन राशि का स्वामी ग्रह गुरु है. साल में दो बार खरमास का महीना लगता है. इस दौरान किसी भी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. बता दें कि खरमास की शुरुआत 14 मार्च से हो रही है और 13 अप्रैल को सूर्य के मेष में प्रवेश करने से ही खरमास का समापन होगा. ऐसे में शादी-ब्याह समेत सभी मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा. 
 
कब से कब तक रहेगा खरमास का महीना 2024

हिंदू पंचांग के अनुसार खरमास का महीना 14 मार्च को शुरू होने जा रहा है. बता दें कि सूर्य देव इस दिन दोपहर 12 बजकर 36 मिनट बजे कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे. सूर्य के मीन में प्रवेश करते ही खरमास की शुरुआत हो जाती है. इसके बाद जब 13 अप्रैल को सूर्य देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर करेंगे, और तभी से खरमास का समापन होगा.   

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शुभ नहीं होता खरमास का महीना 

ज्योतिष शास्त्र में खरमास के महीने के शुभ नहीं माना गया है. बता दें कि इस दौरान सभी शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है. इस दौरान शादी, विवाह आदि करना वर्जित माना गया है. साथ ही, संपत्ति खरीदना, घर खरीदना और नए कारोबार की शुरुआत करना जैसे काम नहीं किए जाते. इसके साथ ही गृह प्रवेश या नए वाहन आदि खरीदने की भी मनाही होती है. बता दें कि खरमास के महीने में व्यक्ति को शांत रहना चाहिए. तामसिक भोजन करने से बचें.    

करें इन सूर्य मंत्रों का जाप 

- ॐ सूर्याय नम:

- ॐ घृणि सूर्याय नम:

- ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा

- ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:

- ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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