Gupt Navratri 2022: गुप्‍त नवरात्रि शुरू होने में बाकी हैं बस इतने दिन! जानें घटस्‍थापना का मुहूर्त-विधि
Advertisement
trendingNow11221846

Gupt Navratri 2022: गुप्‍त नवरात्रि शुरू होने में बाकी हैं बस इतने दिन! जानें घटस्‍थापना का मुहूर्त-विधि

Gupt Navratri 2022 Date: आषाढ़ महीने की गुप्त नवरात्रि शुरू होने में अब कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं. माघ महीने की तरह आषाढ़ महीने की गुप्‍त नवरात्रि में भी मां दुर्गा के रूपों की गुप्‍त तरीके से पूजा-साधना की जाती है. 

फाइल फोटो

Gupt Navratri 2022 GhatSthapana Muhurat: हिंदू धर्म में नवरात्रि पर्व को बेहद महत्‍वपूर्ण दर्जा दिया गया है. हर साल में 4 बार नवरात्रि आती हैं. इनमें से 2 नवरात्रि गुप्‍त नवरात्रि होती हैं और 2 प्रत्‍यक्ष. गुप्‍त नवरात्रि में भक्‍त गुप्‍त तरीके से मां दुर्गा की पूजा-उपासना की जाती है. जबकि चैत्र और शारदीय नवरात्रि धूमधाम से मनाई जाती हैं. आषाढ़ महीना शुरू हो चुका है और अब 30 जून से गुप्‍त नवरात्रि शुरू होंगी. इन गुप्त नवरात्रि के दौरान 10 महाविद्याओं मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रुमावती, मां बंगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती है. 

आषाढ़ गुप्‍त नवरात्रि 2022 घटस्थापना शुभ मुहूर्त 

पंचांग के मुताबिक आषाढ़ माह की ये गुप्‍त नवरात्रि 30 जून 2022 से शुरू होकर 9 जुलाई 2022 तक चलेंगी. आषाढ़ गुप्‍त नवरात्रि के लिए घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 30 जून 2022 की सुबह 05:26 बजे से 06:43 मिनट तक रहेगा. 

यह भी पढ़ें: Palmistry: हाथ में बने ऐसा Y तो होता है बहुत शुभ! जातक कमाता है खूब पैसा, जीता है लग्‍जरी लाइफ

गुप्त नवरात्रि घटस्‍थापना और पूजा विध‍ि 

घटस्‍थापना के दिन साफ मिट्टी को चौड़े मुंह वाले मिट्टी के बर्तन में रखें और उसमें सप्तधान्य बोएं. फिर इसके ऊपर जल से भरा हुआ कलश रखें. कलश के जल में थोड़ा गंगाजल अवश्‍य मिला दें. कलश में कलावा बांधें और कलश के ऊपर आम या अशोक के पत्ते रखें. फिर जटा वाले नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश के ऊपर और पत्तों के बीच में रख दें. नारियल पर भी कलावा बांधें. फिर देवी का आह्वान करें. कुमकुम, अक्षत, फूल, पान, सुपारी, आदि अपर्ति करें. भोग लगाएं. धूप-दीप से कलश और मां दुर्गा की आरती करें. घी की अखंड ज्‍योति जलाना भी बहुत शुभ होता है. गुप्‍त नवरात्रि के दौरान 9 दिन तक घट की सुबह-शाम दोनों समय पूजा करें. मां को श्रृंगार का सामान अर्पित करें और इस दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ जरूर करें. 

यह भी पढ़ें: Pitra Dosh: नौकरी में बार-बार आ रही हैं समस्‍याएं? कुंडली का ये दोष हो सकता है कारण! जानें उपाय

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Trending news