Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान में इलाज भी हुआ मुश्किल, देश में जीवन रक्षक दवाओं की भारी कमी
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Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान में इलाज भी हुआ मुश्किल, देश में जीवन रक्षक दवाओं की भारी कमी

Pakistan Crisis: पाकिस्तान पिछले कई वर्षों के अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है. महंगाई दर 30 फीसदी से ज्यादा हो गई है. बढ़ती महंगाई ने देश में लोगों के जीवन को बेहद मुश्किल बना दिया है. 

Pakistan Economic Crisis: पाकिस्तान में इलाज भी हुआ मुश्किल, देश में जीवन रक्षक दवाओं की भारी कमी

Pakistan News: पाकिस्तानी के गहराते आर्थिक संकट के बीच, पाकिस्तान को जीवन-रक्षक दवाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है. पाकिस्तान स्थित द न्यूज इंटरनेशनल ने स्थानीय मीडिया का हवाला देते हुए बताया. डॉलर-से-रुपये के बढ़ते अंतर के कारण दवा आपूर्तिकर्ताओं द्वारा अपनी आपूर्ति बंद करने के परिणामस्वरूप, सार्वजनिक और निजी दोनों स्वास्थ्य सुविधाएं आयातित टीकों, कैंसर उपचार, प्रजनन दवाओं और एनेस्थेटिक गैसों (Anaesthetic Gases) की कमी का सामना कर रही हैं.

न्यूज रिपोर्ट में एक फार्मासिस्ट अब्दुल मन्नान के हवाले से कहा गया कि पाकिस्तान की दवा नियमितता प्राधिकरण (DRAP) की मूल्य निर्धारण नीति के कारण कई जीवन रक्षक दवाएं पाकिस्तान में उपलब्ध नहीं हैं.

दवाओं की कीमतें कई गुना बढ़ गई हैं
मन्नान ने कहा, ‘डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रूपय में भारी गिरावट और पाकिस्तान की ड्रग रेगुलरिटी अथॉरिटी (DRAP) की विवादास्पद दवा मूल्य निर्धारण नीति के कारण,  दवाओं की कीमतें कई गुना बढ़ गई हैं और आयातकों के लिए उन्हें मौजूदा कीमतों पर लाना आर्थिक रूप से अव्यवहारिक हो गया है.’

मन्नान ने सरकार से DRAP की दवा मूल्य निर्धारण नीति 2018 की तुरंत समीक्षा करने का आग्रह किया, जो कठिनाई श्रेणी के तहत मूल्य वृद्धि की अनुमति देती है.उन्होंने दावा किया कि DRAP ने दवाओं के आयात की अनुमति तब दी जब डॉलर 190 रूपये पर उपलब्ध था, लेकिन अब यह बढ़कर 285 रुपये हो गया है, जबकि स्थानीय बाजार में डॉलर 300 रुपये पर कारोबार कर रहा है.

भारी आर्थिक संकट में फंसा है पाकिस्तान
पाकिस्तान पिछले कई वर्षों के अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है. महंगाई दर 30 फीसदी से ज्यादा हो गई है.पाकिस्तानी सरकार आमतौर पर रमजान के महीने के दौरान राहत पैकेज का ऐलान करती है, लेकिन इस साल नकदी की तंगी वाली सरकार के पास देने के लिए बहुत कम है.

बढ़ती महंगाई ने देश में लोगों के जीवन को बेहद दयनीय बना दिया है क्योंकि वे अब दवाओं सहित बुनियादी सुविधाओं को खरीदने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं.

(इनपुट - एजेंसी)

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