क्या हैं रोबोटिक खच्चर, जो बनेंगे जवानों की ढाल, परेड में दिखाएंगे जलवा
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क्या हैं रोबोटिक खच्चर, जो बनेंगे जवानों की ढाल, परेड में दिखाएंगे जलवा

Army Day Parade: 15 जनवरी को पुणे में होने वाली सेना परेड में पहली बार 'रोबोटिक खच्चर' भी शामिल होंगे. जो बेहद खतरनाक तकनीक से लैस हैं. इस खबर में जानिए कि किस तरह वो परेड में शामिल होंगे और वो किस तरह काम करते हैं. 

क्या हैं रोबोटिक खच्चर, जो बनेंगे जवानों की ढाल, परेड में दिखाएंगे जलवा

गणतंत्र दिवस से पहले सेना दिवस के मौके पर होने वाली परेड में इस बार एक बेहद दिलचस्प चीज देखने को मिलेगी. 15 जनवरी को होने वाली परेड में पहली बार रोबोटिक खच्चर भी देखने को मिलेंगे. जो पिछले साल ही सेना का हिस्सा बने हैं. इनकी परेड देकने योग्य होगी. क्योंकि रे रोबोटिक परेड चीफ गेस्ट को सलामी भी पेश करेंगे. इस बार 77वें सेना दिवस समारोह का विषय 'समर्थ भारत, सक्षम सेना' है और इसका उद्देश्य सेना की क्षमताओं का प्रदर्शन कर एक मजबूत राष्ट्र में योगदान देना है.

पहली बार सेना में होंगे शामिल

इस साल सेना दिवस की परेड में राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) की लड़कियों की मार्चिंग टुकड़ी हिस्सा लेगी और चार झांकियां पेश करेंगी. इन झांकियों में एनसीसी के मिशन ओलंपिक प्रकोष्ठ पर आधारित एक झांकी भी होगी. रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि बेंगलुरु में मौजूद सैन्य पुलिस कोर (CMP), सेंटर एंड स्कूल की एक महिला अग्निवीर टुकड़ी और ‘मार्चिंग रोबोटिक खच्चरों' का एक ग्रुप भी पहली बार परेड में अपनी मौजूदगी दर्ज कराएगा. 

सेना को सलामी भी देंगे रोबोटिक खच्चर

दो बराबर पंक्तियों में खड़े 12 रोबोटिक खच्चर और उनके पीछे उनके संचालक भी पहली बार परेड का हिस्सा होंगे. इन रोबोटिक खच्चरों को पिछले साल सेना में शामिल किया गया था और ये सेना के आधुनिकीकरण की दिशा में उठाए गए कदमों में एक है. ये फुर्तीले-पैर वाली मशीने भार भी ढो सकती हैं. दुर्गम इलाकों में जा सकती हैं और आतंकवादियों से निपटने में अहम रोल अदा कर सकती हैं. सूत्रों के मुताबिक,'मार्च करते हुए जब वे मंच के सामने पहुंचेंगे तो रोबोटिक खच्चर परेड में आगे बढ़ने से पहले गणमान्य व्यक्तियों को सलामी देंगे' 

कई तरह से कारगर हैं ये रोबोट

जानकारी के मुताबिक ये रोबोटिक खच्चर थर्मल कैमरे और अन्य सेंसर से लैस हैं, जो उन्हें निगरानी करने में सक्षम बनाते हैं. इन्हें छोटे हथियारों के साथ भी जोड़ा जा सकता है. इसके अलावा ज़रूरत पड़ने पर किसी इंसान की जान को जोखिम में डाले बिना दुश्मन से भिड़ सकते हैं. इनका इस्तेमाल फ्रंटलाइन सैनिकों तक छोटे-मोटे सामान ले जाने के लिए भी किया जा सकता है.

15 जनवरी को पुणे में होगी परेड

सेना दिवस परेड 15 जनवरी को महाराष्ट्र के पुणे में बॉम्बे इंजीनियरिंग ग्रुप (BIJ) और सेंटर में होगी, जो सेना की दक्षिणी कमान के तहत आता है. सूत्रों ने कहा कि परेड के बाद शाम को 'गौरव गाथा' नामक प्रोग्राम भी होगा, जिसमें प्राचीन काल से लेकर समकालीन युग तक कल्याण के विकास को दिखाया जाएगा. इस प्रोग्राम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के शामिल होने की उम्मीद है. 

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