India Bangladesh Border Fencing: भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर फेंसिंग को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. मालदा के बैश्नबनगर के सुकदेवपुर इलाके में फेंसिंग का काम रोकने की बांग्लादेश की कोशिशों ने तनाव को और बढ़ा दिया है.
Trending Photos
India Bangladesh Border Fencing: भारत और बांग्लादेश के बीच सीमा पर फेंसिंग को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. मालदा के बैश्नबनगर के सुकदेवपुर इलाके में फेंसिंग का काम रोकने की बांग्लादेश की कोशिशों ने तनाव को और बढ़ा दिया है. इस मुद्दे पर भारत ने सोमवार को बांग्लादेश के उप महादूत नुराल इस्लाम को तलब किया. यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया जब एक दिन पहले बांग्लादेश ने भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को बुलाकर सीमा पर अपराध रोकने के लिए सहकारी दृष्टिकोण अपनाने की बात की थी.
भारत की स्पष्ट चेतावनी
भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने बांग्लादेश को स्पष्ट संदेश दिया कि सीमा पर सुरक्षा के लिए फेंसिंग बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि हमने सुरक्षा उद्देश्यों के लिए सीमा पर फेंसिंग को लेकर समझौता किया है. दोनों देशों के सीमा सुरक्षा बल, बीएसएफ और बीजीबी नियमित संवाद में हैं. हमें उम्मीद है कि इस समझौते को लागू किया जाएगा और सीमा पर अपराधों को रोकने के लिए सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाया जाएगा.
#WATCH | Delhi: Nural Islam, Deputy High Commissioner of Bangladesh to India leaves from South Block after he was summoned by the Ministry of External Affairs
More details awaited. pic.twitter.com/WlF3UIArrR
— ANI (@ANI) January 13, 2025
बांग्लादेश ने पुरानी सरकारों को ठहराया जिम्मेदार
दूसरी तरफ बांग्लादेश के गृह कार्य सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने इस तनाव के लिए अपनी पुरानी सरकारों को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान हुए कुछ असमान समझौतों ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर कई जटिलताएं पैदा की हैं. इन समझौतों के कारण आज दोनों देशों को सीमा पर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
फेंसिंग का काम क्यों रोका गया?
पिछले सप्ताह मालदा के सुकदेवपुर इलाके में बीएसएफ द्वारा कांटेदार तार की एकल पंक्ति वाली फेंसिंग का काम शुरू किया गया था. हालांकि बांग्लादेश की सीमा सुरक्षा बल बीजीबी ने इस पर आपत्ति जताई. बीजीबी का कहना है कि यह काम सीमा के नजदीक अंतरराष्ट्रीय समझौतों का उल्लंघन करता है. इस आपत्ति के चलते फेंसिंग का काम रोक दिया गया. बुधवार को यह काम कुछ समय के लिए दोबारा शुरू हुआ. लेकिन दोनों देशों के सीमा बलों के बीच हुई फ्लैग मीटिंग के बाद इसे फिर से रोक दिया गया.
सीमा पर बढ़ती चिंताएं
भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा के मुद्दे लंबे समय से दोनों देशों के बीच विवाद का कारण रहे हैं. इस इलाके में तस्करी, मानव व्यापार और अवैध घुसपैठ जैसी समस्याएं आम हैं. भारत का कहना है कि सीमा पर फेंसिंग इन समस्याओं को रोकने के लिए जरूरी है. वहीं, बांग्लादेश इसे लेकर सहयोग करने के बजाय अपनी आपत्तियां दर्ज कराता रहा है.
भारत का सख्त रुख
भारत ने साफ कर दिया है कि देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. भारतीय अधिकारियों ने कहा है कि सीमा पर अपराधों को रोकने और अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए फेंसिंग जरूरी है. इसके लिए बांग्लादेश को सहयोग करना होगा.
आगे क्या होगा?
सीमा पर तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बातचीत जारी है. हालांकि, भारत ने बांग्लादेश को चेतावनी दी है कि अगर वह फेंसिंग के काम में बाधा डालता रहा, तो इसका असर दोनों देशों के संबंधों पर पड़ेगा.