Dwarka Bulldozer Action: गुजरात के द्वारका जिले में सोमवार को पंज पीर की दरगाह पर बुलडोजर एक्शन चला और इसको गिरा दिया गया. बताया जा रहा है कि यह दरगाह गुजरात मेरीटाइम बोर्ड (GMB) की ज़मीन पर अवैध रूप से बनी थी.
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Bulldozer Action on Dwarka Dargah: गुजरात के अंदर बुलडोजर एक्शन जारी है. पिछले कई दिनों से बुलडोजर गरज रहा है. इसी बीच ताजा मामला द्वारका से सामना आया है. यहां बनी हजरत पंज पीर की दरगाह पर प्रशासन ने बुलडोजर का पंजा चला दिया है. जानकारी मुताबिक द्वारका जिले के ओखा में गुजरात मेरीटाइम बोर्ड (GMB) की ज़मीन पर अवैध रूप से बनी हज़रत पंज पीर की दरगाह को प्रशासन द्वारा ध्वस्त कर दिया गया है.
पिछले तीन दिनों से द्वारका के बेट-द्वारका में अवैध रूप से बने करीब 200 घरों को गिरा कर हजारों वर्ग मीटर सरकारी ज़मीन को खाली करवाया गया है.
#BreakingNews | गुजरात के द्वारका में अवैध दरगाह पर बुलडोजर एक्शन, बेट द्वारका में ध्वस्तीकरण का तीसरा दिन #Dwarka #Gujarat #BulldozerAction @thakur_shivangi pic.twitter.com/FmsW3xTS0x
— Zee News (@ZeeNews) January 13, 2025
इसके अलावा पिरोटन द्वीप पर लगभग 4 000 वर्ग फीट में फैले अवैध अतिक्रमण के खिलाफ भी अधिकारियों बुलडोजर कार्रवाई की. यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्र के समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा के लिए उठाया गया था. पिरोटन द्वीप पांच एसपीएम (सिंगल पॉइंट मूरिंग) के पास मौजूद है, जो देश के 60 फीसद कच्चे तेल की आपूर्ति करते हैं. यह द्वीप मरीन नेशनल पार्क का भी हिस्सा है और अवैध कब्जे समुद्री जीवन, खास तौर पर प्रवाल भित्तियों को काफी नुकसान पहुंचा रहे थे.
#WATCH | Gujarat | Bulldozer action by authorities against illegal encroachments spread across approximately 4,000 square feet on Pirotan Island. The step was taken to protect national security and the marine ecosystem of the region.
Pirotan Island is located near five SPMs… pic.twitter.com/G2OdBytK3a
— ANI (@ANI) January 13, 2025
गुजरात सरकार के सूचना विभाग के मुताबिक कब्जे की वजह से लोगों की बढ़ती अनधिकृत आवाजाही ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं. यह जगह एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस) से संबंधित गतिविधियों के लिए लैंडिंग पॉइंट बनने का जोखिम रखता था. कब्जे और उससे जुड़ी अनधिकृत गतिविधियों ने अहम इंडस्ट्रीज और डिफेंस के लिए गंभीर जोखिम पैदा किया.
रिपोर्ट के मुताबिक पूरे ऑपरेशन में सीनियर अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों समेत कुल 1000 कर्मचारी शामिल हैं. कार्रवाई शुरू होने से पहले प्रशासन और पुलिस विभाग के सीनियर अधिकारियों ने बड़े स्तर योजना बनाई और सभी आवश्यक तैयारियां पूरी भी कीं. जिला पुलिस प्रमुख, अन्य अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ, ऑपरेशन के दौरान भी प्रक्रिया पर नज़र रखने के लिए मौके पर मौजूद रहे. इसके अलावा कार्रवाई की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया गया.