Spy Pigeon: गले में चिप और कैमरा फिट..., ओडिशा में एक हफ्ते में दूसरी बार मिला संदिग्ध जासूस कबूतर
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Spy Pigeon: गले में चिप और कैमरा फिट..., ओडिशा में एक हफ्ते में दूसरी बार मिला संदिग्ध जासूस कबूतर

Suspected spy pigeon caught in Puri: ओडिशा पुलिस (Odisha Police) ने कहा कि इस बात की जांच जारी है कि क्या दूसरे संदिग्ध कबूतर का भी जासूसी (Spy pigeon) के लिए इस्तेमाल हो रहा था. क्योंकि 8 मार्च को पकड़े गए कबूतर के शरीर में कुछ उपकरण मिले थे, जो एक कैमरे और माइक्रोचिप की तरह दिखते थे.

Spy Pigeon: गले में चिप और कैमरा फिट..., ओडिशा में एक हफ्ते में दूसरी बार मिला संदिग्ध जासूस कबूतर

Spy Pigeon found in Odisha: ओडिशा (Odisha) के पुरी जिले में एक संदिग्ध जासूस कबूतर (Suspected spy pigeon caught in Puri) मिला है. पुलिस अधिकारियों ने ये जानकारी देते हुए कहा है कि यह राज्य में लगभग एक हफ्ते में संदिग्ध जासूसी कबूतर मिलने का दूसरा मामला है. इससे पहले, आठ मार्च को जगतसिंहपुर के पारादीप तट (Jagatsinghpur District, Paradeep) पर मछली पकड़ने वाली एक नाव से इसी तरह का एक कबूतर पकड़ा गया था.

एक हफ्ते में दूसरा मामला

अधिकारियों के मुताबिक, दूसरा संदिग्ध जासूसी कबूतर बुधवार को पुरी जिले के अस्तारंग प्रखंड के नानपुर गांव में मिला. उन्होंने बताया कि एक स्थानीय व्यक्ति ने इस कबूतर को उस समय पकड़ा, जब यह अन्य कबूतरों के साथ घुलने-मिलने के लिए आया.

टैग वाले जासूसी कबूतर 

अधिकारियों के अनुसार, संदिग्ध जासूस कबूतर के पैरों में पीतल और प्लास्टिक के छल्लों से जुड़े ‘टैग’ लगे हुए हैं. उन्होंने बताया कि इनमें से एक ‘टैग’ पर ‘रेड्डी वीएसपी डीएन’ और दूसरे टैग पर ‘31’ अंक लिखा हुआ है.ग्रामीणों ने दावा किया कि संदिग्ध कबूतर पिछले एक हफ्ते से उनके गांव में है.

इस कबूतर को पकड़ने वाले बिक्रम पति ने कहा, 'हमारे घर में पालतू कबूतर हैं. यह कबूतर हमारे पालतू कबूतरों के साथ घुलने-मिलने आया, तो हमें इसमें कुछ अलग दिखा.'

ऐसे हुई पहचान

बिक्रम पति ने बताया, 'यह कबूतर कटा-कटा सा रहता था. यह अन्य कबूतरों के साथ ज्यादा घुलता-मिलता नहीं था. हमने इसके पैरों में कुछ ‘टैग’ भी देखे. इसलिए हमने इसे पकड़ने का फैसला किया. कबूतर को पकड़ने के लिए हमने मछली पकड़ने वाले जाल का इस्तेमाल किया.'

मामले की जांच जारी

पुलिस ने कहा कि वह इस बात की जांच कर रही है कि क्या दूसरे संदिग्ध कबूतर का भी जासूसी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था. 8 मार्च को पकड़े गए कबूतर के शरीर में कुछ उपकरण मिले थे, जो एक कैमरे और माइक्रोचिप की तरह दिखते थे. उसे भी जांच के लिए केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) भेजा गया था.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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