MP Chunav 2023: मध्यप्रदेश की राजनीति में बजरंगबली की एंट्री, कांग्रेस विधायक ने हनुमान जी को बताया आदिवासी
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MP Chunav 2023: मध्यप्रदेश की राजनीति में बजरंगबली की एंट्री, कांग्रेस विधायक ने हनुमान जी को बताया आदिवासी

MP Politics: कांग्रेस MLA  Umang Singar ने हनुमान जी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने हनुमान जी को आदिवासी बताते हुए कहा कि कहानिकारों ने हमें भ्रमित करने का काम किया है.

MP Chunav 2023: मध्यप्रदेश की राजनीति में बजरंगबली की एंट्री, कांग्रेस विधायक ने हनुमान जी को बताया आदिवासी

कमल सोलंकी/धारः (MPPolitics) मध्य प्रदेश में चुनावी साल (MP Chunav 2023) में जैसे जैसे सियासी पारा चढ़ रहा है. उसी अंदाज में नेताओं के बयान सामने आ रहे है. और सियासी माहौल में नेताओं के बयान में खास तौर पर धार्मिक मामलों को लेकर, अब तो प्रदेश की राजनीति में देवी देवताओं की भी एंट्री भी हो गई है. बता दें कि आने वाले मध्य प्रदेश के चुनाव में लगता है फिर से हनुमान (Hanuman Ji) और बजरंगबली हावी होने वाले हैं. अब मध्य प्रदेश के कमलनाथ सरकार के पूर्व वन मंत्री और गंधवानी से कांग्रेस विधायक उमंग सिंगार (Congress MLA Umang Singar) ने एक बार फिर से भगवान हनुमान जी को लेकर लोगों को संबोधित किया और भगवान हनुमान जी को आदिवासी बता दिया. उन्होंने कहा कि भगवान राम को लंका पहुंचानें वाले आदिवासी थे, वानर सेना नहीं, वहीं हनुमान जी आदिवासी है.

जानिए क्या कहा विधायक उमंग सिंगार ने 
मध्य प्रदेश के पूर्व वन मंत्री और गंधवानी विधायक उमंग सिंघार ने धार जिले के बाग में हुनमान जी को लेकर बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम को लंका तक पहुंचाने वाले आदिवासी थे, वही भगवान हनुमान जी भी आदिवासी हैं. आप को बता दें कि गंधवानी विधायक उमंग सिंघार धार जिले के बाग में जननायक भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि के मौके पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उसी दौरान उन्होंने यह बयान दिया और कहां की भगवान श्री राम को लंका तक पहुंचाने वाली वानर सेना नहीं थी, बल्कि भगवान श्री राम को लंका तक आदिवासियों ने पहुंचाया, वही भगवान श्री हनुमान आदिवासी है, कहानीकारों ने भ्रमित करने का काम किया है.

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सभी पार्टियों की फोकस आदिवासी वोट बैंक और आदिवासी बाहुल सीटों को लेकर है. बीजेपी कांग्रेस आदिवासी वोटों को साधने के लिए उन्हें राम से कनेक्ट कर रही है. इतना ही नहीं चुनावी साल होने के चलते अब भगवान को जाति से जोड़ कर वोट को साधाने की कोशिश की जा रही है. इसके अलावा प्रदेश में कई विधायकों द्वारा भागवत कथा का आयोजन कर प्रचार-प्रसार और मतदाता को लुभाने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में देखने वाली बात यह है कि क्या कर्नाटक की तरह ही मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी हनुमान जी वाली राजनीति सक्सेज होगी या नहीं. 

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