गोंडा ट्रेन हादसे का जिम्मेदार कौन? की-मैन ने एक्सीडेंट से आधे घंटे पहले दी थी ट्रैक खराबी की जानकारी, फिर रेलवे ने क्यों नहीं लिया एक्शन
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गोंडा ट्रेन हादसे का जिम्मेदार कौन? की-मैन ने एक्सीडेंट से आधे घंटे पहले दी थी ट्रैक खराबी की जानकारी, फिर रेलवे ने क्यों नहीं लिया एक्शन

Gonda Train Accident News: डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस हादसे में कई थ्योरी सामने आई हैं. पहले कहा गया कि एक्सीडेंट से पहले पायलट ने धमाके की आवाज सुनी थी. वहीं ट्रेन में सवार कुछ यात्रियों और चश्मदीदों ने कहा कि चलते-चलते ट्रेन में घड़घड़ाहट की आवाज सुनाई दी और फिर ट्रेन डिसबैलेंस होकर चंद सेकेंडों में पलट गई. इस बीच हादसे को लेकर ज़ी न्यूज़ की पड़ताल में बड़ा खुलासा हुआ है.

गोंडा ट्रेन हादसे का जिम्मेदार कौन? की-मैन ने एक्सीडेंट से आधे घंटे पहले दी थी ट्रैक खराबी की जानकारी, फिर रेलवे ने क्यों नहीं लिया एक्शन

Gonda Train Accident update: यूपी में गोंडा रेल हादसे पर बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. दरअसल ट्रेन हादसे से पहले का एक ऑडियो लीक हुआ है. जिसमें एक रेलवे कर्मी हादसे से पहले ही अपने विभाग को अलर्ट करने की कोशिश करता दिख रहा है. इसी के हिसाब से रेलवे के अफसरों पर जरूरी संकेतों की अनदेखी करने का आरोप भी लग रहा है. हालांकि रेलवे ने ऑडियो की सच्चाई से इनकार किया है. इस हादसे की फॉरेंसिंक जांच भी हुई. हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी. आपको बताते चलें कि ज़ी न्यूज़ इस ऑडियो क्लिप की पुष्टि नहीं करता है.

वायरल ऑडियो में क्या है?

की मैन 4 दिन से ट्रैक पर गड़बड़ी बता रहा था.
लेकिन रेलवे के अधिकारियों ने नहीं सुनी.
की मैन कहता है हम कह रहे लाइन में खराबी है.
की मैन कहता है, हमारी बात कोई नहीं सुनता.
ट्रैक में गड़बड़ी की बात इंचार्ज को बताई गई थी.

हादसे के पीछे लापरवाही !

की-मैन और रेलवे यूनियन नेता की बातचीत में इस ट्रैक के 4 दिनों से खराब होने की बात सुनी जा सकती है. इसी ऑडियो क्लिप में एक जगह बकलिंग का जिक्र हो रहा है, जो हादसे की एक वजह हो सकता है. ऐसे में बताते हैं कि क्या होती है बकलिंग? जिससे हादसे का अंदेशा है. दरअसल गर्मियों में रेल की पटरियां फैल जाती हैं. इससे पटरियों के बीच गैप कम हो जाता है. ऐसे में भी ट्रेन के डिरेल होने की आशंका बढ़ जाती है. लीक ऑडियो क्लिप में रेलकर्मचारी यानी की मैन बकलिंग की बात भी करता है. इसी के हिसाब से खुद का नाम विकास सिंह बताने वाला शख्स कह रहा है कि एसएसई, एईएन के चाहने से सब काम कर रहे हैं. वैसे भी कोई की-मैन की बात सुनते नहीं हैं, सिर्फ चार्जशीट करना होता है. आप लोग डरिएगा नहीं, चाहे रेलवे बोर्ड तक जाना पड़े. की-मैन जान देने के लिए नहीं बना है.

ऑडियो क्लिप में संकेत!

इस बातचीत की क्लिप वायरल हो रही है. जिसे लेकर कहा जा रहा है कि की-मैन ने कुछ संकेत दिए थे. वो ये कहना चाह रहा था कि वहां साइट पर बड़ा हादसा हो सकता है. अधिकारी सुन नहीं रहे हैं. जबकि 4 दिन पहले ही गड़बड़ी बता दी गई थी. यहां 30 के बजाए 70 की स्पीड में ट्रेन दौड़ी और ऐसा नहीं होना चाहिए था. हालांकि रेलवे ने ऑडियो की सच्चाई को नकार दिया है.

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