G-20 Summit: पीएम मोदी ने बताया जी-20 सम्मेलन के दौरान क्या करें और क्या न करें? अपने मंत्रियों के लिए तय किए नियम
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G-20 Summit: पीएम मोदी ने बताया जी-20 सम्मेलन के दौरान क्या करें और क्या न करें? अपने मंत्रियों के लिए तय किए नियम

Do's and Dont's in G-20: करीब एक घंटे तक चली केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक से पहले अनौपचारिक बातचीत के दौरान मंत्रियों को बताया गया कि जी-20 शिखर सम्मेलन भारत और उसकी वैश्विक छवि के लिए कितना महत्वपूर्ण है.

G-20 Summit: पीएम मोदी ने बताया जी-20 सम्मेलन के दौरान क्या करें और क्या न करें? अपने मंत्रियों के लिए तय किए नियम

G 20 & PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने मंत्रियों से कहा कि वे सनातन धर्म पर विपक्षी नेताओं की विवादास्पद टिप्पणियों का मजबूती से खंडन करें और उनका पर्दाफाश करें लेकिन साथ ही उन्हें 'भारत' नाम से संबंधित विवाद से परहेज करने की सलाह दी क्योंकि यह देश का प्राचीन नाम रहा है. सूत्रों ने यह जानकारी दी है. प्रधानमंत्री ने जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले केंद्रीय मंत्रियों द्वारा ‘क्या करें और क्या ना करें’ के बारे में भी बताया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दो दिवसीय आयोजन के दौरान गणमान्य विदेशी मेहमानों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो.

'सरकारी गाड़ी नहीं लें...', 

उन्होंने उनसे कहा कि वे इस बड़े कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में ही रहें और यह सुनिश्चित करें कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है उसका निर्वहन करें ताकि आने वाले गणमान्य व्यक्तियों को कोई असुविधा न हो. मंत्रियों से कहा गया है कि वे अपने सरकारी वाहनों को छोड़कर भारत मंडपम और अन्य बैठक स्थलों तक पहुंचने के लिए शटल सेवा का इस्तेमाल करें.

खुद बोलने से बचें

सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे यह भी कहा कि वे जी-20 मुद्दों से जुड़े विभिन्न मामलों पर नामित लोगों को ही बोलने दें और खुद बोलने से बचें. वहीं DMK नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म विरोधी बयान से पैदा हुए राजनीतिक विवाद पर मोदी ने कहा कि इस तरह के बयान देने वाली पार्टियों और उसके नेताओं को बेनकाब किया जाना चाहिए और सच्चाई लोगों के सामने लाई जानी चाहिए. एक सूत्र ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने सहस्राब्दियों से चले आ रहे सनातन धर्म के बारे में सकारात्मक बात की और मंत्रियों से विपक्षी नेताओं के बयानों का दृढ़ता से खंडन करने के लिए कहा.

'भारत और इंडिया विवाद से भी दूर रहें'

हाल ही में आधिकारिक संवादों में द्रौपदी मुर्मू को 'प्रेसिडेंट आफ भारत' और मोदी को 'प्राइमिनिस्टर आफ भारत' कहे जाने के बाद विपक्षी नेताओं ने सरकार पर संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था. इसके मद्देनजर प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से इस विवाद बचने को कहा है.

सरकारी सूत्रों ने जोर देकर कहा है कि संविधान में देश को इंडिया के साथ-साथ भारत के रूप में संदर्भित किया गया है. उन्होंने विपक्षी दलों पर इस मामले पर अनुचित विवाद पैदा करने का आरोप भी लगाया.

'G-20 इंडिया मोबाइल ऐप डाउनलोड करें'

अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ने उनसे जी-20 इंडिया मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और विदेशी गणमान्य व्यक्तियों के साथ बातचीत के दौरान इसके अनुवाद और अन्य विशेषताओं का बेहतर इस्तेमाल करने को कहा. जी-20 मोबाइल ऐप में सभी भारतीय भाषाओं के साथ ही जी-20 देशों की भाषाओं के हाथों-हाथ अनुवाद करने की विशेषता है.

खुद समझाए प्रोटोकॉल

अंतरराष्ट्रीय संगठनों के नेताओं सहित विश्व के करीब 40 नेताओं के नौ-10 सितंबर को होने वाले शिखर सम्मेलन में भाग लेने की तैयारी के बीच विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने मंत्रियों को प्रोटोकॉल और संबंधित मामलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. शिखर सम्मेलन के लिए पहुंचने वाले विश्व के नेताओं के स्वागत की जिम्मेदारी कुछ मंत्रियों का दिए जाने की उम्मीद है. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री एस पी एस सिंह बघेल ने मंगलवार को नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के दिल्ली पहुंचने पर उनका स्वागत किया.

(इनपुट: PTI)

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