आमतौर पर मसूड़ों की बीमारी से दांतों में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा है. इसमें सांसों की दुर्गंध, ब्लीडिंग और दांत का टूटना शामिल है, लेकिन हाल ही में किए नए अध्ययन ने सबको चौंका दिया है.
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Sore gum: आमतौर पर मसूड़ों की बीमारी से दांतों में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा है. इसमें सांसों की दुर्गंध, ब्लीडिंग और दांत का टूटना शामिल है, लेकिन शोधकर्ताओं ने हाल ही में किए नए अध्ययन में पता लगाया है कि मसूड़ों की बीमारी (पीरियोडोंटाइटिस) से दिल की अनियमित (अनियमित तरीके से दिल का धड़कना) का खतरा बढ़ जाता है. यह है दिल की बीमारी है. आपको बता दें कि दिल की बीमारी विश्व स्तर पर मृत्यु का प्रमुख कारण है, जिससे हर साल अनुमानित 17.9 मिलियन (1.79 करोड़) लोगों की जान चली जाती है.
अध्ययन हिरोशिमा विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने किया है. शोधकर्ताओं पीरियंडोंटाइटिस और फ्राइब्रोसिस बीच महत्वपूर्ण संबंध पाया है. फाइब्रोसिस दिल के बाएं आलिंद के उपांग में मौजूद निशान होता है, जो दिल की अनियमित धड़कन का कारण बनता है। इसे एट्रियल फाइब्रिलेशन कहते हैं. 76 रोगियों के लिए गए नमूने में दिल की बीमारी से जुड़े संकेत पाए गए. दिल की अनियमित की समस्याएं तब होती हैं जब धड़कनों को समन्वित करने वाले विद्युत संकेत काम नहीं करते हैं.
मसूड़ों की सेहत का कैसे रखें ध्यान?
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)