Bird Flu: इंसानों में आसानी से फैल सकता है बर्ड फ्लू, WHO ने जारी की ये बड़ी चेतावनी
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Bird Flu: इंसानों में आसानी से फैल सकता है बर्ड फ्लू, WHO ने जारी की ये बड़ी चेतावनी

Bird flu: बर्ड फ्लू आमतौर पर पक्षियों के संपर्क में होने वाली इन्फ्लूएंजा एच5एन1 वायरस के कारण होती है. हालांकि यह वायरस अब मनुष्यों को भी आसानी से संक्रमित कर सकता है.

Bird Flu: इंसानों में आसानी से फैल सकता है बर्ड फ्लू, WHO ने जारी की ये बड़ी चेतावनी

Bird flu spread in human: बर्ड फ्लू एक वायरल संक्रामक बीमारी है जो विशेष रूप से पक्षियों में पाई जाती है. यह बीमारी आमतौर पर पक्षियों के संपर्क में होने वाली इन्फ्लूएंजा एच5एन1 वायरस के कारण होती है. बता दें कि बर्ड फ्लू को अधिकांश लोग एवियन इन्फ्लुएंजा या एवियन फ्लू के नाम से भी जानते हैं. यह वायरस मनुष्यों को भी आसानी से संक्रमित कर सकता है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में एक चेतावनी दी है कि इंसानों में बर्ड फ्लू आसानी से फैल सकता है. डब्ल्यूएचओ की ओर से कहा गया कि एवियन इन्फ्लूएंजा यानी बर्ड फ्लू वायरस आमतौर पर पक्षियों में फैलता लेकिन स्तनधारियों में इसके बढ़ते ममले चिंता पैदा कर रहे हैं. ऐसे में यह वायरस आसानी से मनुष्यों को संक्रमित कर सकता है.

डब्ल्यूएचओ की ओर से एक बयान में कहा गया कि कुछ स्तनधारी इन्फ्लूएंजा वायरस की मिश्रण वाहिकाओं के रूप में भी काम कर सकते हैं. इससे नए वायरस भी तैयार हो सकते हैं. ये जानवरों और मनुष्यों दोनों के लिए अधिक घातक हो सकते हैं.

क्या बोले डब्ल्यूएचओ के प्रमुख
विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ग्रेगोरियो टोरेस ने बताया कि 2022 से अब तक कम से कम 10 देशों ने स्तनधारियों में बर्ड फ्लू के प्रकोप की सूचना मिली है. ऐसे कई और भी देश होने की संभावना है जहां इसके प्रकोप के बारे में अभी तक पता नहीं चला है. उन्होंने बताया कि हाल ही में एवियन इन्फ्लूएंजा की पारिस्थितिकी और महामारी विज्ञान में बड़ा बदलाव आया है. इससे वैश्विक चिंता बढ़ गई है. यह बीमारी नए इलाकों में फैल गई है.

बर्ड फ्लू के लक्षण
बर्ड फ्लू के लक्षण इंसानों में ज्यादातर मामलों में सामान्य इन्फ्लूएंजा के लक्षणों की तरह होते हैं, जिनमें जुकाम, खांसी, गले में दर्द, बुखार, शरीर में दर्द और थकान शामिल हो सकती है. हालांकि, कुछ मामलों में यह संक्रामक बीमारी गंभीरता स्तर तक पहुंच सकती है और जीवनसंगत खतरे के लिए जिम्मेदार हो सकती है, खासकर उम्रदराज लोगों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में.

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