Javed Akhtar: बॉलीवुड के जाने-माने राइटर और गीतकार जावेद अख्तर ने हाल ही में अपनी पहली शादी को लेकर एक बड़ा खुलासा किया. उन्होंने बताया कि कैसे उनकी एक बुरी लत ने उनकी पहली पत्नी हनी ईरानी के साथ उनके रिश्तों को बेहद हद तक खराब कर दिया था और तनाव पैदा कर दिया था.
Trending Photos
Javed Akhtar On His First Marriage: बॉलीवुड इंडस्ट्री के दिग्गज राइटर और गीतकार जावेद अख्तर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी पहली पत्नी हनी ईरानी से शादी और शराब की ल की वजह से अपने रिश्तों में आई दरार और तनाव के बारे में खुलकर बात की. साल 1985 में अलग होने से पहले अख्तर और ईरानी की शादी को 13 साल हो गए थे. दोनों ने साल 1972 में शादी की थी. हाल ही में अपने एक इंटरव्यू के दौरान जावेद अख्तर ने खुलासा किया कि कैसे उनकी शराब की लत ने उनके रिश्ते को तनावपूर्ण बन गया था और दोनों के पास अलग होने के अलावा कोई चारा नहीं था.
मोजो स्टोरी पर बात करते हुए जावेद अख्तर ने अपनी पर्सनल लाइफ में ऐसे सिद्धांतों के पालन का हवाला देते हुए भारत में समान नागरिक संहिता (UCC) की वकालत की. उन्होंने कहा, 'मैं UCC में रह रहा हूं. मेरी शादी एक महिला से हुई थी, शादी के 11 साल बाद हमारा तलाक हो गया. मुस्लिम पर्सनल लॉ के मुताबिक, मैं सिर्फ उसे चार महीने तक गुजारा भत्ता देने के लिए जिम्मेदार था, लेकिन मैंने ऐसा नहीं सोचा'. जावेद ने आगे बता करते हुए बताया, 'वे मेरी जिम्मेदारी थी. ये उसकी भी पसंद है कि वे मेरा सपोर्ट चाहती है या नहीं'.
मैं आज भी हनी की मदद के लिए खड़ा हूं
राइटर और गीतकार ने कहा, 'लेकिन जब भी वे चाहेंगी हो सकता है कि वे नहीं भी हो, क्योंकि वे बहुत स्वाभिमानी इंसान हैं, लेकिन मैं मदद के लिए हमेशा खड़ा हूं. मैं कुछ किताबें और कुछ कपड़े लेकर घर से बाहर चला गया. बस इतना ही और अब हम इस रिश्ते और इस समझ के कारण सबसे अच्छे दोस्त हैं'. जावेद ने ये शेयर करते हुए कि कैसे शराब की लत ने उनकी पहली शादी पर बुरा असर डाला, उन्होंने बताया, 'मैंने 20-21 साल की उम्र में शराब पीना शुरू कर दिया था और जब मैं 42 साल का हुआ तो मैंने इसे छोड़ दिया. मैं एक बोतल खरीदा था और हर रात लगभग एक बोतल पीता था'.
शराब की लत का असल हनी और शादी पर पड़ा
उन्होंने आगे बताया, 'उर्दू शायरों का बड़ा शराबी बनना बहुत आम बात है, क्योंकि उनका मानना है कि अगर वे शायर और कलाकार हैं तो उन्हें बेफिक्र रहना चाहिए और आपको भी शराब पीनी चाहिए. मुझे लगता है कि मुझमें वे गलत मूल्य थे'. उन्होंने आगे कहा, 'दूसरी तरफ, लखनऊ में मैंने जो भी तहजीब सीखी, उसने मुझे गलत भाषा का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी. इसलिए सारी कड़वाहट मेरे अंदर ही सिमट कर रह गई, लेकिन जब मैं शराब पीता था तो ये सभी बाधाएं टूट जाती थीं और मैं बहुत बुरा आदमी बन जाता था और गंदी भाषा का इस्तेमाल करता था. मैं दूसरा इंसान बन जाता था. इसका असर हनी के साथ मेरी शादी पर पड़ा. अगर मैं एक संजीदा और जिम्मेदार व्यक्ति होता तो कहानी कुछ और होती'.