जानें Indian Navy को मिले नए झंडे में शामिल किए गए प्रतीक के मायने और महत्व
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जानें Indian Navy को मिले नए झंडे में शामिल किए गए प्रतीक के मायने और महत्व

Indian Navy New Flag: आज भारतीय नौसेना को उनका नया झंडा मिल गया है, जिसमें गुलामी से जुड़े सभी चिह्नों को हटा लिया गया है. आज से आपको सभी वॉरशिप, ग्राउंड स्टेशन और नेवल एयरबेस पर इंडियन नेवी का नया झंडा लहराता हुआ दिख जाएगा.

जानें Indian Navy को मिले नए झंडे में शामिल किए गए प्रतीक के मायने और महत्व

Indian Navy New Flag: आज का दिन भारतीय नौसेना (Indian Navy) के लिए बेहद खास है. आज भारतीय नौसेना को उनका नया झंडा मिल गया है, जिसमें गुलामी से जुड़े सभी चिह्नों को हटा लिया गया है. इंडियन नेवी के नए झंडे में कुछ अहम बदलाव किए गए हैं, जिनके अपने मायने हैं. आज से सभी वॉरशिप, ग्राउंड स्टेशन और नेवल एयरबेस पर आपको इंडियन नेवी का नया झंडा लहराता हुआ दिख जाएगा. आइये जानते हैं कि झंडे में कौन-कौन से बदलाव किए गए हैं और उनके क्या मायने हैं. 

अष्टकोणीय क्रेस्ट को किया गया शामिल, जानें क्या है मायने
भारतीय नौसेना के नए झंडे में भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को एक कोने में लगाया गया है. वहीं, बाकी आधे भाग में नेवी का क्रिस्ट लगाया गया है. नीले रंग का यह क्रेस्ट अष्टकोण की आकृति (Shape of Octagon) का है, जो इस बात का प्रतीक है कि हमारी इंडियन नेवी की पहुंच आठों दिशाओं में है. इसके अलावा अष्टकोणीय प्रतीक के नीचे देवनागरी लिपि में भारतीय नौसेना के सूत्रवाक्य 'शं नो वरुण:' को अंकित किया गया है. इस सूत्रवाक्य का मूल अर्थ यह है कि "जल के देवता वरुण हमारे लिए मंगलकारी रहें." भारतीय सनातन परंपरा के अनुसार, वरुण देव को जल का देवता माना गया है.

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मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी के प्रतीक से ली प्रेरणा
इसके आलावा अष्टकोणीय क्रेस्ट के किनारे पर दो गोल्डन बॉर्डर दिए गए हैं, जो हमारे देश के महान मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी की ढ़ाल से प्रेरित होकर लिया गया है. बता दें शिवाजी की ढ़ाल को इस झंड़ें में इसलिए जगह दी गई है क्योंकि उनके दूरदर्शी समुद्री दृष्टिकोण के कारण ही नौसैनिक बेड़े की स्थापना की गई थी और साथ ही उन्होंने 60 फाइटिंग शिप और 5,000 सेना के साथ समुद्री मार्ग से घुसपैठ करनेवाली बाहरी ताकतों को भी चुनौती दी थी.

इससे पहले भी किए गए हैं भारतीय नौसेना के झंडे में बदलाव
1. साल 1950 में नेवी के निशान में यूनियन जैक को हटाकर तिरंगा जोड़ा गया.
2. इसके बाद साल 2001 में नेवी के फ्लैग से सेंट जॉर्ज के रेड क्रॉस को हटाया गया.
3. फिर मात्र तीन साल बाद ही साल 2004 में नेवी के निशान में सेंट जॉर्ज के रेड क्रॉस को दोबारा जोड़ा गया.
4. इसके बाद साल 2014 में अशोक चिह्न के नीचे 'सत्यमेव जयते' लिखा गया.
5. अब आज 2 सितंबर 2022 को इंडियन नेवी का नया झंडा लाया गया, जिसमें क्रॉस को हटा कर अष्टकोणीय क्रेस्ट को शामिल किया गया.

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