UPSC की Topper फर्स्ट फीमेल पुलिस कमिश्नर की कहानी, जानिए कब गिफ्ट में मिली थी पिस्टल?
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UPSC की Topper फर्स्ट फीमेल पुलिस कमिश्नर की कहानी, जानिए कब गिफ्ट में मिली थी पिस्टल?

Motivational Story: मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक से सम्मानित आईपीएस लक्ष्मी सिंह को बेहतर अधिकारी माना जाता है. यूपी कैडर में काम करते हुए उन्होंने अपराध पर लगाम लगाने के लिए कई शानदार कार्य किए. यूपी में उनके नाम का डंका बजता है.  

UPSC की Topper फर्स्ट फीमेल पुलिस कमिश्नर की कहानी, जानिए कब गिफ्ट में मिली थी पिस्टल?

IPS Laxmi Singh Profile: उत्तर प्रदेश में 1 दिसंबर 2022 को बड़ा फेरबदल हुआ. तीन नए बने पुलिस कमिश्नरेट में ट्रांसफर के साथ ही नोएडा की जिम्मेदारी महिला आईपीएस अधिकारी (IPS Officer) लक्ष्मी सिंह (Laxmi Singh) को मिली. इसके साथ ही उन्हें यूपी की पहली महिला कमिश्नर होने का गौरव भी हासिल हुआ. लक्ष्मी सिंह 2000 बैच की आईपीएस अधिकारी और अब तक लखनऊ रेंज की आईजी हैं. 12 साल के कैरियर में वे कई जिलों में एसपी (SP) और एसएसपी (SSP) रह चुकी हैं. आज जानेंगे इस धाकड़ आईपीएस ऑफिसर के जीवन के अब तक के सफर के कुछ खास पहलूओं के बारे में...

मैकेनिकल इंजीनियर बनीं UPSC Topper 
साल 1974 में जन्मीं लक्ष्मी सिंह ने अपनी प्रतिभा का जलवा स्कूलिंग के समय से ही बिखेरना शुरू कर दिया था. लक्ष्मी सिंह ने 10वीं की परीक्षा में पूरे यूपी में दूसरी रैंक हासिल की थी. उन्होंने लखनऊ के लॉरेटो कॉन्वेंट से इंटरमीडिएट किया. इसके बाद इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल से बीटेक में गोल्ड मेडल हासिल किया. इसके बाद उन्होंने समाजशास्त्र से एमए की डिग्री हासिल की और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.

साल 2000 में लक्ष्मी ने ओवरऑल 33वां रैंक हासिल की और आईपीएस बैच की टॉपर रहीं.  इसके बाद उन्होंने आईपीएस का चुनाव किया. ट्रेनिंग के दौरान सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस अकेडमी हैदराबाद में लक्ष्मी सिंह को बेस्ट प्रोबेशनर घोषित किया गया. 

दमदार काम के दम पर बनाई एक अलग पहचान 
साल 2014 में उन्हें आगरा में डीआईजी पद पर प्रमोट कर भेजा गया. वहां अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की चर्चा आज भी होती है. लक्ष्मी सिंह उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के पसंदीदा पुलिस अधिकारियों में से एक हैं. साल 2018 में उन्हें आईजी के पद पर प्रमोट किया गया था. ईमानदार अधिकारी की छवि के चलते ही साल 2019 में उन्हें यूपी की राजधानी लखनऊ की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. 

जानिए क्यों दी गई थी पिस्टल
आईपीएस लक्ष्मी सिंह को पीएम की ओर से सिल्वर बैटन भी मिल चुका है. अपराध नियंत्रण से लेकर डकैतों तक पर उनकी कार्रवाई सुर्खियां बनती रही हैं. आपको बता दें कि उनके उन्हीं बेहतर कार्यों के चलते उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से 9 एमएम की एक पिस्टल उपहार के तौर पर दी गई है. 

'IPS लक्ष्मी सिंह' नाम ही काफी है
इतना ही नहीं वह सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए संकटमोचक अधिकारी के तौर पर पहचानी जाती हैं.  अब तक जितने भी केस उन्हें सौंपे गए, उसे बड़ी तेजी से निपटाया. लक्ष्मी सिंह की गिनती यूपी के तेज-तर्रार पुलिस अधिकारियों में होती है. यूपी में उनके नाम का डंका बजता है.  

लक्ष्मी सिंह के पति का नाम राजेश्वर सिंह हैं. आपको बता दें कि राजेश्वर सिंह ईडी में अधिकारी थे. नौकरी छोड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. इस समय वह लखनऊ के सरोजनीनगर से भाजपा के विधायक हैं. 

खुद को न बांधे किसी दायरे में: लक्ष्मी सिंह
लक्ष्मी सिंह कहती हैं कि महिलाएं मल्टीटास्किंग होती हैं, वे प्लान करके बहुत चीजों को बेहतर कर सकती हैं. यही तो महिलाओं का प्‍लस प्‍वाइंट है. वह कहती हैं कि हमें खुद को किसी दायरे में बांधना नहीं चाहिए. बेहतर प्रदर्शन के लिए दूसरों से तुलना करने की जगह खुद से करना चाहिए. 

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