GK: अप्रैल फूल डे पर प्रैंक तो बहुत किया होगा, जानते हैं क्यों मनाया जाता है? जानें इस दिन से जुड़े इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स
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GK: अप्रैल फूल डे पर प्रैंक तो बहुत किया होगा, जानते हैं क्यों मनाया जाता है? जानें इस दिन से जुड़े इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स

April Fool Day 2023: अप्रैल फूल डे पर लोगों के साथ मजाक करने की परंपरा सदियों पुरानी है. अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जापान, रूस, आयरलैंड, इटली, ब्राजील और भारत समेत दुनिया भर के कई देशों में अप्रैल फूल डे सेलिब्रेट किया जाता है. 

GK: अप्रैल फूल डे पर प्रैंक तो बहुत किया होगा, जानते हैं क्यों मनाया जाता है? जानें इस दिन से जुड़े इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स

April Fool Day 2023: भारत समेत विश्व के ज्यादातर देशों में 1 अप्रैल को 'अप्रैल फूड डे' के तौर पर मनाया जाता है. लोग इस दिन एक-दूसरे से प्रैंक करने के एक से बढ़कर एक तरीके अपनाते हैं. एक-दूसरे को डराना या फिर बेवकूफ मनाने की प्रथा इस दिन बेहद खुशी-खुशी निभाई जाती है. यूं तो अप्रैल फूल डे की शुरुआत को लेकर कई तरह की किससे-कहानियां मशहूर हैं.

इसकी शुरुआत यूरोप में मध्य युग के दौरान मानी जाती है, तो कुछ लोगों का मानना है कि फ्रेंच कैलेंडर में होने वाला बदलाव अप्रैल फूल डे मनाने का सही कारण हो सकता है, कुछ लोग इसे हिलारिया त्योहार से भी जोड़ कर देखते हैं, लेकिन इस बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता. कल 1 अप्रैल हैं, ऐसे में आज यहां हम इस दिन से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में बात करेंगे...

स्कॉटलैंड में अप्रैल फूल डे पहली और दूसरी अप्रैल को दो दिनों तक मनाते हैं. दूसरे दिन को 'टेली डे' कहा जाता है. जबकि, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका और ब्रिटेन में ये दोपहर के समय तक ही मनाया जाता है. 

जानें क्यों मनाते हैं 1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे
 1 अप्रैल को अप्रैल फूल डे क्यों मनाया जाता इसके पीछे कई कहानियां प्रचलित हैं. जिनमें से एक के अनुसार उस समय के राजा रिचर्ड जीती और बोहेमिया की रानी एनी ने घोषणा करवाई कि वो दोनों 32 मार्च 1381 को सगाई करने वाले हैं. खबर सुनकर जनता खुशी से झूम उठी, लेकिन 31 मार्च को लोगों के समझ आया कि 32 मार्च तो कभी आता ही नहीं है. इसके बाद जनता समझ गई कि उन्हें मूर्ख बनाया गया. कहते हैं कि तभी से 32 मार्च, यानी 1 अप्रैल को मूर्ख दिवस के रूप में मनाया जाने लगा. 

वहीं, विभिन्न रिपोर्ट्स के मुताबिक, सबसे पहले रिकॉर्ड किए गए प्रैंक में से एक 1698 में किया गया था, जब लोगों को लंदन के टॉवर पर शेरों की धुलाई देखने के लिए बुलाया गया था.

वहीं, ईरान के लोग फारसी नव वर्ष के 13वें दिन अप्रैल फूल डे मनाते हैं, जिसे 'सिज़दा बेदार' कहा जाता है. यह मार्च के आखिर या फिर अप्रैल की शुरुआत में आता है. यहां के लोगों का 'सिज़दा बेदार' मनाने का तरीका भी वैसा ही जैसा अप्रैल फूल डे सिलिब्रेट किया जाता है. यहां लोग एक-दूसरे से खूब मजाक करते हैं और सारा दिन घर से बाहर रहते हैं.

अमेरिका में इस दिन न्यूज चैनलों और रेडियो पर फेक न्यूज, फेक लॉटरी टिकट और कई अन्य फेक अनाउंसमेंट की जाती है या चुटकले सुनाए जाते हैं. वहीं, कुछ देशों में अप्रैल फूल डे पर नेशनल हॉलिडे घोषित किया गया है. स्पेन और कई लैटिन अमेरिकी देशों में इसे 'दिया डे लॉस सैंटोस इनोसेंट्स' या 'पवित्र मासूमों का दिन' के तौर पर जाता है.

ग्रीस में अप्रैल फूल प्रैंक को गुड लक से जोड़कर देखा जाता है. यहां मान्यता है कि अगर आप इस दिन किसी के साथ ट्रिक करते हैं तो आपका आने वाला साल बहुत ही अच्छा जाएगा.

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