Top Ki Flop: सवा चार घंटे की इस फिल्म में थी सितारों की बड़ी फौज, लेकिन दर्शकों में नहीं जगा पाई जोश
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Top Ki Flop: सवा चार घंटे की इस फिल्म में थी सितारों की बड़ी फौज, लेकिन दर्शकों में नहीं जगा पाई जोश

JP Dutta Movie: जेपी दत्ता रेगिस्तान की जमीन से जुड़ा और युद्ध का सिनेमा बनाने के लिए प्रसिद्ध रहे हैं. हिंदी में बॉर्डर जैसी फिल्म के लिए उन्हें हमेशा याद रहेगा. हालांकि उन्होंने इस शानदार फिल्म से भी बड़ा कैनवास रचने की कोशिश की थी. फिल्म थी एलओसीःकारगिल. लेकिन कामयाब नहीं रहे. क्या थी वजहें, जानिए.

Top Ki Flop: सवा चार घंटे की इस फिल्म में थी सितारों की बड़ी फौज, लेकिन दर्शकों में नहीं जगा पाई जोश

LOC-Kargil: मशहूर डायरेक्टर, राइटर और प्रोड्यूसर जेपी दत्ता ने अपने करियर में ज्यादात्तर फिल्में देश भक्तिपर, युद्ध को पृष्ठभूमि में रखकर बनाई हैं. ऐसी फिल्में मल्टीस्टारर ही रही हैं और उनमें से अधिकतर हिट थीं. इनमें बॉर्डर का नाम सबसे ऊपर है. लेकिन 2003 में दत्ता की फिल्म एलओसी कारगिल बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप रही. 33 करोड़ में बनी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 31 करोड़ 67 लाख की ही कमाई कर पाई. उस समय की सबसे बड़ी स्टारकास्ट वाली फिल्म का रिकॉर्ड भी इसने दर्ज किया था. इतना ही नहीं ये फिल्म अपने समय में हिंदी की सबसे मंहगी मूवी भी थी. फिल्म इतनी बुरी तरह से पिटी कि जेपी दत्ता इसके बाद बमुश्किल एक फिल्म बनाने की हिम्मत जुटा पाए, वह भी लगभग 15 साल बाद. 2018 में उन्होंने पलटन नाम से फिल्म बनाई लेकिन वह भी फ्लॉप रही.

सितारों की फौज
भारतीय सेना के कारगिल पराक्रम पर आधारित एलओसी कारगिल में संजय दत्त, अजय देवगन, नागार्जुन, सैफ अली खान, सुनील शेट्टी, संजय कपूर, अक्षय खन्ना, अभिषेक बच्चन, मनोज बाजपेयी, आशुतोष राणा, रानी मुखर्जी, करीना कपूर, ऐशा देओल, महिमा चौधरी, नम्रता शिरोडकर जैसे सितारों को मिलाकर लगभग 40 एक्टर्स थे. फिल्म के लिए शाहरुख खान, सलमान खान, अनिल कपूर, अक्षय कुमार, सनी देओल जैसे कई बड़े एक्टर्स को एप्रोच किया गया था. लेकिन किसी ने रोल पसंद नहीं आने की वजह से तो किसी ने डेट्स की दिक्कतों के चलते इंकार कर दिया. कई स्टार्स ने फिल्म साइन करके छोड़ दी. प्रॉडक्शन के दौरान फिल्म का टाइटल कई बार बदला गया. कभी मिशन विजय तो कभी मिशन कारगिल. इसके अलावा टाइगर हिल्स भी टाइटल सोचा गया लेकिन फिर जेपी दत्ता ने इसे एलओसीः कारगिल नाम दिया.  

फीलिंग और मसाला
फिल्म का सबसे बड़ा नेगेटिव पॉइंट फिल्म की लंबाई थी जिसे 4 घंटे 15 मिनट का बनाया गया था. दूसरी बात यह थी कि कारगिल युद्ध की यादें लोगों के मन में ताजा थीं. न्यूज चैनलों ने एक तरह से युद्ध कील लाइव रिपोर्टिंग की थी. लोगों ने इसे देखा और महसूस किया था. ऐसे में यह फिल्म दर्शकों को नकली लग रही थी. फिल्म को फिल्म की तरह बताने के लिए कुछ ज्यादा ही मसाला डाला गया था. तब फिल्म अपने मूल उद्देश्य से भटक गई. फिल्म फ्लॉप होने के बाद जेपी दत्ता ने एक इंटरव्यू में कहा कि लोग अब और डॉक्युड्रामा देखने के लिए तैयार नहीं हैं. हालांकि फिल्म फ्लॉप होने पर जेपी दत्ता की पत्नी बिंदिया गोस्वामी काफी आहत हुईं और उन्होंने कहा दिया कि जिन लोगों को ये फिल्म पसंद नहीं आई वे देशद्रोही हैं. इस पर काफी शोर मचा.

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