Aishwarya Rai Bachchan Film: कहा जाता है कि निर्देशक समीर कार्णिक की फिल्म क्यूं... हो गया ना की मेकिंग के दौरान विवेक ओबेराय और ऐश्वर्या राय दोनों नजदीक आ गए थे. मगर ऐश्वर्या ने अपनी तरफ से इस बात पर मुहर नहीं लगाई. उधर, दर्शकों को भी पर्दे पर यह जोड़ी पसंद नहीं आई. नतीजा, फिल्म नहीं चली.
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Vivek Oberai Film: क्यूं… हो गया ना 2004 में आई ऐसी फिल्म थी जो दो कारणों से आज भी याद की जाती है. पहली तो यह कि फिल्म फ्लॉप की श्रेणी में आती है. दूसरी यह कि यह फिल्म ऐश्वर्या राय और विवेक ओबेरॉय की पहली और आखिरी फिल्म थी. फिल्म के बाद दोनों ने कभी साथ काम नहीं किया. कारण था दोनों का इस फिल्म की शूटिंग के दौरान एक-दूसरे के करीब आना. हालांकि यह रिलेशनशिप ज्यादा दिन टिकी नहीं और न ही ऐश्वर्या ने कभी इस बात को स्वीकार ही किया. सिर्फ विवेक ही थे, जो गाते-बघारते रहते थे कि वह ऐश्वर्या के काफी करीब हैं. न लोगों को दोनों की जोड़ी पसंद आई और न फिल्म चली. निजी जिंदगी में भी दोनों की जोड़ी थोड़े समय बाद टूट गई.
बचते रहे अमिताभ
क्यों हो गया ना एक रोमांटिक फिल्म थी जिसे समीर कार्णिक ने निर्देशित किया था. यह उनकी पहली फिल्म थी. काजल अग्रवाल ने फिल्म से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की. सुनील शेट्टी भी फिल्म में एक छोटे मगर महत्वपूर्ण किरदार में थे. फिल्म की खास बात यह भी थी कि इसमें ऐश्वर्या राय बच्चन ने ससुर अमिताभ बच्चन के साथ स्क्रीन शेयर की थी. तब कोई नहीं जानता था कि ऐश्वर्या आने वाले दिनों में बच्चन परिवार की बहू बनेंगी. इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन को समीर कार्णिक द्वारा 10 बार एप्रोच किया गया. लेकिन हर बार अमिताभ ने कुछ न कुछ बहाना बनाकर मना कर दिया. आखिरकार वह इस बात पर लिए तैयार हुए कि फिल्म के प्रोड्यूसर बोनी कपूर अपनी फिल्म रन में अभिषेक बच्चन को लीड रोल के लिए साइन करेंगे.
बदल गया टाइटल
विवेक ओबेरॉय और ऐश्वर्या राय बच्चन के बीच चल रहे अफेयर से फिल्म को काफी पब्लिसिटी मिली. फिल्म ने जितना भी बिजनेस किया सिर्फ इसी पब्लिसिटी के दम पर किया. वरना फिल्म की कहानी काफी औसत थी. जिसके कारण दर्शकों ने इसे सिरे से खारिज कर दिया. पहले यह फिल्म क्यों हो गया ना प्यार नाम से रिलीज होने वाली थी लेकिन फिर प्रोड्यूसर-डायरेक्टर नाम बहुत ही कॉमन लगा, जिस कारण टाइटल से प्यार शब्द हटा दिया गया. फिल्म के प्रोड्यूसर भी पहले बोनी कपूर नहीं थे बल्कि यूटीवी कंपनी थी. बाद में यूटीवी के हाथ खींच लेने के कारण विवेक ओबेरॉय ने समीर कार्णिक को सलाह दी कि वह इस फिल्म के लिए बोनी कपूर से बात करें. बोनी तैयार हुए, अमिताभ की फिल्म में एंट्री हुई. तब फिल्म बन पाई.
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