Aamir Khan: लगान का पहले था कांग्रेस से कनेक्शन, इस शख्स के कहने पर गोवारिकर ने किया चेंज
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Aamir Khan: लगान का पहले था कांग्रेस से कनेक्शन, इस शख्स के कहने पर गोवारिकर ने किया चेंज

Film Lagaan: लिखी हुई स्क्रिप्ट पर्दे पर आते-आते कई बार काफी बदल जाती है. ऐसा ही कुछ लगान के साथ भी हुआ था. सबसे खास बात यह कि लेखक-निर्देशक आशुतोष गोवारिकर (Ashutosh Gowariker) ने इस कहानी का समय स्क्रिप्ट में 1885 रखा था, परंतु फिर आगे बढ़ा कर 1893 कर दिया. जानिए, क्या थी वजह...

 

Aamir Khan: लगान का पहले था कांग्रेस से कनेक्शन, इस शख्स के कहने पर गोवारिकर ने किया चेंज

Ashutosh Gowariker: लगान (2001) और स्वदेस (2004) जैसी फिल्मों के निर्देशक आशुतोष गोवारिकर ने ऑस्कर (Oscar) के अंतिम पांच तक पहुंची फिल्म लगान (Film Lagaan) को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है. ऑस्कर हिंदी सिनेमा के इतिहास की सबसे कामयाब और चर्चित फिल्मों में से है. अंग्रेजों के जमाने की इस कहानी का कनेक्शन क्रिकट से था और पूरे देश में इसे खूब पसंद किया गया था. कहानी 19वीं सदी की थी, लेकिन अब आशुषोत ने बताय है कि स्क्रिप्ट के स्तर पर उन्होंने किस तरह से इसमें साल के परिवर्तन किए थे. फिल्म के पर्दे पर आता है कि लगान साल 1893 की कहानी है, जबकि स्क्रिप्ट में गोवारिकर ने यह समय 1885 से दिखाया था औ इसका कनेक्शन भारत में कांग्रेस (Indian National Congress) की स्थापना से जोड़ा था.

भुवन की जीत
आशुतोष ने एक इंटरव्यू में बताया कि लगान की स्क्रिप्ट में मैंने कहानी का साल 1885 रखा था. स्क्रिप्ट (Lagaan Script) लॉक हो चुकी थी. उन्होंने कहा कि मैंने 1885 को इसलिए चुना था क्योंकि इसी साल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) का गठन हुआ था. मुझे लगा था कि कांग्रेस का जन्म और क्रिकेट के मैदान पर अंग्रेजों के खिलाफ भुवन की जीत को जोड़ना अच्छा रहेगा. उल्लेखनीय है कि लगान में भुवन मुख्य किरदार का नाम था, जिसे आमिर खान (Aamir Khan) ने निभाया था. लेकिन बाद में गोवारिकर ने लगान की कहानी में साल को बदलकर 1893 कर दिया. उन्होंने अब यह राज खोला है. उन्होंने बताया कि इस साल को बदलने की वजह थी, फिल्म की कॉस्ट्यूम डिजाइनर भानु अथैया.

ब्लैक एंड व्हाइट से रंगीन
गोवारिकर ने बताया कि भानु अथैया को स्क्रिप्ट बहुत पसंद आई थी, मगर उन्होंने कहा कि क्या आप इस कहानी को कुछ साल आगे बढ़ सकते हैं. तब गोवारिकर ने कहा कि मैं साल बदलने के लिए तैयार हूं, लेकिन इसका कारणॽ भानु अथैया ने उन्हें बताया महारानी विक्टोरिया अपने पति के निधन के बाद वर्षों तक शोक में थीं. वह 1890 के आसपास इससे बाहर आईं. तभी से उनके तथा उनके करीबी अंग्रेजों के द्वारा पहने जाने वाले कपड़े काले और भूरे से रंगीन हुए. गोवारिकर ने कहा इस बात से मैं चकित रह गया. इससे पता चला कि उसके पास कितना ज्ञान था! खैर, इसके बाद गोवारिकर ने स्क्रिप्ट में समय को 1885 से बदलकर 1893 कर दिया.

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