IPS Story: आईपीएस रुपाली अंबुरे सुर्खियों में हैं, जो इन दिनों 'सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा' मंत्र को लोगों तक पहुंचाने में जुटी हैं. रुपाली का निजी जीवन काफी मोटिवेशन रहा है. वह एयर होस्टेस बनने के बाद IPS अधिकारी बनी हैं. चलिए जानते हैं उनके बारे में...
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IPS Rupali Ambure Success Story: रुपाली अंबुरे, जो कभी एयर होस्टेस के रूप में आसमान में उड़ान भरती थीं, आज महाराष्ट्र पुलिस की तेज-तर्रार और चर्चित IPS अधिकारी हैं. अपने दृढ़ संकल्प और मेहनत से उन्होंने न केवल पुलिस सेवा में ऊंचा मुकाम हासिल किया, बल्कि फिटनेस और संगीत के क्षेत्र में भी मिसाल कायम की। रुपाली की कहानी उस जज्बे की जीती-जागती मिसाल है, जो हमें सिखाती है कि बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए किसी भी चुनौती से डरना नहीं चाहिए.
एयर होस्टेस से IPS तक का सफर
रुपाली अंबुरे, जो कभी एयर इंडिया में बतौर केबिन क्रू (एयर होस्टेस) काम करती थीं, आज महाराष्ट्र की चर्चित IPS अधिकारी हैं. मुंबई में जन्मी और पली-बढ़ी रुपाली ने अपनी मेहनत और लगन से पुलिस सेवा में एक अलग पहचान बनाई है. एयर होस्टेस की नौकरी छोड़कर उन्होंने IPS बनने का सपना देखा और 2005 में इसे पूरा किया.
क्यों बनी प्रेरणा?
रुपाली ने अपने IPS बनने की प्रेरणा किरण बेदी से ली. उनका कहना है कि उन्होंने महिला सशक्तिकरण और समाज सेवा के लिए पुलिस सेवा को चुना. 2005 में महाराष्ट्र पुलिस सेवा में भर्ती होने के बाद उन्होंने कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाईं.
फिटनेस और संगीत में रुचि
रुपाली अंबुरे न केवल एक सख्त पुलिस अधिकारी हैं, बल्कि फिटनेस और संगीत की भी शौकीन हैं. 2021 में उन्होंने अपने वर्कआउट वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए, जो काफी वायरल हुए. इसके साथ ही वह शास्त्रीय संगीत की नियमित प्रैक्टिस करती हैं और समय-समय पर परफॉर्म भी करती हैं.
पहली महिला एडीओडी बनीं
रुपाली अंबुरे ने कई बार पुरुषों के वर्चस्व वाले क्षेत्रों में कदम रखकर इतिहास रचा. वह महाराष्ट्र पुलिस अकादमी, नासिक में पहली महिला असिस्टेंट डायरेक्टर आउटडोर्स (ADOD) बनीं, जहां उन्होंने नए भर्ती हुए पुलिसकर्मियों के फिजिकल ट्रेनिंग की देखरेख की.
पुलिस सेवा में शानदार योगदान
रुपाली अंबुरे ने अमरावती, नासिक, मुंबई और ठाणे जैसे जिलों में सेवाएं दी हैं. वह वर्तमान में ठाणे में हाईवे ट्रैफिक पुलिस के अधीक्षक के रूप में कार्यरत हैं. उनकी प्रशासनिक कुशलता और सेवा के लिए उन्हें डीजी अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है.
संगीत के साथ जुड़ाव
रुपाली अंबुरे ने 2021 में शास्त्रीय संगीत की पढ़ाई दोबारा शुरू की और एक कार्यक्रम में परफॉर्म भी किया. उनके अनुसार, संगीत आत्मा को शांति देता है और उनके व्यस्त शेड्यूल में संतुलन बनाए रखने में मदद करता है.