Anil Ambani: कुंभ मेले पर उनका काम 2019 में प्रतिष्ठित फ्लोरेंस सार्वजनिक संग्रहालय 'मैरिनो मारिनी' में प्रदर्शित किया गया था. साल 2020 में उन्होंने एक किताब 'डायलेक्ट्स ऑफ साइलेंस' लिखी.
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Reliance Group: अनिल अंबानी के लीडरशिप वाले रिलायंस ग्रुप के दिन अब बदल सकते हैं. रिलायंस ग्रुप ने पिछले दिनों पारुल शर्मा को ग्रुप प्रेसीडेंट नियुक्त किया है. पारुल इससे पहले कई बड़ी कंपनियों में अहम पदों पर रह चुकी हैं. उनके पास कम्युनिकेशन स्ट्रेटेजिस्ट के तौर पर काम करने का अनुभव है. वह कोलोन स्थित जर्मन ब्राडकास्टर 'डॉयचे वेले' के साथ भी काम कर चुकी हैं. फिलहाल वह दिल्ली में रहकर कंपनी की जिम्मेदारी संभालेंगी.
रिलायंस ग्रुप के लिए एक बदलाव की शुरुआत
पारुल शर्मा ने एक बयान में कहा कि यह रिलायंस ग्रुप के लिए एक बदलाव की शुरुआत है. साल 2017 में उन्होंने फोटोग्राफी पर फोकस करने के लिए स्टार इंडिया को छोड़ दिया था. कुंभ मेले पर उनका काम 2019 में प्रतिष्ठित फ्लोरेंस सार्वजनिक संग्रहालय 'मैरिनो मारिनी' में प्रदर्शित किया गया था. साल 2020 में उन्होंने एक किताब 'डायलेक्ट्स ऑफ साइलेंस' लिखी, जिसमें कोरोनो महामारी के दौरान हुई मौतों और प्रवासियों की दुर्दशा का वर्णन किया गया है. दूसरी किताब 'कोलाबा' इस साल के अंत में आने वाली है.
अंबानी ने जताई खुशी
रिलायंस ग्रुप के कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन और कॉर्पोरेट अफेयर्स के अध्यक्ष टोनी जेसुदासन से हुआ था. उनका इस साल फरवरी में निधन हो गया. अनिल अंबानी ने एक बयान में कहा, मुझे खुशी है कि पारुल ग्रुप प्रेसिडेंट के रूप में हमारे साथ जुड़ रही हैं. हालांकि यह ग्रुप के साथ उनका पहला व्यावसायिक जुड़ाव है. वह लंबे समय से टोनी के पार्टनर के रूप में रिलायंस फैमिली का हिस्सा रही हैं. टोनी से जुड़ी रिलायंस ग्रुप की काफी यादें हैं, इस मायने में उनकी ग्रुप में एंट्री काफी खास है.
40 साल तक रिलायंस ग्रुप के साथ जुड़े रहे टोनी जेसुदासन की इस साल फरवरी में मौत हो गई थी. उनके बाद पारुल शर्मा ने उनकी जगह ली है. पारुल के मुताबिक रिलायंस ग्रुप बदलाव के रास्ते पर है. हमारा मकसद पुरानी स्थायी भावना को फिर से जगाना है. आपको बता दें पिछले कुछ समय से अनिल अंबानी की लीडरशिप वाला रिलायंस ग्रुप संकट के दौर से गुजर रहा है. ग्रुप की कुछ कंपनियां दिवालिया कार्यवाही से गुजर रही हैं.